हर हर महादेव
वैदिक पंचांग (Vaidik Panchang)
दिनांक – 08 अगस्त 2024
दिन – गुरूवार
विक्रम संवत् – 2081
अयन – दक्षिणायन
ऋतु – वर्षा
मास – श्रावण
पक्ष – शुक्ल
तिथि – चतुर्थी रात्रि 12:36 अगस्त 09 तक तत्पश्चात पंचमी
नक्षत्र – उत्तर फाल्गुनी रात्रि 11:34 तक तत्पश्चात हस्त
योग – शिव दोपहर 12:39 तक तत्पश्चात सिद्ध
राहु काल – दोपहर 02:23 से शाम 04:01 तक
सूर्योदय – 06:13
सूर्यास्त – 07:17
दिशा शूल – दक्षिण दिशा में
ब्राह्ममुहूर्त – प्रातः 04:46 से 05:30 तक
अभिजीत मुहूर्त – दोपहर 12:19 से दोपहर 01:11
निशिता मुहूर्त- रात्रि 12:24 अगस्त 09 से रात्रि 01:07 अगस्त 09 तक
व्रत पर्व विवरण – विनायक चतुर्थी
विशेष – चतुर्थी को मूली खाने से धन-नाश होता है | (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)
राशियों के अनुकूल करें महादेव का रुद्राभिषेक पूजन
मेष:
शहद से अभिषेक।
चंदन और लाल पुष्प चढ़ाएं।
वृषभ:
दही से अभिषेक। सफेद फूल, बेलपत्र चढ़ाएं।
मिथुन:
गन्ने के रस से अभिषेक। भांग, धतूरा, तथा बेलपत्र चढ़ाएं।
कर्क:
दूध में शक्कर मिलाकर अभिषेक। श्वेत फूल, धतूरा और बेलपत्र चढ़ाएं।
सिंह:
जल में मधु और गुड़ मिलाकर अभिषेक। कनेर का पुष्प, लाल रंग का चंदन, गुड़ और चावल से बनी खीर चढ़ाएं।
कन्या:
गन्ने के रस से अभिषेक। भांग, दुर्वा, पान तथा बेलपत्र चढ़ाएं।
तुला:
गाय के घी, इत्र या सुगंधित तेल या मिश्री मिले दूध से अभिषेक। सफेद फूल चढ़ाएं।
वृश्चिक:
पंचामृत और शहद से जलाभिषेक। लाल फूल, लाल चंदन, बेलपत्र, बेल के पौधे की जड़ चढ़ाएं।
धनु:
दूध में पीला चंदन मिलाकर अभिषेक। पीले रंग के फूल, खीर का भोग लगाएं।
मकर:
गंगाजल, नारियल के पानी से अभिषेक। बेलपत्र, धूतरा, शमी व नीले कमल के फूल, भांग, अष्टगंध एवं उड़द से बनी मिठाई का भोग लगाएं।
कुंभ:
नारियल के पानी, सरसों व तिल के तेल से अभिषेक। शमी के फूल से पूजन करें।
मीन:
केसर मिश्रित जल से जलाभिषेक। पंचामृत, दही, दूध और पीले पुष्प चढ़ाएं।
नागपंचमी
श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को नागपंचमी का पर्व मनाया जाता है। इस बार ये पर्व 09 अगस्त, शुक्रवार को है। इस दिन नागों की पूजा करने का विधान है। हिंदू धर्म में नागों को भी देवता माना गया है। महाभारत आदि ग्रंथों में नागों की उत्पत्ति के बारे में बताया गया है। इनमें शेषनाग, वासुकि, तक्षक आदि प्रमुख हैं। नागपंचमी के अवसर पर हम आपको ग्रंथों में वर्णित प्रमुख नागों के बारे में बता रहे हैं-
वासुकि नाग
धर्म ग्रंथों में वासुकि को नागों का राजा बताया गया है। ये हैं भगवान शिव के गले में लिपटे रहते हैं। (कुछ ग्रंथों में महादेव के गले में निवास करने वाले नाग का नाम तक्षक भी बताया गया है)। ये महर्षि कश्यप व कद्रू की संतान हैं। इनकी पत्नी का नाम शतशीर्षा है। इनकी बुद्धि भगवान भक्ति में लगी रहती है। जब माता कद्रू ने नागों को सर्प यज्ञ में भस्म होने का श्राप दिया तब नाग जाति को बचाने के लिए वासुकि बहुत चिंतित हुए। तब एलापत्र नामक नाग ने इन्हें बताया कि आपकी बहन जरत्कारु से उत्पन्न पुत्र ही सर्प यज्ञ रोक पाएगा।
