जय माता दी
आज का वैदिक पंचांग
दिनांक – 12 अप्रैल 2024
दिन – शुक्रवार
विक्रम संवत् – 2081
अयन – उत्तरायण
ऋतु – वसंत
मास – चैत्र
पक्ष – शुक्ल
तिथि – चतुर्थी दोपहर 01:11 तक तत्पश्चात पंचमी
नक्षत्र – रोहिणी रात्रि 12.51 अप्रैल 13 तक तत्पश्चात मृगशिरा
योग सौभाग्य रात्रि 02:13 अप्रैल 13 तक तत्पश्चात शोभन
राहु काल – सुबह 11:05 से दोपहर 12:39 तक
सूर्योदय – 06:23
सूर्यास्त – 06:55
दिशा शूल – पश्चिम दिशा में
ब्राह्ममुहूर्त – प्रातः 04:52 से 05:37 तक
अभिजीत मुहूर्त – दोपहर 12.14 से दोपहर 01.04 तक
निशिता मुहूर्त- रात्रि 00.16 अप्रैल 13 से रात्रि 01.02 अप्रैल 13 तक
व्रत पर्व विवरण- विनायक चतुर्थी, लक्ष्मी पंचमी
विशेष – चतुर्थी को मूली खाने से धन का नाश होता है । पंचमी को बेल खाने से कलंक लगता है ।(ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)
चैत्र नवरात्रि
नवरात्रि की चतुर्थी तिथि की प्रमुख देवी मां कूष्मांडा हैं। देवी कूष्मांडा रोगों को तुरंत नष्ट करने वाली हैं । इनकी भक्ति करने वाले श्रद्धालु को धन-धान्य और संपदा के साथ-साथ अच्छा स्वास्थ्य भी प्राप्त होता है । मां दुर्गा के इस चतुर्थ रूप कूष्मांडा ने अपने उदर से अंड अर्थात ब्रह्मांड को उत्पन्न किया । इसी वजह से दुर्गा के इस स्वरूप का नाम कूष्मांडा पड़ा ।
मां कूष्मांडा के पूजन से हमारे शरीर का अनाहत चक्रजागृत होता है । इनकी उपासना से हमारे समस्त रोग व शोक दूर हो जाते हैं । साथ ही, भक्तों को आयु, यश, बल और आरोग्य के साथ-साथ सभी भौतिक और आध्यात्मिक सुख भी प्राप्त होते हैं।
आज चैत्र नवरात्र का चतुर्थ दिन है, आदिशक्ति श्री दुर्गा का चतुर्थ रूप श्री कूष्मांडा हैं। नवरात्रि के चतुर्थ दिन इनकी पूजा और आराधना की जाती है। पूरा संसार कूष्मांडा ही है। पौराणिक आख्यानों में कूष्मांडा देवी ब्रह्मांड को पैदा करती हैं। अपने उदर से अंड अर्थात् ब्रह्मांड को उत्पन्न करने के कारण इन्हें कूष्मांडा देवी के नाम से पुकारा जाता है। कूष्मांडा देवी की कल्पना एक गर्भवती स्त्री के रूप में की गई है अर्थात् जो गर्भस्थ होने के कारण भूमि से अलग नहीं है। इन देवी को ही तृष्णा और तृप्ति का कारण माना गया है। संस्कृत भाषा में कूष्माण्ड कूम्हडे को कहा जाता है, कूम्हडे की बलि इन्हें प्रिय है, इस कारण भी इन्हें कूष्मांडा के नाम से जाना जाता है। बलियों में कुम्हड़े की बलि इन्हें सर्वाधिक पसंद है। इसलिए भी इन्हें कूष्मांडा कहा जाता है।।
दुर्गा सप्तशती के कवच में लिखा है-:
कुत्सित: कूष्मा कूष्मा-त्रिविधतापयुत: संसार:, स अण्डेमांसपेश्यामुदररूपायां यस्या: सा कूष्मांडा.”
