15 October 2024: Vaidik Panchang and Horoscope

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वैदिक पंचांग (Vaidik Panchang)
⛅दिनांक – 15 अक्टूबर 2024
⛅दिन – मंगलवार
⛅विक्रम संवत् – 2081
⛅अयन – दक्षिणायन
⛅ऋतु – शरद
⛅मास – आश्विन
⛅पक्ष – शुक्ल
⛅तिथि – त्रयोदशी रात्रि 12:19 अक्टूबर 16 तक तत्पश्चात चतुर्दशी
⛅नक्षत्र – पूर्व भाद्रपद रात्रि 10:08 तक तत्पश्चात उत्तर भाद्रपद
⛅योग – वृद्धि दोपहर 02:14 तक, तत्पश्चात ध्रुव
⛅राहु काल – दोपहर 03:19 से शाम 04:47 तक
⛅सूर्योदय – 06:37
⛅सूर्यास्त – 06:14
⛅दिशा शूल – उत्तर दिशा में
⛅ब्राह्ममुहूर्त – प्रातः 04:58 से 05:47 तक
⛅अभिजीत मुहूर्त – दोपहर 12:02 से दोपहर 12:48 तक
⛅निशिता मुहूर्त- रात्रि 12:01 अक्टूबर 16 से रात्रि 12:50 अक्टूबर 16 तक
⛅ व्रत पर्व विवरण – प्रदोष व्रत, सर्वार्थ सिद्धि योग (रात्रि 10:08 से प्रातः 06:47 अक्टूबर 16 तक)
⛅विशेष – द्वादशी को पूतिका (पोई) व त्रयोदशी को बैंगन खाने से पुत्र का नाश होता है । (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)

🔹घर में समृद्धि के लिए🔹

🔸घर में समृद्धि लाना चाहते हो तो जिस घर के पुरुष काम पर जाते हों तो घर की महिलाएँ, जब पुरुष काम पर जायें तब गीता के 11 वें अध्याय का 40 वां श्लोक 108 बार पढ़ें और भगवान से प्रार्थना करें कि मैंने ये जो पाठ किया है इसका पुण्य हमारे घर के अमुक-अमुक पुरुष को ( उनका नाम लेकर) दीजिये उन्हें कार्य खूब सफलता मिल ऐसी प्रार्थना करके अर्घ्य दें इससे घर के काम करने वाले व्यक्ति को बहुत सफलता मिलेगी यह कई लोगों का अनुभव है इस श्लोक की इतनी महिमा है और इतना सरल भी है ।

🔹रसोई घर ही औषधालय🔹

🔸संयम तथा उचित खान-पान के अभाव में बीमारियाँ दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है । थोड़ी भी तकलीफ होने पर हम महँगी, नुकसानदायक एलोपैथिक दवाईयों की शरण लेते हैं जिससे कुछ देर तक तो स्वास्थ्य ठीक रहता है परन्तु इनके लगातार उपयोग से शरीर खोखला होने लगता है और धीरे-धीरे बीमारियों का घर बन जाता है, अतः इनसे बचें । हमारे ऋषि-मुनियों नें मसाले एवं अन्य खाद्य पदार्थों को ही औषधियों के रुप में प्रयोग करने की सुन्दर रीति समाज को प्रदान की है जिसका अनुसरण कर हम कम खर्च में ही दीर्घकाल तक स्वस्थ रह सकते हैं ।

🔹सरल औषधि प्रयोग🔹

खासी में तुरन्त लाभ हेतु – (क) कच्ची हल्दी का रस पियें । (बच्चों के लिए पाव से आधा चम्मच, बड़ों के लिए 1 चम्मच) ।
(ख) अदरक का छोटा सा टुकड़ा चूसें ।

(ग) 2-3 काली मिर्च चूसें । अथवा काली मिर्च चबाकर गुनगुना पानी पियें ।

(घ) अत्यधिक खाँसी में 1-1 चम्मच अदरक व पान के पत्तों के रस में थोड़ा – सा पुराना गुड़ या शहद मिलाकर पीना उत्तम है ।

