वैदिक पंचांग (Vaidik Panchang)
⛅दिनांक – 28 अक्टूबर 2024
⛅दिन – सोमवार
⛅विक्रम संवत् – 2081
⛅अयन – दक्षिणायन
⛅ऋतु – हेमन्त
⛅मास – कार्तिक
⛅पक्ष – कृष्ण
⛅तिथि – एकादशी प्रातः 07:50 तक तत्पश्चात द्वादशी
⛅नक्षत्र – पूर्वाफाल्गुनी दोपहर 03:24 तक तत्पश्चात उत्तराफाल्गुनी
⛅योग – ब्रह्म प्रातः 06:48 तक तत्पश्चात इन्द्र
⛅राहु काल – प्रातः 08:08 से प्रातः 09:33 तक
⛅सूर्योदय – 06:42
⛅सूर्यास्त – 06:06
⛅दिशा शूल – पूर्व दिशा में
⛅ब्राह्ममुहूर्त – प्रातः 05:01 से 05:52 तक
⛅अभिजीत मुहूर्त – दोपहर 12:01 से दोपहर 12:46 तक
⛅निशिता मुहूर्त- रात्रि 11:58 अक्टूबर 28 से रात्रि 12:49 अक्टूबर 29 तक
⛅ व्रत पर्व विवरण – गोवत्स द्वादशी, रमा एकादशी, ब्रह्मलीन मातुश्री श्री माँ महँगीबा जी का महानिर्वाण दिवस
⛅विशेष – एकादशी को सिम्बी (सेम) तथा द्वादशी को पूतिका (पोई) खाने से पुत्र का नाश होता है । (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)
कार्तिक माहात्म्य
तब उसको इस प्रकार धर्म पूर्वक राज्य करते हुए देख देवता क्षुब्ध हो गये। उन्होंणे देवाधिदेव शंकर का मन में स्मरण करना आरम्भ किया। तब भक्तों की कामना पूर्ण करने वाले शंकर ने नारदजी को बुलाकर देव कार्य की इच्छा से उनको वहाँ भेजा।
शम्भु भक्त नारद शिव की आज्ञा से देवपुरी में गये। इन्द्रादिक सभी देवता व्याकुल हो शीघ्रता से उठ नारदजी को उत्कण्ठा भरी दृष्टि से देखने लगे। अपने सब दुखों को कहकर उन्हें नष्ट करने की प्रार्थना की।
नारद जी ने कहा–‘मैं सब कुछ जानता हूँ इसलिए अब मैं दैत्यराज जलन्धर के पास जा रहा हूँ।’ ऐसा कह नारदजी देवताओं को आश्वासित कर जलन्धर की सभा में आये। जलन्धर ने नारदजी के चरणों की पूजा कर हँसते हुए कहा।
जलन्धर बोला–‘हे ब्रह्मन! कहिए, आप कहाँ से आ रहे हैं ? यहाँ कैसे आये हैं ? मेरे योग्य जो सेवा हो उसकी आज्ञा दीजिए।’
नारदजी प्रसन्न होकर बोले–‘हे महाबुद्धिमान जलन्धर! तुम धन्य हो, मैं स्वेच्छा से कैलाश पर्वत पर गया था, जहाँ दश हजार योजनों में कल्पवृक्ष का वन है। वहाँ मैंने सैकड़ो कामधेनुओं को विचरते हुए देखा, तथा यह भी देखा कि वह चिन्तामणि से प्रकाशित परम दिव्य अद्भुत और सब कुछ सुवर्णमय है।
मैंने वहाँ पार्वती के साथ स्थित शंकरजी को भी देखा जो सर्वांग सुन्दर, गौर वर्ण, त्रिनेत्र और मस्तक पर चन्द्रमा धारण किये हुए है। उन्हें देखकर मुझे बड़ा आश्चर्य हुआ कि इनके समान समृद्धिशाली त्रिलोकी में कोई है या नहीं ?