अर्थ-:
वह देवी जिनके उदर में त्रिविध तापयुक्त संसार स्थित है वह कूष्मांडा हैं। देवी कूष्मांडा इस चराचार जगत की अधिष्ठात्री हैं। जब सृष्टि की रचना नहीं हुई थी उस समय अंधकार का साम्राज्य था। देवी कुष्मांडा जिनका मुखमंडल सैकड़ों सूर्य की प्रभा से प्रदिप्त है उस समय प्रकट हुई उनके मुख पर बिखरी मुस्कुराहट से सृष्टि की पलकें झपकनी शुरू हो गयी और जिस प्रकार फूल में अण्ड का जन्म होता है उसी प्रकार कुसुम अर्थात् फूल के समान मां की हंसी से सृष्टि में ब्रह्मण्ड का जन्म हुआ। देवी कूष्मांडा सूयमंडल में निवास करती हैं और यह सूर्य मंडल को अपने संकेत से नियंत्रित रखती हैं।।
मां कुष्मांडा का स्वरूप-:
मां कूष्मांडा की आठ भुजाएं हैं। इसलिए इन्हें अष्टभुजा देवी भी कहा जाता है। मां दाहिने प्रथम हाथ में कुंभ अपनी कोख से लगाए हुए हैं, जो गर्भावस्था का प्रतीक माना जाता है। दूसरे हाथ में चक्र, तीसरे में गदा और चौथे में देवी सिद्धियों और निधियों का जाप करने वाली माला को धारण करती हैं। बांए प्रथम हाथ में कमल पुष्प, द्वितीय में शर, तृतीय में धनुष तथा चतुर्थ में कमंडल लिए हुए है। देवी अपने प्रिय वाहन सिंह पर सवार हैं।
कूष्मांडा मां सिंह पर आरूढ़, शांत मुद्रा की भक्तवत्सल देवी हैं। श्री कूष्मांडा के पूजन से अनाहत चक्र जाग्रति की सिद्धियां प्राप्त होती हैं। श्री कूष्मांडा की उपासना से जटिल से जटिल रोगों से मुक्ति मिलती है, सभी कष्ट दूर हो जाते हैं, भक्तों के समस्त रोग-शोक नष्ट हो जाते हैं। इनकी भक्ति से आरोग्यता के साथ-साथ आयु और यश की प्राप्ति होती है। इसलिए इस दिन अत्यंत पवित्र और शांत मन से मां कूष्मांडा की उपासना संपूर्ण विधि-विधान से करनी चाहिए।
मां कुष्मांडा का भोग प्रसाद-:
मां कूष्मांडा लाल गुलाब चढ़ाने पर अति प्रसन्न होती हैं। मालपुआ का भोग लगाएं।
इस उपाय से बुद्धि भी कुशाग्र होती है,रोगों से निजात, दीर्घजीवन, प्रसिद्धि और शोहरत पाने के रास्ते खुलते हैं।
मां कुष्मांडा का मंत्र-:
देवी कूष्मांडा की पूजा करने से पहले हाथों में फूल लेकर देवी को प्रणाम कर इस मंत्र का ध्यान करें-:
“सुरासम्पूर्णकलशं रूधिराप्लुतमेव च। दधानाहस्तपद्याभ्यां कुष्माण्डा शुभदास्तु में॥”
देवी की पूजा के पश्चात महादेव और परम पिता की पूजा करनी चाहिए।
मां कुष्मांडा का मंत्र-:
या देवी सर्वभूतेषु मां कूष्माण्डा रूपेण संस्थिता।
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:।।
नवरात्रि के चौथे दिन यानी चतुर्थी तिथि को माता दुर्गा को मालपुआ का भोग लगाएं । इससे समस्याओं का अंत होता है ।
कर्ज-निवारण व धन-वृद्धि हेतु रखें इन बातों का विशेष ध्यान
झाडू को कभी पैर न लगायें ।
भोजन बनाने के बाद तवा, कढ़ाई या अन्य बर्तन चूल्हे से उतारकर नीचे रखें ।
घर के दरवाजे को कभी भी पैर से ठोकर मार के न खोलें ।
देहली (दहलीज) पर बैठकर कभी भोजन न करें ।
सुबह शाम की पहली रोटी गाय के लिए बनायें व समय-अनुकूलता अनुसार खिला दें ।
घर के बड़ों को प्रणाम करें । उनके आशीर्वाद से घर में बरकत आती है ।
रसोईघर में जूठे बर्तन कभी भी नहीं रखें तथा रात्रि में जूठे बर्तन साफ करके ही रखें ।
घर में गलत जगह शौचालय बन गया हो तो शौचालय में नमक रखने से नकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव दूर होता है । नमक को शौचालय के अलावा कहीं भी खुला न रखें । इससे धन-नाश होता है ।