मोटापा व पुराना कब्ज – एक गिलास गुनगुने पानी में एक नींबू का रस एवं दो चम्मच शहद डालकर पीने से शरीर की अनावश्यक चर्बी कम होती है व पुराना कब्ज मिटता है ।
प्रदर रोग – आँवला चूर्ण को मिश्री के साथ लेने से स्त्रियों के अधिक मासिक स्राव व श्वेतप्रदर रोगों में लाभ होता है । धोये हुए चावल का पानी मिलाकर पीनें से पेचिश, अतिसार व प्रदर रोगों में लाभ होता है ।
मासिक सम्बंधी समस्याएँ
(क) सुबह खाली पेट 2-4 गिलास पानी पीने से अनियमित मासिक स्राव ठीक होता है ।

(ख) मासिक धर्म में पीड़ा होती हो तो 15 से 30 दिनों तक भोजन के बाद या बीच में गुनगुने पानी के साथ एक चुटकी अजवायन फांक लें ।

(ग) सुबह-शाम 1-1 चुटकी हींग गुनगुनें पानी में घोल के लेने से बिना कष्ट के खुलकर मासिक आता है । अधिक रक्तस्राव में अंतिम दो प्रयोग न करें ।

🔹बच्चे का मन पढ़ाई में न लगे तो… ।🔹

🔸यदि आपके बच्चे-बच्चियाँ पढ़ाई में ध्यान न देते हों, आलसी अथवा चंचल हों और आप चाहते हें कि वे पढ़ाई में ध्यान दें तो क्या करें ? डाँटने, फटकारने, मारने से काम नहीं चलेगा । बेटे-बेटी को ज्यादा डाँट-फटकारें तो वे सोचते हैं कि ‘ये तो मुझे डाँटते ही रहते हैं !’

इसके लिए एक छोटा सा प्रयोग है । अशोक वृक्ष के तीन-तीन पत्तों से बंदनवार (तोरण) बनाकर बच्चे के कमरे के दरवाजे की चौखट पर गुरुवार के दिन बाँध दें और संकल्प करें कि मेरे बच्चे का मन पढ़ाई में लगे । अगले गुरुवार को पहले वाले उतारकर ताजे पत्तों की नयी बंदनवार लगा दें । फिर तीसरे गुरुवार भी ऐसा करें । इस प्रकार तीन गुरुवार के बाद एक गुरुवार छोड़ दें । तीन-तीन करके कुल नौ गुरुवार तक यह प्रयोग करें । इससे लाभ होगा।

🌷 वास्तु शास्त्र 🌷
🏡 गुलाब, चंपा व चमेली के पौधे घर में लगाना अच्छा माना जाता है क्योंकि इससे मानसिक तनाव व अवसाद में कमी आती है।

🌷 शरद पूर्णिमा 🌷
➡️ 16 अक्टूबर 2024 बुधवार को शरद पुर्णिमा है।
🌙 शरद पूर्णिमा रात्रि में चन्द्रमा की किरणों में रखी हुई दूध – चावल की खीर का सेवन पित्तशामक व स्वास्थ्यवर्धक है | इस रात को सुई में धागा पिरोने से नेत्रज्योति बढ़ती है |

🌷 शरद पूर्णिमा पर अध्यात्मिक उन्नति 🌷
🌙 शरद पूनम रात को आध्यात्मिक उत्थान के लिए बहुत फायदेमंद है । इसलिए सबको इस रात को जागरण करना चाहिए अर्थात जहाँ तक संभव हो सोना नही चाहिए और इस पवित्र रात्रि में जप, ध्यान, कीर्तन करना चाहिए।