हे दैत्येन्द्र! उसी समय मुझे तुम्हारी समृद्धि का स्मरण हो आया और उसे देखने की इच्छा से ही मैं तुम्हारे पास चला आया हूँ।’
यह सुन जलन्धर को बड़ा हर्ष हुआ। उसने नारदजी को अपनी सब समृद्धि दिखला दी। उसे देख नारदजी ने जलन्धर की बड़ी प्रशंसा की और कहा।
नारदजी बोले–‘निश्चय ही तुम त्रिलोकपति होने के योग्य थे। ब्रह्माजी का हंसयुक्त विमान तुम ले आये हो और द्युलोक, पाताल और पृथ्वी पर जितने भी रत्नादि हैं सब तुम्हारे ही तो हैं।
ऐरावत, उच्चै:श्रवा घोड़ा, कल्पवृक्ष और कुबेर की निधि भी तुम्हारे पास है। मणियों और रत्नों के ढेर भी तुम्हारे पास लगे हुए हैं। इससे मैं बड़ा प्रसन्न हूँ।
परन्तु तुम्हारे पास कोई स्त्री-रत्न नहीं है। उसके बिना तुम्हारा यह सब फीका है। तुम किसी स्त्री-रत्न को ग्रहण करो।’
नारदजी के ऐसे वचन सुनकर दैत्यराज काम से व्याकुल हो गया। उसने नारदजी को प्रणाम कर पूछा–‘ऐसी स्त्री कहाँ मिलेगी जो सब रत्नों में श्रेष्ठ हो।’
नारदजी ने कहा–‘ऐसा रत्न तो कैलाश पर्वत में योगी शंकर के ही पास है। उनकी सर्वांग सुन्दरी पत्नी देवी पार्वती बहुत ही मनोहर हैं।
उनके समान सुन्दरी मैं किसी को नहीं देखता। उनके उस रत्न की उपमा तीनों लोकों में कहीं नहीं है।’
देवर्षि उस दैत्य से ऐसा कहकर देव कार्य करने की इच्छा से आकाश मार्ग से चले गये।
🔹विद्यार्थियों की समस्याएँ एवं उनका समाधान
🔹स्मृति व बुद्धि शक्ति बढ़ाने के उपाय🔹
🔸 इंटरनेट पर अपना समय बरबाद न करें और जैविक घड़ी अनुसार अपनी दिनचर्या बनायें ।
🔸 भ्रामरी व अनुलोम-विलोम प्राणायाम, त्राटक, पूज्य बापूजी द्वारा बतायी गयी श्वासों को गिनने की साधना तथा पूज्यश्री से दीक्षा में प्राप्त सारस्वत्य मंत्र या भगवन्नाम का जप नियमितरूप से करें। ये एकाग्रता, स्मरणशक्ति बढ़ाने के अचूक साधन हैं ।
🔸 पढ़ाई करते समय कमर सीधी करके बैठें । कमर झुकाकर या लेट के न पढ़ें ।
🔸 पढ़ने से पहले जीभ को तालू में लगाकर थोड़ी देर शांत बैठें । इससे मन एकाग्र होता है और बुद्धिशक्ति बढ़ती है ।
🔸 जिन बच्चों को सिर में दर्द रहता है वे नाक में २-२ बूँद गुनगुना देशी गाय का शुद्ध घी डालें ।
🔸 देर रात तक पढ़ने से बुद्धि कमजोर होती है और याद भी देर से होता है । अतः रात को ९-१० बजे सो जायें और प्रातः ४-४.३० बजे उठ के पढ़ें ।
🔸 आसन, व्यायाम, सूर्यनमस्कार, पैदल भ्रमण रोज करें । सादा सात्त्विक भोजन करें ।
🔸 सुबह खाली पेट तुलसी के ५-७ पत्ते चबाकर ऊपर से १ गिलास गुनगुना पानी पियें (रविवार, द्वादशी, अमावस्या को छोड़कर) । तुलसी-सेवन व दूध में २ घंटे का अंतर रखें ।
🔸 सुबह १-१ चम्मच आँवला रस व शहद का मिश्रण लेने से स्मृतिशक्ति बढ़ती है ।
🔸 देशी गाय के दूध में १ चम्मच (५ ग्राम) देशी गाय का घी मिलाकर पीने से स्मृतिशक्ति व बुद्धि बढ़ती है । पेट साफ करने में भी यह मददरूप है ।
🔹स्मरणशक्ति बढ़ाने हेतु विशिष्ट औषधियाँ🔹
(१) सुवर्णप्राश : १ से २ गोली सुबह खाली पेट दूध या देशी गाय के घी से लें । यह बच्चों के बौद्धिक विकास के साथ मानसिक व शारीरिक विकास के लिए भी विशेष लाभदायी है ।
