वैदिक पंचांग (Vaidik Panchang)
⛅दिनांक – 04 नवम्बर 2024
⛅दिन – सोमवार
⛅विक्रम संवत् – 2081
⛅अयन – दक्षिणायन
⛅ऋतु – हेमन्त
⛅मास – कार्तिक
⛅पक्ष – शुक्ल
⛅तिथि – तृतीया रात्रि 11:24 तक तत्पश्चात चतुर्थी
⛅नक्षत्र – अनुराधा प्रातः 08:04 तक ज्येष्ठा
⛅योग – शोभन प्रातः 11:44 तक तत्पश्चात अतिगण्ड
⛅राहु काल – प्रातः 08:11 से प्रातः 09:35 तक
⛅सूर्योदय – 06:42
⛅सूर्यास्त – 06:06
⛅दिशा शूल – पूर्व दिशा में
⛅ब्राह्ममुहूर्त – प्रातः 05:04 से 05:55 तक
⛅अभिजीत मुहूर्त – दोपहर 12:01 से दोपहर 12:45 तक
⛅निशिता मुहूर्त- रात्रि 11:58 नवम्बर 04 से रात्रि 12:49 नवम्बर 05 तक
⛅ व्रत पर्व विवरण – सर्वार्थ सिद्धि योग (प्रातः 06:46 से प्रातः 08:04 तक)
⛅विशेष – तृतीया को परवल खाना शत्रु वृद्धि करता है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)
🌹 हेमंत ऋतु में स्वास्थ्य रक्षा 🌹
🌹यह ऋतु विसर्गकाल अर्थात् दक्षिणायन का अन्तकाल कहलाती है । इस काल में चन्द्रमा की शक्ति सूर्य की अपेक्षा अधिक प्रभावशाली होती है इसलिये इस ऋतु में औषधियाँ, वृक्ष, पृथ्वी व जीव-जन्तुओं की पौष्टिकता में भरपूर वृद्धि होती है । शीत ऋतु में शरीर में कफ का संचार होता है तथा पित्तदोष का नाश होता है ।
🌹शीत ऋतु में जठराग्नि अत्यधिक प्रबल रहती है अतः इस समय लिया गया पौष्टिक और बलवर्धक आहार वर्ष भर शरीर को तेज, बल और पुष्टता प्रदान करता है । इस ऋतु में एक स्वस्थ व्यक्ति को अपनी सेहत की तन्दुरुस्ती के लिये किस प्रकार का आहार लेना चाहिए ? शरीररक्षण कैसे हो ? आइये, हम उसे जानें :
🌹शीत ऋतु के इस काल में खट्टा, खारा तथा मधुर रसप्रधान आहार लेना चाहिए ।
🌹पचने में भारी, पौष्टिकता से भरपूर, गरिष्ठ एवं घी से बने पदार्थों का सेवन अधिक करना चाहिए ।
🌹इस ऋतु में सेवन किये हुए खाद्य पदार्थों से ही वर्ष भर शरीर की स्वस्थता की रक्षा का भंडार एकत्रित होता है । अतः उड़दपाक, सोंठपाक जैसे बाजीकारक पदार्थों अथवा च्यवनप्राश आदि का उपयोग करना चाहिए ।
🌹जो पदार्थ पचने में भारी होने के साथ-साथ गरम व स्निग्ध प्रकृति के होते हैं, ऐसे पदार्थ लेने चाहिए ।
🌹दूध, घी, मक्खन, गुड़, खजूर, तिल, खोपरा, सूखा मेवा तथा चरबी बढ़ानेवाले अन्य पौष्टिक पदार्थ इस ऋतु में सेवन करने योग्य माने जाते हैं ।
🌹इन दिनों में ठंडा भोजन नहीं करना चाहिए बल्कि थोड़ा गर्म एवं घी-तेल की प्रधानतावाला भोजन करना चाहिए ।
🌷 मंगलवारी चतुर्थी 🌷
➡ 05 नवम्बर 2024 मंगलवार को सूर्योदय से रात्रि 12:16 तक मंगलवारी चतुर्थी है ।
🌷 मंत्र जप व शुभ संकल्प की सिद्धि के लिए विशेष योग
🙏🏻 मंगलवारी चतुर्थी को किये गए जप-संकल्प, मौन व यज्ञ का फल अक्षय होता है ।
👉🏻 मंगलवार चतुर्थी को सब काम छोड़ कर जप-ध्यान करना … जप, ध्यान, तप सूर्य-ग्रहण जितना फलदायी है…
🌷 मंगलवारी चतुर्थी 🌷
🙏 अंगार चतुर्थी को सब काम छोड़ कर जप-ध्यान करना …जप, ध्यान, तप सूर्य-ग्रहण जितना फलदायी है…
🌷 > बिना नमक का भोजन करें
🌷 > मंगल देव का मानसिक आह्वान करो
🌷 > चन्द्रमा में गणपति की भावना करके अर्घ्य दें
💵 कितना भी कर्ज़दार हो ..काम धंधे से बेरोजगार हो ..रोज़ी रोटी तो मिलेगी और कर्जे से छुटकारा मिलेगा |
🙏🏻
🌷 मंगलवार चतुर्थी 🌷
👉 भारतीय समय के अनुसार 05 नवम्बर 2024 को (सूर्योदय से रात्रि 12:16 तक) चतुर्थी है, इस महा योग पर अगर मंगल ग्रह देव के 21 नामों से सुमिरन करें और धरती पर अर्घ्य देकर प्रार्थना करें, शुभ संकल्प करें तो आप सकल ऋण से मुक्त हो सकते हैं..