घर की नकारात्मक ऊर्जा (negative energy) दूर करने के लिए हफ्ते में एक बार नमक मिले पानी से पोंछा लगायें ।
घर में जितनी भी घड़ियाँ हों उन्हें चालू रखें, बंद होने पर तुरंत ठीक करायें, धनागम अच्छा होगा ।
घर की छत पर टूटी कुर्सियाँ, बंद घड़ियाँ, गत्ते के खाली डिब्बे, बोतलें, मूर्तियाँ या कबाड़ नहीं रखना चाहिए।
घर में जाला या काई न लगने दें ।
घर की दीवारों व फर्श पर पेंसिल, चाक आदि के निशान होने से कर्ज चढ़ता है । निशान हों तो मिटा दें ।
बाधाओं से सुरक्षा हेतु हल्दी व चावल पीसकर उसके घोल से या केवल हल्दी से घर के प्रवेश द्वार पर ॐ बना दें ।
प्रतिदिन प्रातः सूर्योदय के पूर्व उठकर स्नान करें, स्वच्छ वस्त्र पहनें । असत्य वचन न बोलें । पूजाघर में दीपक व गौ-चंदन धूपबत्ती जलायें । हो सके तो ताजे पुष्प चढ़ायें और तुलसी या रुद्राक्ष की माला से अपने गुरुमंत्र का कम से कम १००० बार (१० माला) जप करें । जिन्होंने मंत्रदीक्षा नहीं ली हो वे जो भी भगवन्नाम प्रिय लगता हो उसका जप करें ।
जिनका आज जन्मदिन है उनका हार्दिक शुभकामनाएं बधाई और शुभ आशीष
दिनांक 12 को जन्मे व्यक्तियों का अंक ज्योतिष के अनुसार मूलांक तीन आता है। यह बृहस्पति का प्रतिनिधि अंक है। आप दार्शनिक स्वभाव के होने के बावजूद एक विशेष प्रकार की स्फूर्ति रखते हैं। आपकी शिक्षा के क्षेत्र में पकड़ मजबूत होगी। आप एक सामाजिक प्राणी हैं।
आप सदैव परिपूर्णता या कहें कि परफेक्शन की तलाश में रहते हैं यही वजह है कि अकसर अव्यवस्थाओं के कारण तनाव में रहते हैं। ऐसे व्यक्ति निष्कपट, दयालु एवं उच्च तार्किक क्षमता वाले होते हैं। अनुशासनप्रिय होने के कारण कभी-कभी आप तानाशाह भी बन जाते हैं।
शुभ दिनांक : 3, 12, 21, 30
शुभ अंक : 1, 3, 6, 7, 10
शुभ वर्ष : 2028, 2030, 2031, 2034, 2043, 20410, 2052
ईष्टदेव : देवी सरस्वती, देवगुरु बृहस्पति, भगवान विष्णु
शुभ रंग : पीला, सुनहरा और गुलाबी
कैसा रहेगा यह वर्ष
घर या परिवार में शुभ कार्य होंगे। यह वर्ष आपके लिए अत्यंत सुखद है। नवीन व्यापार की योजना भी बन सकती है। दांपत्य जीवन में सुखद स्थिति रहेगी। किसी विशेष परीक्षा में सफलता मिल सकती है। नौकरीपेशा के लिए प्रतिभा के बल पर उत्तम सफलता का है। मित्र वर्ग का सहयोग सुखद रहेगा। शत्रु वर्ग प्रभावहीन होंगे। महत्वपूर्ण कार्य से यात्रा के योग भी है
मेष🐐 (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)
आज का दिन भी आपके अनुकूल रहेगा। आज दिन भर शारीरिक और मानसिक स्फूर्ति रहेगी। आज आपका सामाजिक व्यवहार बढ़ेगा लेकिन कुछ समय बाद यह झंझट भी लगने लगेगा। नौकरी अथवा व्यापार में लाभ के अनेक अवसर मिलेंगे लेकिन इनमें से एकाध का ही लाभ उठा पाएंगे। मध्यान के बाद का कुछ समय प्रेम-प्रसंग, मनोरंजन में बिताएंगे। मित्रो के साथ अकस्मात घूमने अथवा अन्य यात्रा का अवसर मिलेगा। मायके अथवा ससुराल से लाभ होने की संभावना है। यात्रा में सतर्कता बरते चोटादि का भय है।
वृष🐂 (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)
