29 October 2024: Vaidik Panchang and Horoscope

0
195
#image_title

वैदिक पंचांग (Vaidik Panchang)
⛅दिनांक – 29 अक्टूबर 2024
⛅दिन – मंगलवार
⛅विक्रम संवत् – 2081
⛅अयन – दक्षिणायन
⛅ऋतु – हेमन्त
⛅मास – कार्तिक
⛅पक्ष – कृष्ण
⛅तिथि – द्वादशी प्रातः 10:31 तक तत्पश्चात त्रयोदशी
⛅नक्षत्र – उत्तराफाल्गुनी शाम 06:34 तक तत्पश्चात हस्त
⛅योग – इन्द्र प्रातः 07:48 तक तत्पश्चात वैधृति
⛅राहु काल – दोपहर 03:13 से शाम 04:38 तक
⛅सूर्योदय – 06:47
⛅सूर्यास्त – 05:59
⛅दिशा शूल – उत्तर दिशा में
⛅ब्राह्ममुहूर्त – प्रातः 05:02 से 05:52 तक
⛅अभिजीत मुहूर्त – दोपहर 12:00 से दोपहर 12:46 तक
⛅निशिता मुहूर्त- रात्रि 11:58 अक्टूबर 29 से रात्रि 12:49 अक्टूबर 30 तक
⛅व्रत पर्व विवरण – धनतेरस, धन्वन्तरि जयंती, आयुर्वेद दिवस, यम दीपम, यम पञ्चक प्रारम्भ, प्रदोष व्रत, त्रिपुष्कर योग (प्रातः 06:43 से प्रातः 10:31 तक)
⛅विशेष – द्वादशी को पूतिका (पोई) व त्रयोदशी को बैंगन खाने से पुत्र का नाश होता है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)

धनतेरस के दिन यमदीपदान
29 अक्टूबर 2024 मंगलवार को धनतेरस है ।
🙏🏻 इस दिन यम-दीपदान जरूर करना चाहिए। ऐसा करने से अकाल मृत्यु का भय समाप्त होता है। पूरे वर्ष में एक मात्र यही वह दिन है, जब मृत्यु के देवता यमराज की पूजा सिर्फ दीपदान करके की जाती है। कुछ लोग नरक चतुर्दशी के दिन भी दीपदान करते हैं।

🔹विद्यार्थियों की समस्याएँ एवं उनका समाधान 🔹
🔸स्मरणशक्ति की कमी, बौद्धिक मंदता, सुस्ती, चिड़चिड़ापन, एकाग्रता का अभाव अनिद्रा, मानसिक अवसाद (depression), आँखों की रोशनी कम होना, छोटी उम्र में चश्मा लगना, मोटापा, मधुमेह (diabetes), यकृत (liver) के रोग आदि तकलीफें वर्तमान में विद्यार्थियों में आम समस्या बनती जा रही हैं । महँगी महँगी दवाइयों और शरीर वर्षों-वर्षों के उपचार के बावजूद समस्याएँ निर्मूल नहीं होतीं । इनसे छुटकारा पाना है तो इनके कारणों को समझना होगा तभी इनका समाधान हो सकता है ।

🔹क्यों हो रहा है स्वास्थ्य, स्मृति व बौद्धिक क्षमता का ह्रास ?🔹
🔸देर रात तक जागना, मोबाइल का अति उपयोग, इंटरनेट के व्यसन का रोग (internet addiction disorder), सूर्योदय के बाद तक सोते रहना, दिन में सोना, खेल-कूद व कसरत का अभाव जैसी अहितकर आदतें आज विद्यार्थियों की दिनचर्या में प्रायः देखने को मिलती हैं ।

🔸फास्ट फूड, मसालेदार व तली हुई चीजों, बेकरी के पदार्थों, मिठाइयों, नमकीन, चाय, कॉफी, चॉकलेट्स, सॉफ्ट ड्रिंक्स आदि स्वास्थ्य घातक पदार्थों के सेवन की आदत ने विद्यार्थियों को बुरी तरह जकड़ लिया है ।

🔸शरीर को पुष्ट, मन को प्रसन्न व ज्ञानतंतुओं को सक्रिय करनेवाले शुद्ध, सात्त्विक, ताजे भोजन की जगह अशुद्ध, तामसी, बासी, बाजारू पदार्थों का सेवन करने पर स्फूर्ति, बुद्धिमत्ता, निरोगता की अपेक्षा कैसे की जा सकती है ?