(२) शंखपुष्पी सिरप : १ से २ चम्मच सुबह-शाम लें । याददाश्त बढ़ाने हेतु यह एक दिव्य औषधि है ।
(३) ब्राह्मी घृत : एक चम्मच (५ ग्राम) घृत’ : सुबह खाली पेट गरम पानी से लें । बाद में भूख लगने पर भोजन करें । यह दिमागी कमजोरी को दूर करके बुद्धि की मंदता एवं याददाश्त की कमजोरी में लाभदायी है ।
जिनका आज जन्मदिन है उनको हार्दिक शुभकामनाएं बधाई और शुभाशीष
दिनांक 28 को जन्मे व्यक्ति राजसी प्रवृत्ति के व्यक्ति हैं। 2 और 8 आपस में मिलकर 10 होते हैं। इस तरह आपका मूलांक 1 होगा। आपको अपने ऊपर किसी का शासन पसंद नहीं है। आप साहसी और जिज्ञासु हैं। आपका मूलांक सूर्य ग्रह के द्वारा संचालित होता है। आप अत्यंत महत्वाकांक्षी हैं।
आप आशावादी होने के कारण हर स्थिति का सामना करने में सक्षम होते हैं। आप सौन्दर्यप्रेमी हैं। आपमें सबसे ज्यादा प्रभावित करने वाला आपका आत्मविश्वास है। इसकी वजह से आप सहज ही महफिलों में छा जाते हैं। आपकी मानसिक शक्ति प्रबल है। आपको समझ पाना बेहद मुश्किल है।
शुभ दिनांक : 1, 10, 20, 28
शुभ अंक : 1, 10, 20, 28, 37, 46, 55, 64, 73, 82
शुभ वर्ष : 2026, 2044, 2053, 2062
ईष्टदेव : सूर्य उपासना तथा मां गायत्री
शुभ रंग : लाल, केसरिया, क्रीम,
जन्मतिथि के अनुसार भविष्यफल :
नौकरीपेशा के लिए समय उत्तम हैं। पदोन्नति के योग हैं। यह वर्ष आपके लिए अत्यंत सुखद रहेगा। अधूरे कार्यों में सफलता मिलेगी। पारिवारिक मामलों में महत्वपूर्ण कार्य होंगे। अविवाहितों के लिए सुखद स्थिति बन रही है। विवाह के योग बनेंगे। बेरोजगारों के लिए भी खुशखबर है इस वर्ष आपकी मनोकामना पूरी होगी। स्वास्थ्य की दृष्टि से यह वर्ष उत्तम रहेगा।
आज का राशिफल
मेष🐐 (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)
आज के दिन आप अपने मतलब से ही व्यवहार करेंगे जिस जगह से कोई लाभ नजर नही आएगा उसके प्रति लापरवाही करेंगे लेकिन जहां से लाभ की संभावना दिखेगी वहां जल्दबाजी में करने का प्रयास करेंगे जिससे कुछ ना कुछ गड़बड़ होगी। कार्य क्षेत्र पर आप बदलाव लाने का प्रयास करेंगे परन्तु इससे आपकी पुरानी प्रतिष्ठा में कमी आ सकती है जो की निकट भविष्य में आर्थिक कमी का कारण बनेगी। आज किसी के बात ना मानने पर क्रोध आने से प्रेम सम्बन्धो में खटास आएगी इसलिए धैर्य रखने का प्रयास करें। आध्यात्म के प्रति निष्ठा कम ही रहेगी। भोगो में रुचि के कारण शांति नहीं मिल सकेगी। कुछ समय महत्त्वपूर्ण कागजी कार्यवाही में व्यतीत होगा किसी महत्त्वपूर्ण कागजात के गुम अथवा मिकने में विलंब होने से दुविधा में रहेंगे। पारिवारिक वातावरण आपके व्यवहार पर केंद्रित रहेगा। सेहत संबंधित शिकायत कम ही रहेगी।
वृष🐂 (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)