👉🏻मंगल देव के 21 नाम इस प्रकार हैं :-
🌷 1) ॐ मंगलाय नमः
🌷 2) ॐ भूमि पुत्राय नमः
🌷 3 ) ॐ ऋण हर्त्रे नमः
🌷 4) ॐ धन प्रदाय नमः
🌷 5 ) ॐ स्थिर आसनाय नमः
🌷 6) ॐ महा कायाय नमः
🌷 7) ॐ सर्व कामार्थ साधकाय नमः
🌷 8) ॐ लोहिताय नमः
🌷 9) ॐ लोहिताक्षाय नमः
🌷 10) ॐ साम गानाम कृपा करे नमः
🌷 11) ॐ धरात्मजाय नमः
🌷 12) ॐ भुजाय नमः
🌷 13) ॐ भौमाय नमः
🌷 14) ॐ भुमिजाय नमः
🌷 15) ॐ भूमि नन्दनाय नमः
🌷 16) ॐ अंगारकाय नमः
🌷 17) ॐ यमाय नमः
🌷 18) ॐ सर्व रोग प्रहाराकाय नमः
🌷 19) ॐ वृष्टि कर्ते नमः
🌷 20) ॐ वृष्टि हराते नमः
🌷 21) ॐ सर्व कामा फल प्रदाय नमः
🙏 ये 21 मन्त्र से भगवान मंगल देव को नमन करें ..फिर धरती पर अर्घ्य देना चाहिए..अर्घ्य देते समय ये मन्त्र बोले :-
🌷 भूमि पुत्रो महा तेजा
🌷 कुमारो रक्त वस्त्रका
🌷 ग्रहणअर्घ्यं मया दत्तम
🌷 ऋणम शांतिम प्रयाक्ष्मे
🙏 हे भूमि पुत्र!..महा क्यातेजस्वी, रक्त वस्त्र धारण करने वाले देव मेरा अर्घ्य स्वीकार करो और मुझे ऋण से शांति प्राप्त कराओ..
🙏
चिड़िया की सीख
एक समय की बात है. एक राज्य में एक राजा राज करता था. उसके महल में बहुत ख़ूबसूरत बगीचा था. बगीचे की देखरेख की ज़िम्मेदारी एक माली के कंधों पर थी. माली पूरा दिन बगीचे में रहता और पेड़-पौधों की अच्छे से देखभाल किया करता था. राजा माली के काम से बहुत ख़ुश था.
बगीचे में एक अंगूर की एक बेल लगी हुई थी, जिसमें ढेर सारे अंगूर फले हुए थे. एक दिन एक चिड़िया बगीचे में आई. उनसे अंगूर की बेल पर फले अंगूर चखे. अंगूर स्वाद में मीठे थे. उस दिन के बाद से वह रोज़ बाग़ में आने लगी.
चिड़िया अंगूर की बेल पर बैठती और चुन-चुनकर सारे मीठे अंगूर खा लेती. खट्टे और अधपके अंगूर वह नीचे गिरा देती. चिड़िया की इस हरक़त पर माली को बड़ा क्रोध आता. वह उसे भगाने का प्रयास करता, लेकिन सफ़ल नहीं हो पाता.
बहुत प्रयासों के बाद भी जब माली चिड़िया को भगा पाने में सफ़ल नहीं हो पाया, तो राजा के पास चला गया. उसने राजा को चिड़िया की पूरी कारिस्तानी बता दी और बोला, “महाराज! चिड़िया में मुझे तंग कर दिया है. उसे काबू में करना मेरे बस के बाहर है. अब आप ही कुछ करें.”
राजा ने ख़ुद ही चिड़िया से निपटने का निर्णय किया. अगले दिन वह बाग़ में गया और अंगूर की घनी बेल की आड़ में छुपकर बैठ गया. रोज़ की तरह चिड़िया आई और अंगूर की बेल पर बैठकर अंगूर खाने लगी. अवसर पाकर राजा ने उसे पकड़ लिया.