🔸विद्यार्थियों में बढ़ रही समस्याओं का एक बड़ा कारण है विद्यार्थियों का चारित्रिक, नैतिक पतन व संस्कारहीनता । आज हर विद्यार्थी के हाथ में स्मार्ट फोन रूपी एक ऐसा खतरनाक औजार है जो न केवल समय बरबाद करनेवाला (टाइम किलर) है बल्कि उनके स्वास्थ्य को, चरित्र को, जीवन को भी काट रहा है । चरित्रहीनता बढ़ानेवाले सीरियल्स, विज्ञापन, चलचित्रों और अश्लील वेबसाइटों, दृश्यों को देखकर कुकृत्यों में पड़ने से आज बाल व युवा पीढ़ी में निर्दोषता, निर्भीकता, निश्चिंतता, उद्यमीपन, साहस, धैर्य जैसे गुण क्षीण होने लगे हैं ।

🔸अतः बच्चों को इस दुर्दशा से बचाने के लिए उन्हें सुसंस्कारों का सिंचन करनेवाले सत्साहित्य, सत्संग का लाभ दिलाकर चरित्रवान, संस्कारी बनायें । बच्चे अनुकरणप्रिय होते हैं अतः जरूरी है कि पहले हम अपने जीवन को ऐसा बनायें ।

अतिथि को देवता मानने की प्रथा क्यों?
उपनिषद् वाक्य अतिथिदेवो भव का अर्थ है-अतिथि देवस्वरूप होता है। उसकी सेवा देव पूजा कहलाती है। सूतजी के अनुसार अतिथि सत्कार से बढ़कर दूसरा कोई महान धर्म नहीं है, अतिथि से महान कोई देवता नहीं है। द्वार पर आए अतिथि का यथा-योग्य स्वागत-सत्कार करना हमारी परंपरा में कर्तव्य ही नहीं धर्म माना गया है। भारतीय संस्कृति में अतिथि सत्कार को ‘अतिथि यज्ञ’ कहा गया है। इसे संपन्न करना प्रत्येक गृहस्थ के दैनिक जीवन का अंग माना गया है और इसकी गणना पंचमहायज्ञों में की जाती है। इस सत्कार में अतिथि का वर्ण, आश्रम, अवस्था, योग्यता नहीं देखनी चाहिए बल्कि उसे तो आराध्य ही समझना चाहिए। संसार के किसी भी देश की संस्कृति में अतिथि सम्मान की ऐसी भावना एवं सभ्यता देखने को नहीं मिलती।

अतिथि के लक्षण बतलाते हुए महर्षि शातातप (लघुशातातप 55) कहते हैं कि-जो बिना किसी प्रयोजन के, बिना बुलाए, किसी भी समय, किसी भी स्थान से घर में उपस्थित हो जाए, उसे अतिथि रूपी देवता समझना चाहिए। जिसके आगमन की पूर्व जानकारी हो, वह अतिथि नहीं कहलाता। महाभारत में महात्मा विदुर धृतराष्ट्र से कहते हैं

पीठं दत्त्वा साधवेऽभ्यागताय आनीयापः परिनिर्णिज्य पादौ सुखं पृष्ट्वा प्रतिवेद्यात्मसंस्थां ततो दद्यादन्मवेक्ष्य धीरः ॥ -महाभारत उद्योगपर्व 38/2

अर्थात् राजन! धीर पुरुष को चाहिए कि जब कोई सज्जन अतिथि के रूप में घर आए, तो पहले आसन देकर एवं जल लाकर उसके चरण पखारें (धोएं), फिर उसकी कुशल क्षेम पूछकर अपनी स्थिति बताएं, तदुपरांत आवश्यकता समझकर उसे भोजन कराएं।

वेद में कहा गया है

जग्धपाप्मा यस्यान्नमश्नन्ति। अर्थात् अतिथि सत्कार करने वाले के पाप धुल जाते हैं।

यद् वा अतिविपतिरतिवीन प्रतिपश्यति देवयजनं पेक्षते। -अथर्ववेद 9/6

अर्थात् द्वार पर आए हुए मेहमान का स्वागत करना देवताओं को आहुतियां देने के समान है। महाभारत के बनपर्व 200/23-24 में कहा गया है कि जो व्यक्ति अतिथि को चरण धोने के लिए जल, पैर की मालिश के लिए तेल, प्रकाश हेतु दीपक, भोजन के लिए अन्न और रहने के लिए स्थान देते हैं, वे कभी यमद्वार नहीं देखते यानी यमराज के यहां नहीं जाते।