आज का दिन आपको शुभ फल देने वाला है। आज आप अपने व्यवहार कुशलता से किसी का भी दिल जीत सकते हैं। सरकारी अथवा अचल संपत्ति के दस्तावेज करने के लिए आज का दिन शुभ है। व्यवसाय में निवेश भविष्य के लिए लाभदायक रहेगा आज भी धन की प्राप्ति थोड़ी उठापटक के बाद संतोषजनक हो जाएगी। मित्र-परिजनों के साथ मनोरंजन के अवसर भी निकाल लेंगे। आज किये गए शुभकर्म भविष्य के लिये अति लाभदायक सिद्ध होंगे। छोटी मोटी बातो को छोड़ आरोग्य बना रहेगा।
मिथुन👫 (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)
आज का दिन आपके लिए हानिकर रहेगा। पूर्व में किये निवेश का लाभ नहीं मिलने से निराश होंगे नए कार्य की योजना भी ठंडी पड़ेगी। महत्त्वपूर्ण कार्य अधूरे रहने से आर्थिक समस्या खड़ी होगी। प्रतिस्पर्धा अधिक रहने से कार्य क्षेत्र पर मंदी का सामना करना पड़ेगा। कमीशन के कार्यो से माध्यम से कुछ लाभ हो सकता है। आज के दिन मौन धारण करने से कई समस्याओं का समाधान स्वतः ही हो जाएगा। घरेलू वातावरण में कुछ न कुछ समस्या लगी रहेगी। सेहत ठीक रहने पर भी काम मे मन नही लगेगा।
कर्क🦀 (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)
आज का दिन आपके लिये अनुकूल रहेगा। आज किसी कार्य अथवा व्यापार में अकस्मात धन मिलने से कार्य के प्रति उत्साह बढ़ेगा। नौकरी पेशा जातको को भी परिश्रम का फल आर्थिक या पदोन्नति के रूप में मिल सकेगा। धर्म के गूढ़ रहस्यों को जानने की उत्सुकता रहेगी। संध्या का समय परिजनों के साथ आनंद से बीतेगा। घर के बड़े बुजुर्गों से भविष्य के लिए उत्तम मार्गदर्शन मिलेगा। संतानों के ऊपर खर्च होगा। वाणी में थोड़ी कटुता रह सकती है फिर भी आज लोगो को आपसे स्वार्थ रहने के कारण बुरा नही मानेंगे। पेट संबंधित व्याधि परेशान कर सकती है।
सिंह🦁 (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)
आज का दिन आपके लिए लाभदायी रहेगा। आज आपको प्रत्येक कार्य का शुभफल प्राप्त होगा। व्यापार में मनोवांछित सफलता मिलने से मन हर्षित रहेगा। किसी रुके कार्य अथवा धन की प्राप्ति थोड़ा अधिक प्रयास करने पर हो सकती है। आज सांसारिक सुख सुविधाओं की वस्तुएं संकलित करने पर भी धन खर्च होगा। विवाहोत्सुकों के लिए योग्य साथी की तलाश पूरी हो सकती है। पारिवारिक दायित्वों की पूर्ति होगी। भाग्योदयकारक समय रहेगा। सेहत मध्याह्न बाद कुछ समय के लिये नरम रहेगी फिर भी हल्के में ना लें।
कन्या👩 (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)
आज का दिन आपके लिए उन्नति दायक रहेगा। कार्य क्षेत्र पर आज अधिकारियो का प्रोत्साहन मिलने से उन्नति के मार्ग खुलेंगे। व्यवसाय में लाभ पाने के लिए थोड़ा अतिरिक्त परिश्रम भी करना पड़ सकता है। आज गलत संगत अथवा गलत मार्गदर्शन में आकर अनैतिक कार्यो में पड़ने से मान हानि के योग बनेंगे। घरेलू वातावरण स्थिर रहेगा परिजनों से मधुर भावनात्मक सम्बन्ध रहेंगे। मनोरंजन पर्यटन के साधन उपलब्ध होने से आनंद मिलेगा। आकस्मिक धन लाभ होगा। छाती संबंधित समस्या हो सकती है।
तुला⚖️ (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)
आज का दिन विपरीत फल प्रदान करने वाला है। आज दिन भर सतर्क रहने की आवश्यकता है। सेहत नरम रहने से स्वभाव मे चिढ़चिढ़ापन आएगा फलस्वरूप किसी प्रियजन से मन मुटाव के प्रसंग बनेंगे। कार्य क्षेत्र पर धन कमाने के मार्ग खुले रहेंगे परन्तु दिमाग सही कार्य को छोड़ गलत की तरफ आकर्षित होने के कारण आर्थिक कारणों से चिंता बैचेनी रहेगी। कार्य क्षेत्र पर आज मन कम ही लगेगा। आज कानूनी उलझनों में फंसने की संभावना है। आध्यत्म से जुड़े मानसिक शान्ति मिलेगी।