🌷 शरद पूनम की रात दिलाये आत्मशांति, स्वास्थ्यलाभ 🌷

🌙 आश्विन पूर्णिमा को ‘शरद पूर्णिमा’ बोलते हैं । इस दिन रास-उत्सव और कोजागर व्रत किया जाता है । गोपियों को शरद पूर्णिमा की रात्रि में भगवान श्रीकृष्ण ने बंसी बजाकर अपने पास बुलाया और ईश्वरीय अमृत का पान कराया था । अतः शरद पूर्णिमा की रात्रि का विशेष महत्त्व है । इस रात को चन्द्रमा अपनी पूर्ण कलाओं के साथ पृथ्वी पर शीतलता, पोषक शक्ति एवं शांतिरूपी अमृतवर्षा करता है ।
👉🏻 शरद पूनम की रात को क्या करें, क्या न करें ?
🌙 दशहरे से शरद पूनम तक चन्द्रमा की चाँदनी में विशेष हितकारी रस, हितकारी किरणें होती हैं । इन दिनों चन्द्रमा की चाँदनी का लाभ उठाना, जिससे वर्षभर आप स्वस्थ और प्रसन्न रहें । नेत्रज्योति बढ़ाने के लिए दशहरे से शरद पूर्णिमा तक प्रतिदिन रात्रि में 15 से 20 मिनट तक चन्द्रमा के ऊपर त्राटक करें ।
🌙 अश्विनी कुमार देवताओं के वैद्य हैं । जो भी इन्द्रियाँ शिथिल हो गयी हों, उनको पुष्ट करने के लिए चन्द्रमा की चाँदनी में खीर रखना और भगवान को भोग लगाकर अश्विनी कुमारों से प्रार्थना करना कि ‘हमारी इन्द्रियों का बल-ओज बढ़ायें ।’ फिर वह खीर खा लेना ।
🌙 इस रात सुई में धागा पिरोने का अभ्यास करने से नेत्रज्योति बढ़ती है ।
🌙 शरद पूनम दमे की बीमारी वालों के लिए वरदान का दिन है । अपने आश्रमों में निःशुल्क औषधि मिलती है, वह चन्द्रमा की चाँदनी में रखी हुई खीर में मिलाकर खा लेना और रात को सोना नहीं दमे का दम निकल जायेगा ।
🌙 चन्द्रमा की चाँदनी गर्भवती महिला की नाभि पर पड़े तो गर्भ पुष्ट होता है । शरद पूनम की चाँदनी का अपना महत्त्व है लेकिन बारहों महीने चन्द्रमा की चाँदनी गर्भ को और औषधियों को पुष्ट करती है ।
🌙 अमावस्या और पूर्णिमा को चन्द्रमा के विशेष प्रभाव से समुद्र में ज्वार-भाटा आता है । जब चन्द्रमा इतने बड़े दिगम्बर समुद्र में उथल-पुथल कर विशेष कम्पायमान कर देता है तो हमारे शरीर में जो जलीय अंश है, सप्तधातुएँ हैं, सप्त रंग हैं, उन पर भी चन्द्रमा का प्रभाव पड़ता है । इन दिनों में अगर काम-विकार भोगा तो विकलांग संतान अथवा जानलेवा बीमारी हो जाती है और यदि उपवास, व्रत तथा सत्संग किया तो तन तंदुरुस्त, मन प्रसन्न और बुद्धि में बुद्धिदाता का प्रकाश आता है ।
🌙 खीर को बनायें अमृतमय प्रसाद खीर को रसराज कहते हैं । सीताजी को अशोक वाटिका में रखा गया था । रावण के घर का क्या खायेंगी सीताजी ! तो इन्द्रदेव उन्हें खीर भेजते थे ।
🌙 खीर बनाते समय घर में चाँदी का गिलास आदि जो बर्तन हो, आजकल जो मेटल (धातु) का बनाकर चाँदी के नाम से देते हैं वह नहीं, असली चाँदी के बर्तन अथवा असली सोना धो-धा के खीर में डाल दो तो उसमें रजतक्षार या सुवर्णक्षार आयेंगे । लोहे की कड़ाही अथवा पतीली में खीर बनाओ तो लौह तत्त्व भी उसमें आ जायेगा । इलायची, खजूर या छुहारा डाल सकते हो लेकिन बादाम, काजू, पिस्ता, चारोली ये रात को पचने में भारी पड़ेंगे । रात्रि 09 बजे महीन कपड़े से ढँककर चन्द्रमा की चाँदनी में रखी हुई खीर 12 बजे के आसपास भगवान को भोग लगा के प्रसादरूप में खा लेनी चाहिए । लेकिन देर रात को खाते हैं इसलिए थोड़ी कम खाना और खाने से पहले एकाध चम्मच मेरे हवाले भी कर देना । मुँह अपना खोलना और भाव करना : ‘लो महाराज ! आप भी लगाओ भोग ।’ और थोड़ी बच जाय तो फ्रिज में रख देना । सुबह गर्म करके खा सकते हो ।
➡ (खीर दूध, चावल, मिश्री, चाँदी, चन्द्रमा की चाँदनी – इन पंचश्वेतों से युक्त होती है, अतः सुबह बासी नहीं मानी जाती ।)

