हर हर महादेव
वैदिक पंचांग
दिनांक – 11 अप्रैल 2024
दिन – गुरुवार
विक्रम संवत् – 2081
अयन – उत्तरायण
ऋतु – वसंत
मास – चैत्र
पक्ष – शुक्ल
तिथि – तृतीया दोपहर 03:03 तक तत्पश्चात चतुर्थी
नक्षत्र – कृतिका रात्रि 01.38 अप्रैल 12 तक तत्पश्चात रोहिणी
योग प्रीति सुबह 07:19 तक तत्पश्चात आयुष्मान
राहु काल – दोपहर 02:13 से दोपहर 03:47 तक
सूर्योदय – 06:24
सूर्यास्त – 06:55
दिशा शूल – दक्षिण दिशा में
ब्राह्ममुहूर्त – प्रातः 04:52 से 05:38 तक
अभिजीत मुहूर्त – दोपहर 12.14 से दोपहर 01.05 तक
निशिता मुहूर्त- रात्रि 00.16 अप्रैल 12 से रात्रि 01.02 अप्रैल 12 तक
व्रत पर्व विवरण- मत्स्य जयंती, गौरी पूजा, गणगौर
विशेष – तृतीया को परवल खाना शत्रुओं की वृद्धि करने वाला है।
मत्स्य जयंती – 11 अप्रैल 2024
भगवान विष्णु के 10 प्रमुख अवतारों में से उनका मत्स्य रूप भी एक है । मत्स्य यानी मछली जिस प्रकार उन्होंने सृष्टि के कल्याण के लिए अपने बाकी अवतार लिए थे ठीक उसी तरह भगवान का यह रूप भी संसार की सुरक्षा के लिए ही था । चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मत्स्य जयंती के रूप में मनाया जाता है । यह दिन श्री हरी विष्णु के मत्स्य अवतार को समर्पित है । मत्स्य जयंती के दिन विष्णु जी की विशेष पूजा की जाती है। भक्त पूरी श्रद्धा के साथ पूजा, पाठ व्रत आदि करते हैं ।
चैत्र नवरात्रि (9 अप्रैल से 17 अप्रैल 2024)
नवरात्रि की तृतीया तिथि यानी तीसरा दिन माता चंद्रघंटा की पूजा कि जाती है । यह शक्ति माता का शिवदूती स्वरूप हैं । इनके मस्तक पर घंटे के आकार का अर्धचंद्र है, इसी कारण इन्हें चंद्रघंटा देवी कहा जाता है । असुरों के साथ युद्ध में देवी चंद्रघंटा ने घंटे की टंकार से असुरों का नाश किया था । नवरात्रि के तृतीय दिन इनका पूजन किया जाता है । इनके पूजन से साधक को मणिपुर चक्र के जाग्रत होने वाली सिद्धियां स्वत: प्राप्त हो जाती हैं तथा सांसारिक कष्टों से मुक्ति मिलती है ।
तृतीया तिथि यानी की तीसरे दिन को माता दुर्गा को दूध का भोग लगाएं । इससे दुखों से मुक्ति मिलती है।
गणगौर तीज – 11 अप्रैल 2024
चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को गणगौर तीज का उत्सव मनाया जाता है। इस बार यह पर्व 11 अप्रैल, गुरुवार को है । गणगौर उत्सव में मुख्य रूप से माता पार्वती व भगवान शिव का पूजन किया जाता है । भगवान शंकर-माता पार्वती को प्रसन्न करने के लिए इस दिन कुछ उपाय भी कर सकते हैं। ये उपाय इस प्रकार है-
देवी भागवत के अनुसार, माता पार्वती का अभिषेक आम अथवा गन्ने के रस से किया जाए तो लक्ष्मी और सरस्वती ऐसे भक्त का घर छोड़कर कभी नहीं जातीं। वहां संपत्ति और विद्या का वास रहता है ।
शिवपुराण के अनुसार, लाल व सफेद आंकड़े के फूल से भगवान शिव का पूजन करने से भोग व मोक्ष की प्राप्ति होती है।
माता पार्वती को घी का भोग लगाएं तथा उसका दान करें । इससे रोगी को कष्टों से मुक्ति मिलती है तथा वह निरोगी होता है।
माता पार्वती को शक्कर का भोग लगाकर उसका दान करने से भक्त को दीर्घायु प्राप्त होती है । दूध चढ़ाकर दान करने से सभी प्रकार के दु:खों से मुक्ति मिलती है । मालपुआ चढ़ाकर दान करने से सभी प्रकार की समस्याएं अपने आप ही समाप्त हो जाती है।