तब नागराज वासुकि ने अपनी बहन जरत्कारु का विवाह ऋषि जरत्कारु से करवा दिया। समय आने पर जरत्कारु ने आस्तीक नामक विद्वान पुत्र को जन्म दिया। आस्तीक ने ही प्रिय वचन कह कर राजा जनमेजय के सर्प यज्ञ को बंद करवाया था। धर्म ग्रंथों के अनुसार, समुद्र मंथन के समय नागराज वासुकि की नेती (रस्सी) बनाई गई थी। त्रिपुरदाह (इस युद्ध में भगवान शिव ने एक ही बाण से राक्षसों के तीन पुरों को नष्ट कर दिया था) के समय वासुकि शिव धनुष की डोर बने थे।
शेषनाग
शेषनाग का एक नाम अनंत भी है। शेषनाग ने जब देखा कि उनकी माता कद्रू व भाइयों ने मिलकर विनता (ऋषि कश्यप की एक और पत्नी) के साथ छल किया है तो उन्होंने अपनी मां और भाइयों का साथ छोड़कर गंधमादन पर्वत पर तपस्या करनी आरंभ की। उनकी तपस्या से प्रसन्न होकर ब्रह्मा ने उन्हें वरदान दिया कि तुम्हारी बुद्धि कभी धर्म से विचलित नहीं होगी।
ब्रह्मा ने शेषनाग को यह भी कहा कि यह पृथ्वी निरंतर हिलती-डुलती रहती है, अत: तुम इसे अपने फन पर इस प्रकार धारण करो कि यह स्थिर हो जाए। इस प्रकार शेषनाग ने संपूर्ण पृथ्वी को अपने फन पर धारण कर लिया। क्षीरसागर में भगवान विष्णु शेषनाग के आसन पर ही विराजित होते हैं। धर्म ग्रंथों के अनुसार, भगवान श्रीराम के छोटे भाई लक्ष्मण व श्रीकृष्ण के बड़े भाई बलराम शेषनाग के ही अवतार थे।
तक्षक नाग
धर्म ग्रंथों के अनुसार, तक्षक पातालवासी आठ नागों में से एक है। तक्षक के संदर्भ में महाभारत में वर्णन मिलता है। उसके अनुसार, श्रृंगी ऋषि के शाप के कारण तक्षक ने राजा परीक्षित को डसा था, जिससे उनकी मृत्यु हो गयी थी। तक्षक से बदला लेने के उद्देश्य से राजा परीक्षित के पुत्र जनमेजय ने सर्प यज्ञ किया था। इस यज्ञ में अनेक सर्प आ-आकर गिरने लगे। यह देखकर तक्षक देवराज इंद्र की शरण में गया।
जैसे ही ऋत्विजों (यज्ञ करने वाले ब्राह्मण) ने तक्षक का नाम लेकर यज्ञ में आहुति डाली, तक्षक देवलोक से यज्ञ कुंड में गिरने लगा। तभी आस्तिक ऋषि ने अपने मंत्रों से उन्हें आकाश में ही स्थिर कर दिया। उसी समय आस्तिक मुनि के कहने पर जनमेजय ने सर्प यज्ञ रोक दिया और तक्षक के प्राण बच गए।
कर्कोटक नाग
कर्कोटक शिव के एक गण हैं। पौराणिक कथाओं के अनुसार, सर्पों की मां कद्रू ने जब नागों को सर्प यज्ञ में भस्म होने का श्राप दिया तब भयभीत होकर कंबल नाग ब्रह्माजी के लोक में, शंखचूड़ मणिपुर राज्य में, कालिया नाग यमुना में, धृतराष्ट्र नाग प्रयाग में, एलापत्र ब्रह्मलोक में और अन्य कुरुक्षेत्र में तप करने चले गए।