शास्त्रकारों ने कहा है कि अतिथि को आसन देने से ब्रह्माजी प्रसन्न होते हैं। हाथ धुलाने से शिवजी संतुष्ट होते हैं। पैर धुलाने से इंद्रादि देवता प्रसन्न होते हैं। भोजन कराने से भगवान् विष्णु संतुष्ट होते हैं। अर्थात् अतिथि संपूर्ण देवताओं का स्वरूप होता है। अतः उसका सदैव स्वागत करना चाहिए। मनुस्मृति 3/106 में कहा गया है कि गृहस्थ स्वयं जैसा भोजन करे वैसा ही अतिथि को भी दे। अतिथि का सत्कार करना सौभाग्य, यश, आयु और सुख को देने और बढ़ाने वाला है। महाभारत में अतिथि सत्कार के अनेक वृत्तांत देखे जा सकते हैं। मोरध्वज द्वारा अपना पुत्र देना, भूखे बहेलिए के लिए कबूतर-कबूतरी का अपना शरीर दे देना, महारानी कुंती का ब्राह्मण कुमार के बदले अपने पुत्र भीम को राक्षस का आहार बनने के लिए भेजना, दुर्भिक्ष पीड़ित समय में अनेक दिनों से भूखे ब्राह्मण परिवार का अपनी थाली की रोटियां चांडाल को देना, राजा शिवि द्वारा कबूतर की रक्षा के लिए अपना मांस काट-काट कर देना आदि उदाहरण अतिथि सम्मान के उच्च आदर्श को दर्शाते हैं। तैत्तिरीय उपनिषद में आतिथ्य सत्कार को व्रत की संज्ञा देती है। रामायण में श्रीराम उस कबूतर का उदाहरण देते हैं, जिसने व्याघ्र का यथोचित आतिथ्य करते हुए अपने मांस का भोजन कराया था महाभारत के शांति पर्व में अतिथि सत्कार न करने के दुष्परिणाम इस प्रकार बताए हैं

अतिविर्यस्य भग्नाशो गृहात् प्रतिनिबर्तते । स दत्वा दुष्कृतं तस्मै पुण्यमादाय गच्छति ॥ महाभारत शांतिपर्व 191/12

अर्थात- जिस गृहत्य घर से अतिथि भूखा, प्यासा, निराश होकर वापस लौट जाता है, उस गृहस्थी की कुटुंब संस्था नष्ट-भ्रष्ट हो जाती है। गृहस्थ महादुखी हो जाता है, क्योंकि अपना पाप उसे देकर उसका सचित ‘पुण्य’ वह निराश अतिथि खींच ले जाता है। अतः सभी को आतिथ्य धर्म का पालन कर अपने कर्तव्य का निर्वाह करना चाहिए।

इष्टं च वा एष पूर्त च गृहाणामश्नाति यः पूर्वोऽतिवेरपनाति।
एप वा अतिथिर्यष्ट्रोत्रियस्तस्मात् पूर्वो नाश्नीयात् ॥

अर्थात् जो मनुष्य अतिथि से पहले खाता है, वह घरों का इष्ट सुख और पूर्ण मनोरथ खाता है। यानी नाश करता है। अतिथि श्रोत्रिय, वेद विज्ञान होता है, इसलिए अतिथि के पूर्व भोजन मत करो ।

जिनका आज जन्मदिन है उनको हार्दिक शुभकामनाएं बधाई और शुभ आशीष

दिनांक 29 को जन्मे व्यक्ति का मूलांक 2 होगा। 2 और 9 आपस में मिलकर 11 होते हैं। 11 की संख्या आपस में मिलकर 2 होती है इस तरह आपका मूलांक 2 होगा। इस मूलांक को चंद्र ग्रह संचालित करता है। चंद्र ग्रह स्त्री ग्रह माना गया है। अत: आप अत्यंत कोमल स्वभाव के हैं। आपमें अभिमान तो जरा भी नहीं होता। चंद्र ग्रह मन का कारक होता है।

आप अत्यधिक भावुक होते हैं। आप स्वभाव से शंकालु भी होते हैं। दूसरों के दु:ख दर्द से आप परेशान हो जाना आपकी कमजोरी है। आप मानसिक रूप से तो स्वस्थ हैं लेकिन शारीरिक रूप से आप कमजोर हैं। चंद्र के समान आपके स्वभाव में भी उतार-चढ़ाव पाया जाता है। आप अगर जल्दबाजी को त्याग दें तो आप जीवन में बहुत सफल होते हैं।