भगवान शिव को चमेली के फूल चढ़ाने से वाहन सुख मिलता है । अलसी के फूलों से शिव का पूजन करने से मनुष्य भगवान विष्णु को प्रिय होता है ।
भगवान शिव की शमी पत्रों से पूजन करने पर मोक्ष प्राप्त होता है । बेला के फूल से पूजन करने पर शुभ लक्षणों से युक्त पत्नी मिलती है । धतूरे के फूल के पूजन करने पर भगवान शंकर सुयोग्य पुत्र प्रदान करते हैं, जो परिवार का नाम रोशन करता है । लाल डंठल वाला धतूरा पूजन में शुभ माना गया है ।
भगवान शिव पर ईख (गन्ना) के रस की धारा चढ़ाई जाए तो सभी आनंदों की प्राप्ति होती है । शिव को गंगाजल चढ़ाने से भोग व मोक्ष दोनों की प्राप्ति होती है ।
देवी भागवत के अनुसार वेद पाठ के साथ यदि कर्पूर, अगरु (सुगंधित वनस्पति), केसर, कस्तूरी व कमल के जल से माता पार्वती का अभिषेक करने से सभी प्रकार के पापों का नाश हो जाता है तथा साधक को थोड़े प्रयासों से ही सफलता मिलती है ।
जूही के फूल से भगवान शिव का पूजन करने से घर में कभी अन्न की कमी नहीं होती। दूर्वा से पूजन करने पर आयु बढ़ती है । हरसिंगार के फूलों से पूजन करने पर सुख-सम्पत्ति में वृद्धि होती है ।
देवी भागवत के अनुसार, माता पार्वती को केले का भोग लगाकर दान करने से परिवार में सुख-शांति रहती है । शहद का भोग लगाकर दान करने से धन प्राप्ति के योग बनते हैं । गुड़ की वस्तुओं का भोग लगाकर दान करने से दरिद्रता का नाश होता है।
भगवान शिव को चावल चढ़ाने से धन की प्राप्ति हो सकती है । तिल चढ़ाने से पापों का नाश हो जाता है।
द्राक्षा (दाख) के रस से यदि माता पार्वती का अभिषेक किया जाए तो भक्तों पर देवी की कृपा बनी रहती है।
नवरात्रि की तृतीया तिथि यानी तीसरा दिन माता चंद्रघंटा की पूजा कि जाती है । यह शक्ति माता का शिवदूती स्वरूप हैं । इनके मस्तक पर घंटे के आकार का अर्धचंद्र है, इसी कारण इन्हें चंद्रघंटा देवी कहा जाता है । असुरों के साथ युद्ध में देवी चंद्रघंटा ने घंटे की टंकार से असुरों का नाश किया था । नवरात्रि के तृतीय दिन इनका पूजन किया जाता है । इनके पूजन से साधक को मणिपुर चक्र के जाग्रत होने वाली सिद्धियां स्वत: प्राप्त हो जाती हैं तथा सांसारिक कष्टों से मुक्ति मिलती है ।
तृतीया तिथि यानी की तीसरे दिन को माता दुर्गा को दूध का भोग लगाएं । इससे दुखों से मुक्ति मिलती है ।
आज तीसरा नवरात्र माता चंद्रघंटा की पूजा उपासना का दिन।
मां दुर्गाजी की तीसरी शक्ति का नाम चंद्रघंटा है
नवरात्रि उपासना में तीसरे दिन इन्हीं के विग्रह का पूजन-अर्चन किया जाता है। इनका यह स्वरुप परम शान्तिदायक और कल्याणकारी है। बाघ पर सवार मां चंद्रघंटा के शरीर का रंग स्वर्ण के समान चमकीला है। इनके मस्तक में घंटे के आकार का अर्धचंद्र विराजमान है, इसलिए इन्हें चंद्रघंटा कहा जाता है। दस भुजाओं वाली देवी के हर हाथ में अलग-अलग शस्त्र विभूषित है।
इनके गले में सफेद फूलों की माला सुशोभित रहती हैं। इनकी मुद्रा युद्ध के लिए उद्धत रहने वाली होती है। इनके घंटे की तरह भयानक ध्वनि से अत्याचारी दानव, दैत्य और राक्षस सदैव प्रकम्पित रहते है। दुष्टों का दमन और विनाश करने में सदैव तत्पर रहने के बाद भी इनका स्वरुप दर्शक और आराधक के लिए अत्यंत सौम्यता और शांति से परिपूर्ण रहता है।अतः भक्तों के कष्टों का निवारण ये शीघ्र ही कर देती हैं। इनका वाहन सिंह है अतः इनका उपासक सिंह की तरह पराक्रमी और निर्भय हो जाता है।