ब्रह्माजी के कहने पर कर्कोटक नाग ने महाकाल वन में महामाया के सामने स्थित शिव लिंग की स्तुति की। शिव ने प्रसन्न होकर कहा- जो नाग धर्म का आचरण करते हैं, उनका विनाश नहीं होगा। इसके बाद कर्कोटक नाग उसी शिवलिंग में प्रवेश कर गया। तब से उस लिंग को कर्कोटेश्वर कहते हैं। मान्यता है कि जो लोग पंचमी, चतुर्दशी और रविवार के दिन कर्कोटेश्वर शिवलिंग की पूजा करते हैं उन्हें सर्प पीड़ा नहीं होती।
कालिया नाग
श्रीमद्भागवत के अनुसार, कालिया नाग यमुना नदी में अपनी पत्नियों के साथ निवास करता था। उसके जहर से यमुना नदी का पानी भी जहरीला हो गया था। श्रीकृष्ण ने जब यह देखा तो वे लीलावश यमुना नदी में कूद गए। यहां कालिया नाग व भगवान श्रीकृष्ण के बीच भयंकर युद्ध हुआ। अंत में श्रीकृष्ण ने कालिया नाग को पराजित कर दिया। तब कालिया नाग की पत्नियों ने श्रीकृष्ण से कालिया नाग को छोडऩे के लिए प्रार्थना की। तब श्रीकृष्ण ने उनसे कहा कि तुम सब यमुना नदी को छोड़कर कहीं और निवास करो। श्रीकृष्ण के कहने पर कालिया नाग परिवार सहित यमुना नदी छोड़कर कहीं और चला गया।
इनके अलावा कंबल, शंखपाल, पद्म व महापद्म आदि नाग भी धर्म ग्रंथों में पूज्यनीय बताए गए हैं।
वर्षा ऋतु में विशेष लाभदायी
पेट के व अन्य विकारों में लाभकारी अजवायन
अजवायन उष्ण, तीक्ष्ण, जठराग्निवर्धक, उत्तम वायु कफनाशक, आमपाचक व पित्तवर्धक है । वर्षा ऋतु में होनेवाले पेट के विकारों, जोड़ों के दर्द, कृमि- रोग तथा कफजन्य विकारों में अजवायन खूब लाभदायी है।
औषधीय प्रयोग
भोजन से आधे घंटे पहले अजवायन में थोड़ा-सा काला नमक मिलाकर गुनगुने पानी के साथ लेने से मंदाग्नि, अजीर्ण, अफरा (gas), पेट के दर्द एवं अम्लपित्त (hyperacidity) में राहत मिलती है ।
भोजन के पहले कौर के साथ अजवायन खाने से जोड़ों के दर्द में आराम मिलता है ।
अजवायन और तिल समभाग मिलाकर दिन में १-२ बार खाने से अधिक मात्रा में व बार-बार पेशाब आने की समस्या में राहत मिलती है ।
अजवायन और एक लौंग का चूर्ण शहद मिलाकर चाटने से उलटी में लाभ होता है ।
१५ से ३० दिनों तक भोजन के बाद या बीच में गुनगुने पानी के साथ अजवायन लेने से मासिक धर्म के समय होनेवाली पीड़ा में राहत मिलती है । (यदि मासिक अधिक आता हो, गर्मी अधिक हो तो उक्त प्रयोग न करें । सुबह खाली पेट २ से ४ गिलास पानी पीने से अनियमित मासिक स्राव में लाभ होता है ।)
उपरोक्त सभी प्रयोगों में अजवायन की सेवन मात्रा: आधा से २ ग्राम ।
अजवायन का तेल
लाभ: अजवायन के तेल की मालिश संधिवात (arthritis) और गठिया में खूब लाभदायी है ।
तेल बनाने की विधि : २५० मि.ली. तिल के तेल को गरम करके नीचे उतार लें । इसमें १५ से २० ग्राम अजवायन डालकर कुछ देर ढक के रखें फिर छान लें । अजवायन का तेल तैयार ! इससे दिन में २ बार मालिश करें ।
सावधानी : ग्रीष्म व शरद ऋतु में तथा पित्त प्रकृति वालों को अजवायन का उपयोग अत्यल्प मात्रा में करना चाहिए ।
पंचक