शुभ दिनांक : 2, 11, 20, 29

शुभ अंक : 2, 11, 20, 29, 56, 65, 92

शुभ वर्ष : 2027, 2029, 2036

ईष्टदेव : भगवान शिव, बटुक भैरव

शुभ रंग : सफेद, हल्का नीला, सिल्वर ग्रे

जन्मतिथि के अनुसार भविष्यफल :
स्वास्थ्य की दृष्टि से संभल कर चलने का वक्त होगा। पारिवारिक विवाद आपसी मेलजोल से ही सुलझाएं। लेखन से संबंधित मामलों में सावधानी रखना होगी। बगैर देखे किसी कागजात पर हस्ताक्षर ना करें। दखलअंदाजी ठीक नहीं रहेगी। किसी नवीन कार्य योजनाओं की शुरुआत करने से पहले बड़ों की सलाह लें। व्यापार-व्यवसाय की स्थिति ठीक-ठीक रहेगी।

आज का राशिफल
मेष🐐 (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)
आज के दिन आप अपनी स्थिति का आंकलन नही कर पाएंगे आज एक पल में भाग्यशाली अगले ही पल भाग्यहीन जैसी मनोदशा बनेगी लेकिन आज आपकी मेहनत खाली नही जाएगी व्यवसाय में बिक्री के साथ विस्तार भी कर सकेंगे धन लाभ आज कई सूत्रों से एक के बाद एक क्रमबद्ध होगा। नौकरी वाले लोग काम को ज्यादा गंभीर नही लेंगे जिससे आगे के लिये काम लंबित रहेगा। आज आपका ध्यान सुख सुविधा की बढ़ोतरी पर ज्यादा रहेगा कार्य क्षेत्र पर भी ऐसी ही दशा रहेगी बिना मेहनत किये लाभ कमाने के प्रयास में रहेंगे। महिलाये भी आज काम मे ज्यादा उलझने से बचेंगी। सेहत मौसमी बीमारियों को छोड़ ठीक ही रहेगी।

वृष🐂 (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)
आज के दिन आप अपनी भूतकाल में कई गई गलतियों से सीख लेंगे इनका पश्चाताप भी मन मे रहेगा। आज प्रत्येक कार्य को बुद्धि विवेक से देखभाल कर ही करेंगे लेकिन शीघ्र लाभ कमाने की मानसिकता एवं अहम का भाव कुछ ना कुछ गड़बड़ अवश्य करेगी। आज किसी महत्त्वपूर्ण कार्य को लेकर आप अड़ियल रवैया अपनाएंगे अनुभवी की सहायता लेना आवश्यक है। आर्थिक रूप से आज का दिन सामान्य रहेगा आमद खर्च अनुसार हो जाएगी लेकिन भविष्य के खर्च आज ही सर आने से चिंतित रहेंगे। सार्वजनिक क्षेत्र अथवा मित्र मंडली में कम ही बोले सम्मान बने रहने के लिये बेहतर रहेगा। गुप्त मानसिक चिंताओं को छोड़ स्वास्थ्य ठीक रहेगा।

मिथुन👫 (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)
आज के दिन आप वाणी एवं व्यवहार पर संयम रख कर ही किसी से वार्तालाप करें बचते बचते भी कलह होने की संभावना है। जिसे आप प्रसन्न रखने का प्रयास करेंगे वही दिल दुखायेगा। आपके अंदर भी आज व्यवहारिकता की कमी रहेगी हर कार्य के अंदर स्वार्थ देखेंगे घर मे भी भाई-बंधुओ अथवा स्त्री से आर्थिक एव पारिवारिक कारणों से बहस हो सकती है। व्यवसाय में उधारी वाले व्यवहार के कारण आर्थिक स्थिति खराब होगी फिर भी जोड़ तोड़ कर खर्च निकल जाएंगे। आज आपका मन कार्य में कम मौज-शौक में ज्यादा रहेगा काम-धंधे इससे प्रभावित ना हो इसका ध्यान रखें। स्वास्थ्य सामान्य रहेगा फिर भी अकस्मात बिगड़ सकता है सावधान रहें।