इनके घंटे की ध्वनि सदा अपने भक्तों की प्रेत-बाधादि से रक्षा करती है। इनका ध्यान करते ही शरणागत की रक्षा के लिए इस घंटे की ध्वनि निनादित हो उठती है। इस दिन साधक का मन ‘मणिपुर चक्र’ में प्रविष्ट होता है और मां चंद्रघंटा की कृपा से उसे आलोकिक वस्तुओं के दर्शन होते हैं। मां चंद्रघंटा के भक्त और उपासक जहां भी जाते है लोग उन्हें देखकर शांति का अनुभव करते है। इनके साधक के शरीर से दिव्य प्रकाश युक्त परमाणुओं का अदृश्य विकिरण होता है। यह दिव्य क्रिया साधारण चक्षुओं से दिखाई नहीं देती, किंतु साधक व उसके संपर्क में आने वाले लोग इस बात का अनुभव करते हैं।
पूजा का फल-:
इनकी आराधना से साधकों को चिरायु, आरोग्य, सुखी और संपन्न होने का वरदान प्राप्त होता है। मां चंद्रघंटा की कृपा से साधक के समस्त पाप और बाधाएं नष्ट हो जाती है। इनकी आराधना से प्राप्त होने वाला एक बहुत बड़ा सद्गुण यह भी है कि साधक में वीरता और निर्भयता के साथ ही सौम्यता एवं विनम्रता का भी विकास होता है। उसके मुख, नेत्र तथा सम्पूर्ण काया में कांति वृद्धि होती है एवं स्वर में दिव्य-अलौकिक माधुर्य का समावेश हो जाता है। क्रोधी, छोटी-छोटी बातों से विचलित हो जाने और तनाव लेने वाले तथा पित्त प्रकृति के लोग मां चंद्रघंटा की भक्ति करें।
देवी की पूजा विधि एवं आराधना मंत्र-:
मां को शुद्ध जल और पंचामृत से स्नान कराएं। अलग-अलग तरह के फूल,अक्षत, कुमकुम, सिन्दूर,अर्पित करें। केसर-दूध से बनी मिठाइयों या खीर का भोग लगाएं। मां को सफेद कमल,लाल गुडहल और गुलाब की माला अर्पण करें और प्रार्थना करते हुए मंत्र जप करें-:
“या देवी सर्वभूतेषु मां चंद्रघंटा रूपेण संस्थिता।
नमस्तस्यै, नमस्तस्यै, नमस्तस्यै, नमो नमः।”
पिंडजप्रवरारूढा, चंडकोपास्त्रकैर्युता।
प्रसादं तनुते मह्यं, चंद्रघंटेति विश्रुता।।
जिनका आज जन्मदिन है उनको हार्दिक शुभकामनाएं बधाई और शुभ आशीष
दिनांक 11 को जन्मे व्यक्ति का मूलांक 2 होगा, इस मूलांक को चंद्र ग्रह संचालित करता है। चंद्र ग्रह मन का कारक होता है। आप अत्यधिक भावुक होते हैं। ग्यारह की संख्या आपस में मिलकर दो होती है इस तरह आपका मूलांक दो होगा। आप स्वभाव से शंकालु भी होते हैं। दूसरों के दु:ख दर्द से आप परेशान हो जाना आपकी कमजोरी है। चंद्र ग्रह स्त्री ग्रह माना गया है। अत: आप अत्यंत कोमल स्वभाव के हैं।
आपमें अभिमान तो जरा भी नहीं होता। चंद्र के समान आपके स्वभाव में भी उतार-चढ़ाव पाया जाता है। आप अगर जल्दबाजी को त्याग दें तो आप जीवन में बहुत सफल होते हैं। आप मानसिक रूप से तो स्वस्थ हैं लेकिन शारीरिक रूप से आप कमजोर हैं।
शुभ दिनांक : 2, 11, 20, 29
शुभ अंक : 2, 11, 20, 29, 56, 65, 102
शुभ वर्ष : 2027, 2029, 2036
ईष्टदेव : भगवान शिव, बटुक भैरव
शुभ रंग : सफेद, हल्का नीला, सिल्वर ग्रे
कैसा रहेगा यह वर्ष
किसी नवीन कार्य योजनाओं की शुरुआत करने से पहले बड़ों की सलाह लें। बगैर देखे किसी कागजात पर हस्ताक्षर ना करें। व्यापार-व्यवसाय की स्थिति ठीक-ठीक रहेगी। स्वास्थ्य की दृष्टि से संभल कर चलने का वक्त होगा। पारिवारिक विवाद आपसी मेलजोल से ही सुलझाएं। दखलअंदाजी ठीक नहीं रहेगी। लेखन से संबंधित मामलों में सावधानी रखना होगी।