अगस्त में पंचक का आरंभ 19 अगस्त, सोमवार को शाम को 07 बजकर 01 मिनट पर हो रहा है। वहीं, इसका समापन 23 अगस्त, शुक्रवार को रात्रि 07 बजकर 58 मिनट पर होगा।
एकादशी
पवित्रा एकादशी (श्रावण शुक्ल) 16 अगस्त 2024
प्रदोष
17 अगस्त 2024, शनिवार शनि प्रदोष व्रत (शुक्ल)
जिनका आज जन्मदिन है उनको हार्दिक शुभकामनाएं बधाई और शुभाशीष
आज जन्मे व्यक्ति का मूलांक 8 होगा। आप अपने जीवन में जो कुछ भी करते हैं उसका एक मतलब होता है। आपके मन की थाह पाना मुश्किल है। आपको सफलता अत्यंत संघर्ष के बाद हासिल होती है। कई बार आपके कार्यों का श्रेय दूसरे ले जाते हैं। यह ग्रह सूर्यपुत्र शनि से संचालित होता है।
इस दिन जन्मे व्यक्ति धीर गंभीर, परोपकारी, कर्मठ होते हैं। आपकी वाणी कठोर तथा स्वर उग्र है। आप भौतिकतावादी है। आप अदभुत शक्तियों के मालिक हैं।
शुभ दिनांक : 8, 17, 26
शुभ अंक : 8, 17, 26, 35, 44
शुभ वर्ष : 2024, 2042
ईष्टदेव : हनुमानजी, शनि देवता
शुभ रंग : काला, गहरा नीला, जामुनी
जन्मतिथि के अनुसार भविष्यफल :
शत्रु वर्ग प्रभावहीन होंगे, स्वास्थ्य की दृष्टि से समय अनुकूल ही रहेगा। सभी कार्यों में सफलता मिलेगी। जो अभी तक बाधित रहे है वे भी सफल होंगे। व्यापार-व्यवसाय की स्थिति उत्तम रहेगी। राजनैतिक व्यक्ति भी समय का सदुपयोग कर लाभान्वित होंगे। नौकरीपेशा व्यक्ति प्रगति पाएंगे। बेरोजगार प्रयास करें, तो रोजगार पाने में सफल होंगे।
आज का राशिफल
मेष🐐 (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)
आज का दिन आपके लिये धूप छांव जैसी परिस्थिति बनाएगा एक पल में किसी शुभ समाचार से उत्साहित होंगे तो अगले ही पल किसी अन्य कारण से निराशा बनेगी। दिन के आरंभिक भाग में कम समय मे ज्यादा से ज्यादा लाभ पाने की योजना बनाएंगे आपकी कार्य शैली भी इसी के अनुसार ही रहेगी लेकिन मन मे हद से ज्यादा स्वार्थ सिद्धि की भावना पूर्ण सफल नही होने देगी उल्टे पुराने व्यवहारों में खटास बनेगी। नौकरी पेशा भी अनैतिक मार्ग से लाभ उठाने का प्रयास करेंगे सफल भी होंगे लेकिन प्रलोभन बढ़ने पर बदनामी भी हो सकती है। आर्थिक लाभ आज अवश्य होगा पर जिस समय आशा नही होगी तब ही। घर मे छोटे मोटे सुख के साधनों पर खर्च करना पड़ेगा। विद्युत उपकरणों से सतर्क रहें। यात्रा लाभदायक रहेगी।
वृष🐂 (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)
आज के दिन आप अधिक स्वाभिमानी रहेंगे। बुद्धि विवेक का परिचय हर क्षेत्र पर देंगे पराक्रम शक्ति भी प्रबल रहेगी किसी का सहयोग जल्दी से नही लेंगे लेकिन जिस समय सहयोग की आवश्यकता पड़ेगी उस समय मिलेगा नही। कार्य क्षेत्र पर व्यवसाय की गति धीमी रहेगी फिर भी चालाकी से खर्च योग्य आय बना ही लेंगे
विरोधी लोग भी आपकी कार्य कुशलता की पीठ पीछे प्रशंसा करेंगे जिससे मन मे अभिमान आएगा। मध्यान बाद किसी से आर्थिक मामलों को लेकर खींचतान हो सकती है यहाँ धैर्य का परिचय दे अन्यथा भविष्य के लिये नई समस्या खड़ी होगी। घर का वातावरण लगभग सामान्य ही रहेगा फिर भी पति-पत्नी अकड़ छोड़ एक दूसरे का सहयोग करे तो व्यर्थ की बहस से बचेंगे। आरोग्य कुछ पुराने रोग को छोड़ ठीक रहेगा।