वृश्चिक🦂 (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)
आज का दिन व्यावसायिक दृष्टिकोण से आपके लिए लाभदायक रहेगा। आज के दिन आप अपनी वाकपटुता और मीठी वाणी से लाभप्रद व्यापारिक सम्बंध विकसित कर सकेंगे। जो भविष्य के लिए भी हितकर रहेंगे। आज आप में वैचारिक निखार आएगा। लेकिन आज धन के कही फंसने के योग भी बन रहे है सतर्क रहें। परिजनों से सम्बन्ध मधुर रहेंगे। शारीरिक एवं मानसिक रूप से स्वस्थ्य रहेंगे। पुत्र से मतभेद हो सकते है। लंबी दूरी की यात्रा की योजना बनेगी।
धनु🏹 (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)
आज का दिन आपके अनुकूल रहेगा। आज आपको हर क्षेत्र से संम्मान-ऐश्वर्य की प्राप्ति होगी। व्यापार आज अपेक्षा के अनुसार तो नही फिर भी सामान्य से उत्तम रहने से प्रसन्न रहेंगे। धन की आमद अचानक होने से आश्चर्य में पड़ेंगे। आज आपकी वाणी की सौम्यता नए सम्बंध स्थापित करने में सहायता करेगी। घर के किसी बुजुर्ग से शुभकार्य करने की प्रेरणा मिलेगी घरेलू वातावरण भी आज आपके सोचे अनुसार रहेगा। घरेलू खर्च भी अधिक रहेगा। लंबी यात्रा से बचे सेहत ख़राब हो सकती है।
मकर🐊 (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)
आज के दिन किसी भी कार्य को करने से पहले उसकी जांच-परख अवश्य करें कार्य-व्यवसाय में हानि होने की संभावना है। आलस्य की प्रवृति के कारण आज महत्त्वपूर्ण सौदे हाथ से निकलने की भी संभावना है। परिवार में किसी से व्यर्थ की बातों पर उग्र चर्चा के कारण दिन भर पश्चाताप रहेगा। नए कार्य की शुरुआत आज ना करें। अनैतिक कार्यो से मानहानि हो सकती है इसका ध्यान रखें। असंयमित दिनचर्या के कारण सेहत ख़राब हो सकती है। धन की आमद को लेकर तरह तरह के प्रयास करेंगे लेकिन सफ़लता संदिग्ध है।
कुंभ🍯 (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)
आज के दिन आप के अन्दर आवेश की मात्रा अधिक रहेगी। आस-पडोसी से आज अहम को लेकर टकराव हो सकता है। वाणी व्यवहार में नरमी रखें अन्यथा मान हानि हो सकती है। कार्य व्यवसाय में आसानी से जितना मिल जाये उसी से संतोष करें अन्यथा किसी ना किसी से व्यर्थ के झगड़े हो सकते है। सरकारी कार्यो को सम्भव हो तो कुछ दिन स्थिगित करना बेहतर रहेगा असफलता मिल सकती है। अनैतिक कार्यो से आज दूर रहें। सेहत के ऊपर खर्च करना पड़ेगा। घर का वातावरण अस्त-व्यस्त रहेगा। सावधानी से दिन व्यतीत करें। कुछ समय के लिये मानसिक तनाव हो सकता है।
मीन🐳 (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)
आज के दिन आप शारीरिक एवं मानसिक रूप से चुस्त-दुरुस्त रहेंगे। परिवार के प्रति आज अधिक संवेदनशील रहेंगे। कार्य व्यवसाय से समय निकाल आज मनोरंजन एवं सामाजिक कार्यक्रमो में अधिक समय बितायेंगे। धार्मिक अथवा पर्यटक स्थानों की यात्रा का भी अवसर मिलेगा। सुख सुविधाओं पर अधिक खर्च होगा। परिजनों के साथ सामाजिक-धार्मिक कार्यक्रम में सम्मिलित होंगे। घरेलू वातावरण खर्च करने पर प्रसन्न ना करने पर अशांत बनेगा। किसी बहुप्रतीक्षित लाभ के मिलने की सम्भावना है।
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11 April 2024 Vaidik Panchang and Daily Horoscope