मेष🐐 (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)
आज का दिन बीते दिनों की अपेक्षा सुख-शांति से बितायेंगे। आज आपके स्वाभाव में नरमी रहने से परिजनों के साथ चल रहे मतभेद सामान्य होंगे। कला एवं संगीत में आज विशेष रूचि रहेगी। कार्य क्षेत्र पर आज किसी प्रतिष्ठित व्यक्ति का सहयोग मिलने से रुके कार्य पूर्ण होंगे। धन की आमद कम लेकिन संतोषजनक हो जाएगी। रिश्तेदारों व संतानों के ऊपर खर्च बढेगा। नजदीकी रिश्तेदारो से शुभ समाचार मिलेगा। सेहत सामान्य रहेगी।
वृष🐂 (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)
आज का दिन आपको शुभ फलों अथवा समाचारों की प्राप्ति कराएगा। दिन आज दिनभर प्रसन्नचित रहेंगे। घर में किसी मांगलिक कार्यक्रम की योजना बनाएंगे। अविवाहितो को दूर से रिश्ते आएंगे लेकिन इसमे सफलता मिलने में अभी कुछ समय लग सकता है। कार्य क्षेत्र पर भी आज का दिन बेहतर रहेगा। आर्थिक लाभ की संभावनाएं प्रबल रहेंगी। आज आप हर परिस्थिति से निपटने के लिए तैयार रहेंगे। सेहत उत्तम बनी रहेगी अग्नि अथवा लोहे से सावधानी रखें।
मिथुन👫 (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)
आज का दिन लगभग सभी कारणों से विपरीत फलदायक रहने वाला है। हाथ में लिए कार्य समय से पूरा नहीं कर पाने से अधिकारियो अथवा सम्बंधित व्यक्ति की नाराजगी झेलनी पड़ेगी। भोजन भूख लगने पर ही खाये असंयमित भोजन के कारण सेहत खराब हो सकती है। नए अनुबंधों पर विचार फिलहाल टालें। परिजनों को थोड़ा समय दें। उपहार सम्मान के साथ खर्च भी होगा। सेहत नरम गरम रहेगी। यात्रा के योग भी बन रहे है।
कर्क🦀 (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)
आपका आज का दिन आनंद दायक रहेगा। पूर्व में लिये निर्णय आज शुभ फल प्रदान करेंगे। परंतु धन लाभ के लिए आज थोड़ा परिश्रम करना पड़ेगा। नौकरी वाले जातक घरेलु कार्य के लिये समय निकालने में परेशानी आएगी। सामाजिक अथवा पारिवारिक प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। घर में किसी मांगलिक कार्यक्रम के कारण चहल-पहल रहेगी। विवाहोत्सुक को शीघ्र योग्य जीवनसाथी मिलेगा। आरोग्य आज ठीक रहेगा फिर भी खाने पीने में संयम बरतें।
सिंह🦁 (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)
आज के दिन रुके हुए कार्यो में गति आएगी। कार्य क्षेत्र पर आज होने वाली गतिविधियों की समीक्षा अवश्य करें गलतियों में सुधार होगा। धन लाभ आज निश्चित होगा भले ही थोड़ा विलम्ब से हो। धार्मिक कार्यो में आस्था रहेगी। दान पुण्य करेंगे। सामाजिक व्यवहार पर खर्च होगा। घर में शांति से रहे छोटी बातों पर विवाद होने की संभावना है। छोटी मोटी स्वास्थ्य संबंधित शिकायते लगी राह सकती है।
कन्या👩 (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)
आज का दिन मिश्रित फलदायक रहेगा। आज आपकी अथवा घर में किसी सदस्य की सेहत अकस्मात ख़राब होने या पुराने रोग के बढ़ने से भाग-दौड़ करनी पड़ेगी। कार्य क्षेत्र पर भी आज आर्थिक कारणों से कार्य अटक सकते है। उधार की वसूली में परेशानी आएगी। किसी अरिष्ट की चिंता से मन व्याकुल रहेगा। सहकर्मियों का सहयोग मिलने से थोड़ी राहत मिलेगी। कर्ज लेना पड़ सकता है। मानसिक तनाव ना बढ़ने दें आध्यात्म का सहारा लें।