आज दिन का पहला भाग अशान्त रहेगा। पुरानी घरेलु उलझनों के कारण आज भी मन विचलित रहेगा। जिससे दैनिक कार्यो में चाह कर भी उत्साह नहीं दिखा पाएंगे। मध्यान के आस पास परिवार में किसी महिला के कारण ग़लतफ़हमी से विवाद हो सकता है। सन्तानो का व्यवहार विपरीत रहेगा। परन्तु दोपहर के बाद का समय कार्य क्षेत्र से लाभ दिला सकता है इसके लिए नौकरी एवं व्यवसाय को पूरा समय देना आवश्यक है। कार्य क्षेत्र पर हास्य के अवसर मिलने से मन को राहत मिलेगी। धन लाभ अकस्मात होने से अधूरे कार्य पूर्ण कर सकेंगे लेकिन किसी की आवश्यकता पड़ने पर आर्थिक सहायता ना कर पाने का दुख भी होगा। आज मित्रो अथवा अन्य कारणों से यात्रा की योजना बनेगी लेकिन अभी दो दिन पर्यटन यथा संभव टालने का प्रयास करें दुर्घटना हो सकती है।
मिथुन👫 (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)
आज का दिन आपके लिए धनदायक रहेगा सेहत प्रातःकाल के समय थोड़ी से नरम होगी लेकिन दिनचर्या में बाधा नही पहुचेगी। आज क्रय-विक्रय के व्यवसाय अथवा शेयर सट्टे में निवेश से निश्चित धन लाभ होगा। अन्य व्यवसाय में भी नए अनुबंध मिलने की सम्भवना रहेगी परन्तु नए व्यवसाय का आरम्भ अभी ना करें। व्यावसायिक यात्रा लाभदायक रहेगी साथ ही धन की उगाही भी कर पाएंगे। नौकरी पेशा जातको की कार्य क्षेत्र पर कठिन दिनचर्या रहेगी किसी सहयोगी के हिस्से का कार्य आपको करना पड़ेगा। धार्मिक कृत्यों विशेषकर ज्योतिषीय उपायो में विश्वास करेंगे लेकिन खर्च नही करेंगे। दाम्पत्य जीवन में नोकझोंक के बाद खुशियां बढ़ेंगी शुभसमाचार की प्राप्ति होगी। विरोधीयो सडयंत्र रचेंगे लेकिन असफल होंगे।
कर्क🦀 (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)
आज आप अपने किये सभी कार्यो में संतोष रखेंगे इसका मुख्य कारण परिस्थिति अनुसार स्वयं को ना ढालपाना रहेगा। पारिवारिक सदस्य आरम्भ में आपका विरोध करेंगे लेकिन समझाने के बाद आपके निर्णयों के समर्थन करेंगे। विशेषकर महिलाएं परिवार में अपनी जिम्मेदारी ठीक से निभाएंगी धन सम्बंधित समस्याओं को सुलझाने में भी आर्थिक सहयोग करेंगी। आप लाभ-हानि के चक्कर में ज्यादा नहीं पड़ेंगे लेकिन देखा देखी में सुखोपभोग की मानसिकता अवश्य रहेगी। पुराने स्नेहीजन से आनंददायक भेंट रहेगी। पड़ोसियों से किसी कारण बहस हो सकती है जिसका परिणाम बाद में गंभीर हो सकता है। सरकारी कार्य करने के लिए किसी की सहायता आवश्यक रहेगी फिर भी अधूरे ही रह जाएंगे। धन लाभ प्रयास करने पर होगा लेकिन आशा से कम। सेहत थोड़ी बहुत ढीली रहेगी लापरवाही करने पर अकस्मात बिगड़ सकती है।
सिंह🦁 (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)
आज के दिन आप अपने आप मे ही मस्त रहेंगे। इस कारण घर एवं बाहर का वातावरण असामान्य बनेगा। या तो किसी कार्य में प्रतिक्रिया देंगे नही देंगे तो हर कार्य में मीन मेख निकालने पर परिजन एवं सहकर्मियो को अखरेगा। व्यापार में लाभ की संभावनाएं तो रहेंगी परन्तु आपकी व्यवहार शून्यता के चलते आर्थिक लाभ विलम्ब से होगा अथवा निरस्त भी हो सकता है। परिवार के बुजुर्ग लोग आपकी उदार वृति को समझ आज शांत ही रहेंगे। नौकरी पेशा जातक कार्यो को जल्द पूर्ण करने के कारण गलती कर सकते है। सामजिक एवं धार्मिक क्षेत्र में आपका योगदान बढ़ने से सम्मान मिलेगा। संताने जिद्दी व्यवहार करेंगी इच्छा पूर्ति ना करने पर अशांति फैलाएंगी निकट भविष्य में खर्च कराकर ही मानेंगी। सेहत थोड़ी बहुत थकान व कमर दर्द को छोड़ सामान्य बनी रहेगी।