🌷 शरद पूनमः चन्द्र-दर्शन शुभ 🌷
🙏🏻 इस रात को हजार काम छोड़कर 15 मिनट चन्द्रमा को एकटक निहारना। एक-आध मिनट आँखें पटपटाना। कम-से-कम 15 मिनट चन्द्रमा की किरणों का फायदा लेना, ज्यादा करो तो हरकत नहीं। इससे 32 प्रकार की पित्तसंबंधी बीमारियों में लाभ होगा, शांति होगी।
🌙 फिर छत पर या मैदान में विद्युत का कुचालक आसन बिछाकर लेटे-लेटे भी चंद्रमा को देख सकते हैं।
👁 जिनको नेत्रज्योति बढ़ानी हो वे शरद पूनम की रात को सुई में धागा पिरोने की कोशिश करें।
🙏🏻 इस रात्रि में ध्यान-भजन, सत्संग कीर्तन, चन्द्रदर्शन आदि शारीरिक व मानसिक आरोग्यता के लिए अत्यन्त लाभदायक है।
🌙 शरद पूर्णिमा की शीतल रात्रि में (9 से 12 बजे के बीच) छत पर चन्द्रमा की किरणों में महीन कपड़े से ढँककर रखी हुई दूध-पोहे अथवा दूध-चावल की खीर अवश्य खानी चाहिए। देर रात होने के कारण कम खायें, भरपेट न खायें, सावधानी बरतें।

आज का सुविचार
कर्म, ज्ञान और भक्ति- ये तीनों जहाँ मिलते हैं वहीं सर्वश्रेष्ठ पुरुषार्थ जन्म लेता है।

जिनका आज जन्मदिन है उनको हार्दिक शुभकामनाएं बधाई और शुभाशीष

नांक 15 को जन्मे व्यक्ति का मूलांक 6 होगा। आपमें गजब का आत्मविश्वास है। इसी आत्मविश्वास के कारण आप किसी भी परिस्थिति में डगमगाते नहीं है। आपको सुगंध का शौक होगा। इस अंक से प्रभावित व्यक्ति आकर्षक, विनोदी, कलाप्रेमी होते हैं। आप अपनी महत्वाकांक्षा के प्रति गंभीर होते हैं। 6 मूलांक शुक्र ग्रह द्वारा संचालित होता है। अत: शुक्र से प्रभावित बुराई भी आपमें पाई जा सकती है। जैसे स्त्री जाति के प्रति आपमें सहज झुकाव होगा। अगर आप स्त्री हैं तो पुरुषों के प्रति आपकी दिलचस्पी होगी। लेकिन आप दिल के बुरे नहीं है।

शुभ दिनांक : 6, 15, 24

शुभ अंक : 6, 15, 24, 33, 42, 51, 69, 78

शुभ वर्ष : 2025 2026

ईष्टदेव : मां सरस्वती, महालक्ष्मी

शुभ रंग : क्रीम, सफेद, लाल, बैंगनी

जन्मतिथि के अनुसार भविष्यफल :
नौकरीपेशा व्यक्ति अपने परिश्रम के बल पर उन्नति के हकदार होंगे। बैक परीक्षाओं में भी सफलता अर्जित करेंगे। दाम्पत्य जीवन में मिली जुली स्थिति रहेगी। आर्थिक मामलों में सभंलकर चलना होगा। लेखन संबंधी मामलों के लिए उत्तम होती है। जो विद्यार्थी सीए की परीक्षा देंगे उनके लिए शुभ रहेगा। व्यापार-व्यवसाय में भी सफलता रहेगी। विवाह के योग भी बनेंगे। स्त्री पक्ष का सहयोग मिलने से प्रसन्नता रहेगी।

आज का राशिफल

मेष🐐 (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)
आज का दिन आपके लिये बेहतर रहने वाला है आज सामाजिक क्षेत्र हो अथवा नौकरी- धंधा या अन्य क्षेत्रों में आज के दिन से कुछ न कुछ लाभ अवश्य उठाएंगे, मित्रों, सगे- सम्बंधियों के साथ किसी मनोहर स्थान पर जाने से मानसिक तनाव में कमी आएगी। किसी परिचित के मागंलिक प्रसंगों में उपस्थित हो सकते है। स्त्री मित्रों तथा पत्नी और पुत्र से लाभ अथवा शुभ समाचार प्राप्त होगा। विवाहोत्सुक युवक- युवतियों की वैवाहिक समस्या कुछ हद तक हल होगी। सेहत का ख्याल रखे चोटादि से कष्ट होने के योग भी है। धन लाभ आशाजनक हो जाएगा।