तुला⚖️ (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)
आपका आज का दिन विषम परिस्थितियों वाला रहेगा। सेहत में गिरावट आने से कार्य के प्रति उत्साह कम रहेगा। कार्य क्षेत्र पर भी आज प्रतिस्पर्धा अधिक रहेगी जिससे मन मे विपरीत खयाल आएंगे। विरोधी आज आपको नीचा दिखाने का हर संभव प्रयास करेंगे व्यर्थ के विवाद से दूरी बना कर रहें। आज आपके पुण्य उदय होने से धर्म-कर्म के प्रति आस्था बढ़ेगी। परिजनों का सहयोग मिलता रहेगा। धन लाभ के लिये आज अनैतिक साधनों से दूरी बनाकर रहें।
वृश्चिक🦂 (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)
आज का दिन आपकी आशा से अधिक शुभ रहने से आश्चर्य चकित होंगे। घर एवं बाहर के वातावरण में शांति आएगी। आज आपके सभी कार्य स्वतः होते नजर आएंगे। स्त्री अथवा पति के सहयोग से भाग्योदय हो सकता है। व्यवहार में मृदुलता रखें तो आज आकस्मिक लाभ की संभावना बढ़ेगी। पैतृक संपत्ति का विवाद सुलझने से राहत मिलेगी। छोटी-बड़ी यात्रा के योग बन रहे है।
धनु🏹 (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)
आज का दिन सामान्यतः शुभ फल देने वाला रहेगा। परंतु आज विलासी प्रवृति पर अंकुश लगाने की आवश्यकता है। सेहत में मामूली गिरावट अनुभव करेंगे। कार्य क्षेत्र पर थोडी माथापच्ची करनी पड़ सकती है परंतु धन लाभ के प्रयास अवश्य सफल होंगे। पैतृक संबंधो से आकस्मिक लाभ होगा। सरकारी कार्य कल के लिए छोड़ना बेहतर रहेगा। स्त्री सुख मिलेगा। पूर्व नियोजित यात्रा में कुछ कष्ट होने के बाद आनन्द मिलेगा।
मकर🐊 (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)
आज का दिन बीते कल की तुलना में थोड़ी राहत प्रदान करेगा। आज धन का खर्च आय की तुलना में अधिक रहेगा फिर भी मानसिक रूप से दिन भर प्रसन्न रहेंगे। घर में मेहमानों के आने से चहल-पहल रहेगी। कीमती वस्तुओ की खरीददारी पर खर्च होगा। उपहार वस्तुओ का आदान प्रदान होगा। कार्य क्षेत्र से आज सिमित धन लाभ होगा फिर भी संतोष कर लेंगे। प्रियजनों के साथ उत्तम भोजन पर्यटन सुख मिलेगा। सेहत का ध्यान रखें।
कुंभ🍯 (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)
आज का दिन श्रम साध्य रहेगा। दिन के पूर्वार्ध में अनिर्णय की स्थिति रहेगी। स्वयं अथवा परिजन का ख़राब स्वास्थ्य भी चिंता का विषय बनेगा। धीरे-धीरे स्थिति नियंत्रण में आ जायेगी। कार्य क्षेत्र पर आज महत्त्वपूर्ण कार्य मध्यान के बाद करना लाभदायक रहेगा। घरेलु उत्पादों के क्रय-विक्रय सम्बंधित व्यापार से अच्छा मुनाफा कमाएंगे। धन की आमद के लिये कुछ इंतजार करना पड़ेगा। घरेलू पूजा पाठ में भाग लेंगे।
मीन🐳 (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)
आज का दिन आपके अनुकूल रहने वाला है। आज दिन भर मानसिक रूप से शांति अनुभव करेंगे कुछ गलतियों के कारण आत्म ग्लानि भी होगी परंतु आज आपका ध्यान परिवार में सुख शान्ति कायम रखने पर रहेगा। घर में सुख के साधनों पर खर्च करेंगे। घूमने-फिरने के स्वादिष्ट भोजन के अवसर भी मिलेंगे। कार्य क्षेत्र पर आज का दिन भी सामान्य ही रहेगा। लेट लतीफी के कारण धन लाभ में कमी आएगी। सेहत संध्या के आसपास कुछ समय के लिये विपरीत हो सकती है।
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10 April 2024 Vaidik Panchang and Daily Horoscope