कन्या👩 (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)
आज के दिन परिस्थितियां बीते दिन से अधिक विकट रहने वाली है। नौकरी अथवा व्यवसाय में छोटी गलती के कारण बड़ा नुकसान हो सकता है इसलिये सहकर्मी अथवा नौकरों के ऊपर आश्रित ना रहें जितना संभव हो स्वयं की देखरेख में कार्य संपंन्न करवाये। सेहत में भी उतार चढ़ाव आने से कार्य प्रभावित हो सकते है उदर शूल अथवा अन्य पेट सम्बंधित व्याधि के कारण असहजता बनेगी। महिलाएं पुरुषों की अपेक्षा अधिक सजग रहेंगी फिर भी अपने कार्यो में असंतोष ही होगा। सरकारी एवं जमीनी कार्य आगे के लिए टलेंगे जिससे समय एवं धन नष्ट होगा। लोग आपके नरम स्वभाव का फायदा उठायेंगे उधार के कारण मान भंग की स्थिति बन सकती है। गृहस्थ जीवन में थोड़ी बहस होगी परन्तु शांति बनी रहेगी।
तुला⚖ (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)
आज के दिन लाभ की संभावना बनते बनते अनिर्णय की स्थिति के कारण बिगड़ सकती है कोई भी कार्य घरेलू हो या व्यवसायिक हाथ मे लेंगे शीघ्र परिणाम ना मिलता देख बीच मे छोड़ देंगे। आज सफलता पाने के लिए अधिक दृढ़ निश्चय एवं मन को एकाग्रचित और धैर्य भी रखना पड़ेगा। कार्य क्षेत्र पर प्रतिस्पर्धी अतिरिक्त प्रलोभन देकर आपके बनते कार्य को बिगाड़ने का प्रयास करेंगे फिर धन लाभ दैनिक खर्च लायक हो जाएगा। आज आपकी महात्त्वकांक्षाएँ भी अधिक रहेगी मध्यान तक पूरी ना होने पर मन मे संताप होगा प्रयास करते रहे संध्या तक किसी न किसी मे सफलता अवश्य मिलेगी। परिजन का व्यवहार अनुकूल रहेगा महत्त्वपूर्ण कार्यो में मार्गदर्शन भी मिलेगा परन्तु आप इसकी अनदेखी करेंगे घर के छोटे लोगो से आज विशेष स्नेह रहेगा। सेहत में विकार बनने पर भी इन्हें जल्दी से प्रकट नही करेंगे।
वृश्चिक🦂 (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)
आज आपको कार्य क्षेत्र पर कई व्यवधानों का सामना करना पड़ सकता है। परन्तु आत्मविश्वास बनाये रखें सोची योजनाएं अवश्य पूरी होंगी। प्रातःकाल कोई कार्य अकस्मात आने से दैनिक कार्य थोड़े विलम्ब से शुरू होने के कारण पूर्ण होने में भी विलम्ब होगा आर्थिक मामले भी इस वजह से प्रभावित हो सकते है। विपरीत लिंगीय व्यक्ति के प्रति अधिक आकर्षण बेवजह परेशानी का कारण बनेगा। प्रेम प्रसंगों में किसी ग़लतफ़हमी के कारण अचानक दूरी आ सकती है। धन सम्बंधित व्यवहारों के कारण असहजता रहेगी। नौकरी पेशा जातक भी कार्य स्थल पर असुरक्षित अनुभव करेंगे। अधिकारी वर्ग अकारण भी क्रोध कर सकते है। आज पेट अथवा अन्य शरीर के अंग में लंबी बीमारी हो सकती है। धन अथवा किसी आवश्यक कार्य मे टाल मटोल करने पर घर का माहौल थोड़ा अशांत व असंतुष्ट बनेगा।
धनु🏹 (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)