वृष🐂 (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)
आज कोई भी अविचारी कदम उठाने से बचे। हालांकि आज जिस भी कार्य को करेंगे देर-अबेर उसमें सफलता तो आपको मिलेगी ही। प्रतिस्पर्धियों को भी आप परास्त कर सकेंगे। भाई बंधुओं और पड़ोसियों के साथ खूब अच्छे सम्बंध रहेंगे लेकिन ज्यादा स्नेह भी आज कलह का कारण बन सकता है इसका ध्यान रखें। कार्य क्षेत्र से आर्थिक लाभ भी होंगे। परिवार जनों का सहयोग कम मिलेगा लेकिन आज सार्वजनिक मान-सम्मान मिलेगा। चित्त में प्रसन्नता रहेगी। सेहत में थोडी नरमी रहने पर भी परवाह नही करेंगे।

मिथुन👫 (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)
आज आप सांसारिक विषय में कम रुचि रखकर आध्यात्मिकता की तरफ मुड़ेंगे। गूढ़ रहस्यमय विद्याओं की तरफ विशेष आकर्षण रहेगा। गहरे चिंतन- मनन आपको अलौकिक अनुभूति कराएंगे। लेकिन आज आपके अंदर अहम भावना भी रहेगी किसी की मामूली बात को भी सहन नही कर पाएंगे। आज वाणी पर संयम रखने से बहुत-सी गलतफहमियों से बच सकेंगे। कार्य क्षेत्र अथवा अन्य साधनों से अचानक धन लाभ होगा। नए कार्यों का प्रारंभ आज न करें। सेहत उत्तम रहेगी।

कर्क🦀 (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)
दिन का आरंभ चिंता और उद्वेग के साथ होगा। साथ-साथ स्वास्थ्य की शिकायत भी रहेगी सर अथवा बदन दर्द से शुरुआत होकर पूरे शरीर को शिथिल करेगी। नए कार्य शुरू करने के लिए दिन अच्छा नहीं है। आकस्मिक धन खर्च होगा। अत्यधिक कामुकता आपके मानभंग का कारण न बने इसका ध्यान रखें। छोटी मोटी यात्रा- प्रवास के योग है लेकिन इसमें कठिनाई आएगी। आज किसी के बहकावे में ना आये अपना विवेक लगाए। घरेलू वातावरण आपकी आशा के विपरीत रहेगा।

सिंह🦁 (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)
आज के दिन आपके अधिकांश कार्य निर्विघ्न पूरे होंगे, जिससे आप खुश रहेंगे। नौकरी- व्यवसायिक स्थल पर परिस्थिति आपके अनुकूल रहेगी सोचे समझे कार्य में सफलता मिलेगी। बुजुर्गों और उच्च पदाधिकारियों की कृपादृष्टि रहने के कारण आप मानसिक रूप से किसी भी प्रकार के बोझ से मुक्त होंगे। गृहस्थ जीवन में आनंद रहेगा। धन प्राप्ति और पदोन्नति का योग है। संध्या का समय तनाव और थकान वाला रहेगा मनोरंजन के साधन तलाशेंगे। आज भावनाओ में बहकर किसी से भी मन की बात ना बताये अन्यथा आगे के लिये परेशानी खड़ी हो सकती है।

कन्या👩 (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)
आजके दिन आपको जिद्दी व्यवहार छोड़कर समाधानपूर्ण व्यवहार रखने की जरूरत है। आज आप जिस भी बात को पकड़ लेंगे उसे मनवाकर ही छोड़ेंगे चाहे उससे घर अथवा बाहर वालो को समस्या ही क्यों ना हो साथ मे आपकी अनियंत्रित वाणी किसी से भी मनमुटाव करा सकती है। कार्य क्षेत्र पर दुविधा में फंसा मन आपको कोई ठोस निर्णय पर नहीं आने देगा। जिसके परिणाम स्वरूप लाभ होते होते हाथ से निकल सकता है। महत्त्वपूर्ण निर्णय आज न ले। स्वास्थ्य का ध्यान रखें।