मिथुन👫 (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)
आज के दिन आप स्वयं ही अपनी परेशानी का कारण बनेंगे छोटी छोटी बातों पर क्रोध कर आस पास का वातावरण अशांत बनाएंगे आज आपके संपर्क में जो भी आएगा मन दुखी करके ही जायेगा सीधे किसी से नही लड़ेंगे कड़वे ताने अथवा किसी की कमजोरी को लेकर व्यंग्य करने पर माहौल खराब करेंगे। कार्य क्षेत्र पर पहले ही अव्यवस्था रहेगी उर से ध्यान अनर्गल विषयो में रहेगा जिससे हानि होने की संभावना अधिक बनेगी। किसी अन्य के कार्य अथवा झगड़े में पंच ना बने अपमान होगा। आर्थिक मामलों में भाई बंध, मित्रो के सहयोग की आवश्यकता पड़ेगी लेकिन रूखा व्यवहार बाधक बनेगा माता का सहयोग मिलेगा लेकिन अपर्याप्त। बोल चाल में मर्यादा रखे व्यर्थ शत्रुता बढ़ेगी। रक्तचाप अथवा अल्पता के कारण परेशान होंगे।
कर्क🦀 (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)
आज के दिन आपके स्वभाव में दिखावा एवं ईर्ष्या अधिक रहेगी। जिस भी कार्य को करने की तैयारी करेंगे उसमे कोई न कोई टांग अढ़ायेगा लेकिन फिर भी प्रयास करना ना छोड़े आरम्भ में ही थोड़ी समस्या बनेगी लेकिन बाद में जो लोग आपके कार्यो में विघ्न डाल रहे थे वही सहयोग करने लगेंगे। पूर्व में किया परोपकार और भाग्य का साथ धन लाभ में सहायक बनेगा पर आज कार्य व्यवसाय से जितना धन मिलेगा खर्च के रास्ते पहले बना लेगा। आज परिजनों विशेषकर पिता से संबंध मधुर बनाये रखे इनसे कुछ ना कुछ फायदा हो सकता है। पैतृक कार्यो में भी रुचि रहेगी लेकिन भागदौड़ करना अखरेगा। घरेलू सुख सुविधा में कुछ कमी अनुभव होगी। सेहत में भी छोटी मोटी संमस्या लगी रहेगी फिर भी कार्य बाधक नही बनेगी।
सिंह🦁 (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)
आज के दिन आप असमंजस की स्थिति में रहेंगे आपका स्वभाव पल पल में बदलने से लोग आपके ऊपर विश्वास नही करेंगे एक पल में आध्यात्मिक बाते करेंगे अगले ही पल मौज शौक में रुचि दिखाने से लोगो के बीच हास्य के पात्र बनेंगे आपकी छवि भी आडम्बरी जैसी बनेगी। कार्य व्यवसाय में ले देकर लाभजनक स्थिति बना लेंगे लेकिन इसके लिये किसी की खुशामद भी करनी पड़ेगी धन लाभ जरूरत के अनुसार हो ही जायेगा। नौकरी पेशाओ को अधिकारी वर्ग की बातों को अनसुना करने पर फटकार लग सकती है। गृहस्थी में माता को छोड़ अन्य किसी से नही बनेगी पति पत्नी में धन अथवा खर्च के कारण बहस होगी। भूमि भवन वाहन सुख मिलेगा लेकिन किसी अन्य के भाग्य से। सेहत कुछ समय के लिये प्रतिकूल होगी।
कन्या👩 (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)