आज का दिन मंगलदायक रहेगा। धर्म-कर्म में रूचि रहेगी धार्मिक यात्रा अथवा दान-पुण्य के अवसर मिलेंगे लेकिन मन से स्वार्थ की भावना नही निकलेगी। व्यावसायिक क्षेत्र पर विलम्ब के कारण शीघ्र धन देने वाला अनुबंध हाथ से निकल सकता है। आज आलस्य एवं कार्य के प्रति उत्साह की कमी भी रहेगी। घरेलु कार्य की भरमार रहेगी भाग दौड़ के बाद भी इनमे से कुछ अधूरे रह सकते है। सामाजिक क्षेत्र पर उन्नति करेंगे नए लाभ के सम्बन्ध बनाने की कोशिश सफल रहेगी। पारिवारिक वातावरण गरिमामय रहेगा लोग आपके परिवार के आचरण की मिसाल देंगे लेकिन मतलब से ही। संध्या बाद मौज-शौक पर खर्च करेंगे। वायु विकार के कारण जोड़ो अथवा सीने में दर्द
हो सकता है।
मकर🐊 (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)
आज के दिन पूर्व में बरती स्वास्थ्य संबंधित लापरवाही के चलते दिन भर के कारण शारीरिक रूप से शिथिलता रहेगी। प्रातःकाल ध्यान का अभ्यास करना अत्यन्त लाभदायक रह सकता है। दिन के आरंभ में प्रत्येक कार्य में पहले लापरवाही दिखाएंगे परन्तु एक बार किसी कार्य को हाथ मे लेने पर उसी में तल्लीन हो जाएंगे। आर्थिक रूप से दिन उलझनों वाला रहेगा धन की आमद जरूर होगी पर आय की अपेक्षा खर्च अधिक रहेंगे संतुलन बनाना मुश्किल रहेगा। महिलाओं की भी आज जमा पूंजी घरेलू एवं सामाजिक व्यवहारों के ऊपर खर्च हो सकती है। स्वयं एवं परिजनों की सेहत का विशेष ख्याल रखें। बुजुर्गो से सामाजिक व्यवहारों के चलते मतभेद उभरेंगे। संतानो पर अनावश्यक दबाव ना डाले ठंडे तरल पदार्थों के सेवन एवं गहरे जल में जाने से बचें।
कुंभ🍯 (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)
आज का दिन नौकरी पेशाओ के लिए उत्तम रहेगा अधूरे कार्य पूर्ण होने से कार्य क्षेत्र पर प्रशंसा होगी नए अधिकार भी मिल सकते है। मध्यान के समय दौड़धूप करनी पड़ेगी लेकिन इसी से भविष्य की योजनाएं बलवती बनेंगी। परन्तु आज कारोबारी जातक किसी कार्य को लेकर दिन भर दुविधा की स्थिति में रह सकते है। पिता अथवा किसी निकटस्थ के सहयोग से दुविधा से मुक्ति मिलेगी धन लाभ कार्य मे विलम्ब के कारण आगे के लिए टलेगा आज भी आवश्यकता अनुसार हो ही जायेगा। पारिवारिक जन बेवजह जिद पर अड़ेंगे जिससे असुविधा महसूस करेंगे परन्तु निकट भविष्य में यही आनंद का कारण बनेगी। पड़ोसियों से मेलजोल बढेगा फिर भी घर के भेद ना दें बदनामी हो सकती है। महिलाओ के सहयोग से घर की सुख शांति बनी रहेगी।
मीन🐳 (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)
आज के दिन आप अपना ध्यान अनर्गल विषयो को छोड़ आवश्यक कार्यो पर एकाग्र करने का प्रयास करें अन्यथा जहाँ लाभ होना है वहां हानि मिलेगी। मन में अन्य उच्चस्तरीय लोगो की बराबरी करने की चाहत रहेगी वासनाओ में भी भटकेगा इनमे अधिक रुचि रहने के कारण धन खर्च की परवाह नहीं करेंगे। धन लाभ स्वयं की लापरवाही के चलते आगे के लिए टलेगा। व्यवसाय में निवेश आज ना ही करे आगे परिस्थितियां बाधक बनने से फंस सकता है। स्वयं अथवा परिजन की स्वास्थ्य सम्बंधित समस्याओं की अनदेखी आगे भारी पड़ सकती है। परिवार की अनदेखी करेंगे लेकिन अन्य लोगो की समस्या सुलझाने के लिए तत्परता दिखाएंगे इस कारण घर मे खींच-तान रह सकती है। विवेकी व्यवहार अपनाए बेवजह की परेशानी से बचेंगे।
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27 October 2024: Vaidik Panchang and Horoscope