कर्क🦀 (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)
आज के दिन आप ज्यादा समय निश्चिन्त रहेंगे काम धंधे से ऊबन अनुभव होगी इसका मुख्य कारण आज विपरीत लिंगीय के प्रति अधिक आकर्षण भी रहेगा। धन को लेकर वैसे तो ज्यादा माथा पच्ची नही करेंगे फिर भी किसी के उकसावे में आकर कोई गलत निर्णय लेने से बेहतर है शांत बैठे धन की हानि हो सकती है। आवश्यकताओं की पूर्ति के लिये संचित धन पर निर्भर रहना पड़ेगा। आपकी मानसिक स्थिति पल पल पर परिवर्तित होगी महिलाये भी आज अपने कार्य को औरो के ऊपर डालेंगी जिससे बाद में पछतावा भी होगा। व्यवसायी वर्ग नए कार्य पाने के लिये जोड़तोड़ करेंगे परन्तु सफलता संदिग्ध ही रहेगी। सरकारी कार्य मे उलझन बढ़ेगी। स्वास्थ्य अच्छा रहेगा।

सिंह🦁 (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)
आज आपका आलसी स्वभाव जल्दी के किसी भी कार्य को करने नही देगा फिर भी जिस कार्य मे लग जाएंगे उसे पूरा करके ही दम लेंगे। कार्य क्षेत्र पर आज विरोधियों का सामना करना पड़ेगा लेकिन आपकी व्यवहार कुशलता एवं व्यक्तित्त्व के प्रभाव से सब पर विजय पा लेंगे। नौकरी वाले लोग अपने बेहतर कार्य के लिए सम्मानित होंगे सार्वजनिक क्षेत्र पर भी आज आपको नई पहचान एवं संबंध जुड़ेंगे। धन संबंधित कार्यो में थोड़ी लापरवाही करेंगे फिर भी संतोषजनक स्थिति रहेगी खर्च आज कम ही रहेंगे आसानी से निकल जाएंगे। मित्र रिश्तेदारों से हास-परिहास में तकरार हो सकती है सतर्क रहें। घुटने अथवा अन्य जोड़ो संबंधित समस्या बनेगी।

कन्या👩 (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)
आज आपका स्वभाव हास्य परिहास वाला रहेगा अपनी चंचल एवं बचकानी हरकतो से सभी को हंसने पर मजबूर कर देंगे परन्तु आपका स्वभाव परिवर्तन भी थोड़ी-थोड़ी देर में होने के कारण आपके मन की भावनाये समझना मुश्किल होगा आज आप अपने जिद् के कारण परिजनो एवं निकटस्थ संबंधियों को परेशानी में भी डालेंगे। कार्य क्षेत्र पर आज ज्यादा दिमाग लड़ाने का प्रयास ना करें स्वाभाविक रूप से कार्य होने दे लाभ में रहेंगे। धन की आमद आज अन्य दिनों की अपेक्षा ज्यादा होगी परन्तु बिना किसी के सहयोग के धन कमाने में कठिनाई आएगी। धन संचय की जगह खर्च करने में रुचि लेंगे। बदलते मौसम के कारण शरीर मे विकार आ सकता है।

तुला⚖ (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)
आज का सारा दिन आशाओ के विपरीत रहने वाला है धन संबंधित निर्णय सोच समझ कर ही लें। आज सरकारी कार्य सुलझने की जगह ज्यादा उलझन बनाएंगे व्यावसायिक यात्रा में भी समय एवं धन नष्ट होगा आज का दिन शांति से बिताना ही बेहतर रहेगा। मित्र रिश्तेदारों के साथ सम्बंधो में कड़वाहट आ सकती है बोलने से पहले सोच विचार करलें। नौकरी पेशाओ से अतिमहत्त्वपूर्ण कार्य मे गलती होने पर अधिकारियों से तकरार होगी। आस-पड़ोसियों से खास कर महिलाओ से आज मर्यादित व्यवहार करें। आपके ऊपर कोई लांक्षन लग सकता है। स्वयं अथवा परिजन की सेहत को लेकर भी चिंतित रहेंगे। धन लाभ की अपेक्षा हानि ज्यादा होगी।

वृश्चिक🦂 (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)
आज के दिन आप अपने मे मग्न रहेंगे सार्वजनिक अथवा पारिवारिक कार्यो में टालमटोल करने से बेहतर है स्पष्ट ना कह दें अन्यथा नए विरोधी बन सकते है। धन लाभ आज अवश्य होगा व्यावसायिक क्षेत्र पर नए कार्यानुबन्ध मिलने से भविष्य के प्रति निश्चिन्त रहेंगे नौकरी पेशा लोग भी अतिरिक्त आय बनाने में सफल होंगे। आज आप पैसों से किसी की भी मदद करने के लिये तैयार रहेंगे परन्तु व्यक्तिगत रूप से करने में असहज होंगे। महिलाये आज खरीददारी की योजना बनाएंगी घरेलू कार्य की व्यस्तता के चलते मन की इच्छाओं को पूर्ण नही कर सकेंगी। संतानों के कारण घर मे कलह हो सकती है बुजुर्ग आज आपकी कार्यशैली से सहमति रखेंगे।