आज के दिन आपका स्वभाव अटपटा रहेगा शुभ कर्मों को छोड़ वर्जित कार्यो में अधिक रुचि दिखाएंगे। काम धंधा मंदा रहेगा लेकिन आज अकस्मात लाभ होने की भी संभावना है लापरवाही से बचे अन्यथा वंचित रह जाएंगे। आज आप अपना काम निकालने के लिये जिद का सहारा लेंगे अन्य लोगो को इससे काफी परेशानी होगी क्रोध दिमाग पर रहेगा मांगे पूरी ना होने पर कलह पर उतारू हो जाएंगे विशेष कर माता से अपना काम निकल कर ही चैन आएगा। घर का वातावरण उथल पुथल रहेगा पति पत्नी अथवा अन्य परिजनों में शंकालु वृति के कारण झगड़ा हो सकता है। कामोतेजना आज अधिक रहेगी संयम रखें अन्यथा अपमानित हो सकते है। आँख एवं मस्तिष्क संबंधित संमस्या को छोड़ आरोग्य सामान्य रहेगा।
तुला⚖️ (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)
आज आपको धैर्य से काम लेने की सलाह है मानसिक संतुलन कम रहेगा स्वयं कुछ भी कहेंगे करेंगे लेकिन किसी अन्य के करने पर लड़ाई पर उतारू हो जाएंगे। दिन के पूर्वार्ध में परिजन अथवा किसी अन्य से गलतफहमी बनेगी जल्दबाजी में कोई निर्णय ना ले अन्यथा बाद में पछतावा होगा। महिलाए भी बोलने से पहले विचार करें बेतुकी बातो से अपना ही सम्मान घटेगा। कार्य क्षेत्र पर धन अथवा किसी वस्तु के कारण झगड़ा हो सकता है यहाँ भी व्यवहारिकता से काम ले नही तो व्यवहार खराब होंगे। धन लाभ पाने के लिये आज बौद्धिक के साथ शारीरिक परिश्रम भी करना पड़ेगा तब जाकर काम चलाऊ हो सकेगा। मन मे गुप्त योजनाए बनाएंगे इनसे लाभ भी उठाएंगे लेकिन ध्यान रहे इससे किसी का अहित ना हो। संध्या पश्चात का समय दिन की तुलना में आरामदायक रहेगा लेकिन पुरानी बातों को ना कुरेदे।
वृश्चिक🦂 (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)
आज आप घरेलू संबंधों अथवा कार्यो को लेकर अत्यंत लापरवाह रहेंगे घरेलू कार्य या तो भूल जाएंगे या याद रहने पर भी टालने से परिजनों से गरमा गरमी हो सकती है। संताने भी आज जिद्दी व्यवहार करेंगी जिनको पूरी करने पर खर्च करना पड़ेगा इसकारण यात्रा भी हो सकती है। कार्य व्यवसाय से आशा न होने पर भी अकस्मात धन लाभ होगा जिससे थोड़ी राहत मिलेगी ज्यादा दौड़ धूप करने से बचेंगे फिर भी किसी न किसी कारण से करनी ही पड़ेगी। घर मे छोटे भाई बहन अथवा मित्रो, नौकरों से भी बहस होगी लेकिन नतीजा कुछ नही निकलेगा। संध्या का समय शांतिदायक रहेगा एकांत में रहना पसंद करेंगे दिन की तुलना में संतोषि भी रहेगें। हाथ, कान संबंधित समस्या रह सकती है।
धनु🏹 (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)
आज का दिन आपको कामना पूर्ति के अवसर देगा लेकिन आलस्य और लापरवाही इसमे बाधक भी बनेगा इनसे बचने का प्रयास करे तो दिन से आशाजनक लाभ उठा सकते है। कार्य क्षेत्र पर प्रतिस्पर्धी सर उठाएंगे फिर भी आप अपने कार्यकुशलता और सामाजिक प्रतिष्ठा के बल पर इनका शमन कर देंगे। व्यवसाय में आरम्भिक मशक्कत के बाद दोपहर बाद से लाभ मिलने लगेगा जो रात्रि तक रुक रुक कर चलता रहेगा। सामाजिक क्षेत्र पर किसी के वैर विरोध का सामना करना पड़ेगा। सरकारी उलझनों में फंसने की भी संभावना है अनैतिक कार्यो से बचे अन्यथा फल विपरीत भी हो सकते है। गृहस्थ में भी थोड़ा विरोध का सामना करना पड़ेगा लेकिन यहाँ विजय आपकी ही होगी। दूर के व्यवसाय अथवा संबंध से आकस्मिक लाभ होगा। ठंड से बचे जुखाम बुखार की समस्या हो सकती है।