तुला⚖️ (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)
आज आपके कुछ दिनों से रुके अधूरे कार्य पूरे होंगे तथा कार्य में सफलता और यश की प्राप्ति होगी। घर में शांति और आनंद का वातावरण आपके मन को प्रसन्न रखेगा। मित्र रिश्तेदारों से भी आज मधुर संबंध रहेंगे। स्वास्थ्य बना रहेगा। कार्य व्यवसाय में आपकी युक्ति काम आएगी। आर्थिक लाभ आशा से कम लेकिन अवश्य होगा। ऑफिस में संघर्ष या मनमुटाव के अवसर आ सकते हैं। इससे सावधान रहना आवश्यक है। कही सुनी बातो पर यकीन ना करें।

वृश्चिक🦂 (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)
आज दिन के आरम्भ से ही नकारात्मक विचार मन पर हावी न हो जाएं इसका ख्याल रखने की आवश्यकता है।मानसिक अस्वस्थता आपको परेशान करेंगे। स्वास्थ्य के सम्बंध में भी कुछ न कुछ शिकायत रहेगी। नौकरी में उच्च अधिकारियों के साथ सावधानीपूर्वक कार्य करें अन्यथा भविष्य में मिलने वाले लाभों से वंचित भी रह सकते है। संतानों की समस्याएँ आपको चिंतित करेंगे। प्रतिस्पर्धी अपनी चाल में सफल होंगे। आज महत्त्वपूर्ण निर्णय न ले। धन की आमद और खर्च बराबर रहेंगे।

धनु🏹 (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)
आज के दिन आप कुछ नया करने का प्रयास करेंगे लेकिन कार्य के आरंभ में ही नकारात्मक विचार हताशा पैदा करेंगे। धन लाभ बहुत कम होगा। प्रातः से मध्याह्न तक शारीरिक और मानसिक रूप से अस्वस्थता अनुभव करेंगे। माता- पिता के साथ मतभेद होगा अथवा उनका स्वास्थ्य खराब होगा। जमीन, मकान तथा वाहन आदि दस्तावेज करने में सावधानी रखें धोखा होने की संभावना है। जलाशय अथवा ऊंचाई वाले स्थानों पर जाने से बचें। भावनात्मकता के प्रवाह में न बहें ।

मकर🐊 (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)
आप गृहस्थ जीवन और दांपत्यजीवन में सुख- शांति का अनुभव करेंगे। पारिवारिक सदस्यों और निकटस्थ दोस्तों के साथ उत्तम स्थान की यात्रा स्वादिष्ट भोजन करने का अवसर मिलेगा। एकाध छोटे से प्रवास का आयोजन भी होने की संभावना है। स्वास्थ्य अच्छा रहेगा। नये पुराने कार्य से धन लाभ होगा। दूर बसने वाले स्नेहीजनों का समाचार आपको खुश करेगा। भागीदारी में लाभ तथा सार्वजनिक जीवन में आपको मान- सम्मान की प्राप्ति होगी। सेहत मध्यान के आस पास नरम हो सकती है।

कुंभ🍯 (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)
आजके दिन आप तन-मन से खुश और प्रफुल्लित रहेंगे। कुटुंबीजनों और मित्रों के साथ उत्तम भोजन प्रवास या मिलन- मुलाकात का अवसर आएगा। जीवनसाथी के साथ गाढ़ी आत्मीयता रहने से भविष्य की चिंता नही करेंगे। कार्य क्षेत्र पर दिन के आरंभ से मध्याह्न तक मेहनत ज्यादा करनी पड़ेगी इसके बदले संध्या के आसपास आशानुकूल आर्थिक लाभ होगा। किसी शुभ कार्यक्रम में सम्मिलित होने के लिये बाहर जाना पड़ सकता है। मित्र परिचितों से आनंददायक समाचार प्राप्त होगा।

मीन🐳 (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)
आज का आधा भाग दिन आपके लिए थोड़ा कष्टदायक रहेगा पूर्व में बरती लापरवाही अथवा वाहन चलाने में असावधानी के चलते शारीरिक कष्ट हो सकता है। बार बार प्रयास करने के बाद भी कार्य न बनने के कारण मानसिक रूप से भी आप परेशान रहेंगे। क्रोध पर अंकुश रखना पड़ेगा। अधिक खर्च होने से पैसे की तंगी रहेगी।दोपहर के बाद स्थित में काफी बदलाव आएगा धन की आमद किसी न किसी रूप में होगी लेकिन शारीरिक-पारिवारिक समस्या के चलते आज प्रसन्नता के अवसर मुश्किल से ही मिलेंगे॥

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14 October 2024: Vaidik Panchang and Horoscope

 

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