धनु🏹 (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)
आज का दिन भी कार्य सफलता वाला रहेगा। पुराने अधूरे कार्य आज पूर्ण हो सकते है लेकिन इसके लिये आपको अपना लचीला व्यवहार त्यागना पड़ेगा। नौकरी पेशाओ को पदोन्नति में आरही बाधा दूर होने पर कुछ राहत मिलेगी लेकिन इसके लिये अभी थोड़ा और इंतजार करना पड़ेगा। व्यवसायी वर्ग व्यवसाय में अलावा भी अन्य काम आने से परेशान होंगे परन्तु बड़े बुजुर्गो का सहयोग मिलने से शीघ्र ही समाधान भी हो जाएगा। पैतृक संपत्ति के मामलों को आज टालना ही बेहतर रहेगा अन्यथा नई मुसीबत खड़ी हो सकती है। उच्च अधिकारियों को प्रसन्न रखें बनते काम मे बाधा डाल सकते है। शारीरिक स्वास्थ्य कुछ समय के लिए खराब होगा।

मकर🐊 (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)
आज के दिन आपमे धार्मिक भावनाओं का उदय होगा पूजा पाठ में रुचि लेंगे मानसिक रूप से हल्कापन अनुभव करेंगे लेकिन परिवार की महिलाये आज धन को लेकर असंतुष्ट रहेंगी अन्य सदस्यों को भी इस कारण परेशान कर सकती है। किसी से किया वादा आज अवश्य पूरा करें अन्यथा अपमानित होना पड़ेगा। धन संबंधित कार्य करने से पहले लिख लें भूल होने की संभावना है। कार्य क्षेत्र पर आज बेमन से कार्य करना पड़ेगा जिसके परिणाम स्वरूप सीमित लाभ से संतोष करना पड़ेगा। नौकरी वाले लोग किसी की चुगली का शिकार बनेंगे फिर भी धैर्य से काम लें व्यवहारिकता में कमी ना आने दें। घर के बुजुर्गो का स्वास्थ्य खराब होगा। आकस्मिक खर्च से परेशानी होगी।

कुंभ🍯 (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)
आज का दिन शारीरिक समस्याओ के साथ ही आर्थिक कारणों से भी नई समस्याए बढ़ाएगा। दिन के आरंभ से ही शारीरिक शिथिलता रहने के कारण काम करने का मन नही होगा। उत्साह की कमी के कारण लाभ-हानि की परवाह नही करेंगे। प्रयास करने पर धन की आमाद कही ना कही से हो जाएगी परन्तु व्यर्थ के खर्च भी रहने से आय-व्यय में तालमेल नही बैठा सकेंगे। सुदूर प्रदेश की यात्रा के योग भी है लेकिन आज अतिआवश्यक होने पर ही करें चोटादि का भय भी है किसी भी कार्य मे जोखिम लेने से बचें। पारिवारिक वातावरण भी किसी ना किसी कारण से अस्त-व्यस्त रहेगा इसे सुधारना आज सम्भव नही।

मीन🐳 (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)
आज के दिन आप अपनी मनोकामनाओ को पूर्ण कर सकेंगे घर एवं कार्य क्षेत्र का वातावरण सहयोगी रहेगा। महिलाये भी आज किसी का साथ मिलने से अधूरे कार्य पूर्ण कर लेंगी अस्त-व्यस्त कार्यो में भी सुव्यवस्थित करेंगी। सार्वजनिक कार्यो में सहभागिता देने पर सम्मान के अधिकारी बनेंगे। काम-धंधा मध्यान तक सामान्य रहेगा इसके बाद बढ़ोतरी होने पर व्यस्तता अधिक होगी लेकिन आज धन की आमद को लेकर मध्यान तक उदासी रहेगी संध्या के समय अकस्मात प्राप्ती होने पर प्रसन्न रहेंगे। परिवार में यात्रा पर्यटन की योजना बनेगी। घर के बुजुर्ग आज आपसे किसी बात पर असहमत हो सकते है। स्वास्थ्य उत्तम रहेगा।

Read more

28 October 2024: Vaidik Panchang and Horoscope

 

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here