मकर🐊 (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)
आज का दिन शुभफलों की प्राप्ती कराएगा। कई दिनों से चल रही योजना अथवा मनोकामना के आज पूर्ण होने से मानसिक रूप से प्रसन्न रहेंगे लेकिन शरीर मे ठंड के कारण छोटे मोटे विकार लगे रहेंगे फिर भी दिनचार्य को ज्यादा प्रभावित नही होने देंगे। नौकरिपेशाओ के लिये भी दिन विजय दिलाने वाला रहेगा आज सहयोग की कमी रहने के बाद भी अपने पराक्रम और भाग्य का साथ मिलने से जटिल कार्यो को हल करने पर अधिकारियों की प्रशंसा के पात्र बनेंगे। व्यवसायी एवं नौकरी पेशा दोनो को ही नियमित आय से संतोष करना पड़ेगा अतिरिक्त आय बनाने के प्रलोभन से बचे अन्यथा परेशानी होगी। घर मे पति-पत्नी अथवा किसी अन्य से थोड़ी कलह के बाद ही शांति मिलेगी।
कुंभ🍯 (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)
आज के दिन आपका स्वभाव शारीरिक दुर्बलता के कारण उदासीन बना रहेगा। अधिक मेहनत वाले कार्य करने में समर्थ नही रहेंगे फिर भी छोटे मोटे कार्य मे लगे रहेंगे। दिन के आरंभ से मध्यान तक कि दिनचर्या खराब रहेगी कार्य करने की हिम्मत जुटाएंगे लेकिन परिस्थिति कोई न कोई बाधा डालेगी मन मे उटपटांग विचार आएंगे। नौकरी वाले लोग भी मध्यान तक जबरदस्ती कार्य करेंगे लेकिन दोपहर के बाद सेहत में थोड़ी चुस्ती आने लगेगी फिर भी यात्रा अथवा अन्य जोखिम वाले कार्यो से बच कर ही रहे दुर्घटना हो सकती है। कार्य व्यवसाय में आज सफलता कम ही मिलेगी जोड़ तोड़ कर थोड़ा बहुत धन मिलेगा परन्तु तुरंत खर्च हो जाएगा। घर मे शांति रहने के बाद भी मन मे उच्चाटन बनेगा। सामाजिक सम्मान में कमी आएगी।
मीन🐳 (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)
आज के दिन आपका मुख्य लक्ष्य अपने व्यावसायिक क्षेत्र में वृद्धि कर लाभ उठाने का रहेगा इसके लिये सार्वजनिक क्षेत्र पर नए लोगो से जान पहचान बनाएंगे छोटी बड़ी यात्रा एवं परिश्रम आज अधिक करना पड़ेगा लेकिन धन संबंधित कामनाये पूरी होने में फिर भी संशय बना रहेगा। नौकरी पेशाओ को भी कार्य के सिलसिले से यात्रा करनी पड़ सकती है यात्रा शुभ ही रहेगी नए मित्रो से संपर्क, मेल मिलाप बढ़ेगा मशीनरी अथवा अन्य संसाधनों का लाभ होगा लेकिन यात्रा को सीधे धन लाभ से ना जोड़े अन्यथा उदासी ही मिलेगी। लाटरी सट्टे में निवेश का मन बनेगा लेकिन ज्यादा लाभ नही मिलेगा। घर के सदस्य आज एकमत रहने से शांति रहेगी।
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07 August 2024: Vaidik Panchang and Daily Horoscope