चिड़िया ने राजा की पकड़ से आज़ाद होने का बहुत प्रयास किया, किंतु सब व्यर्थ रहा. अंत में वह राजा से याचना करने लगी कि वो उसे छोड़ दें. राजा इसके लिए तैयार नहीं हुआ. तब चिड़िया बोली, “राजन, यदि तुम मुझे छोड़ दोगे, तो मैं तुम्हें ज्ञान की ४ बातें बताऊंगी.”
राजा चिड़िया पर क्रोधित था. किंतु इसके बाद भी उसने यह बात मान ली और बोला, “ठीक है, पहले तुम मुझे ज्ञान की वो ४ बातें बताओ. उन्हें सुनने के बाद ही मैं तय करूंगा कि तुम्हें छोड़ना ठीक रहेगा या नहीं.”
चिड़िया बोली, “ठीक है राजन. तो सुनो. पहली बात, कभी किसी हाथ आये शत्रु को जाने मत दो.”
“ठीक है और दूसरी बात?” राजा बोला.
“दूसरी ये है कि कभी किसी असंभव बात पर यकीन मत करो.” चिड़िया बोली.
“तीसरी बात?”
“बीती बात पर पछतावा मत करो.”
“और चौथी बात.”
“राजन! चौथी बात बड़ी गहरी है. मैं तुम्हें वो बताना तो चाहती हूँ, किंतु तुमनें मुझे इतनी जोर से जकड़ रखा है कि मेरा दम घुट रहा है. तुम अपनी पकड़ थोड़ी ढीली करो, तो मैं तुम्हें चौथी बात बताऊं.” चिड़िया बोली,
राजा ने चिड़िया की बात मान ली और अपनी पकड़ ढीली कर दी. पकड़ ढ़ीली होने पर चिड़िया राजा एक हाथ छूट गई और उड़कर पेड़ की ऊँची डाल पर बैठ गई. राजा उसे ठगा सा देखता रह गया.
पेड़ की ऊँची डाल पर बैठी चिड़िया बोली, “राजन! चौथी बात ये कि ज्ञान की बात सुनने भर से कुछ नहीं होता. उस पर अमल भी करना पड़ता है. अभी कुछ देर पहले मैंने तुम्हें ज्ञान की ३ बातें बताई, जिन्हें सुनकर भी आपने उन्हें अनसुना कर दिया. पहली बात मैंने आपसे ये कही थी कि हाथ में आये शत्रु को कभी मत छोड़ना. लेकिन आपने अपने हाथ में आये शत्रु अर्थात् मुझे छोड़ दिया. दूसरी बात ये थी कि असंभव बात पर यकीन मत करें. लेकिन जब मैंने कहा कि चौथी बात बड़ी गहरी है, तो आप मेरी बातों में आ गए. तीसरी बात मैंने आपको बताई थी कि बीती बात पर पछतावा न करें और देखिये, मेरे आपके चंगुल से छूट जाने पर आप पछता रहे हैं.”
इतना कहकर चिड़िया वहाँ से उड़ गई और राजा हाथ मलता रह गया.
शिक्षा:-
मात्र ज्ञान अर्जित करने से कोई ज्ञानी नहीं बन जाता. ज्ञानी वो होता है, जो अर्जित ज्ञान पर अमल करता है.
जीवन में जो बीत गया,उस पर हमारा कोई नियंत्रण नहीं.किंतु वर्तमान हमारे हाथों में हैं.आज का वर्तमान कल के भविष्य कल का निर्माण करेगा.इसलिए वर्तमान में रहकर कर्म करें और अपना भविष्य बनायें..!!
यदि सफल होना है तो ये आदतें छोड़ दें।
🧡 अपनी पहली असफलता से निराश हो जाना
अक्सर बहुत से लोग जब असफल हो जाते हैं तो निराश होते हैं और हार मान लेते हैं और कभी दुबारा कोशिश ही नहीं करते। जबकि यह केवल एक दौर है जो बीत चुका है ।अब आप फिर से कोशिश कर सकते हैं।
🧡अपने काम को कल पर टालना
जो लोग किसी काम को करने की सोचते तो है लेकिन उनको कल पर टाल देते हैं , ऐसे लोगों को सफलता नहीं मिलती। क्योंकि सफल होने के लिए हर काम समय पर होना बहुत जरूरी है।
🧡अपने कंफर्ट झोन से बाहर ना आना
कई लोग बहुत कुछ करना चाहते हैं, लेकिन वे अपनी सुख सुविधा , आनंद को नहीं छोड़ना चाहते और अपने आराम के दायरे में ही रहना चाहते हैं । एवं उसके लिए बहाने बनाते हैं। ऐसे लोग सफल नहीं हो सकते ।
🧡जिनके पास कोई लक्ष्य नहीं हो।
ऐसे लोग जिन्हें पता ही नहीं है कि लाइफ में करना क्या है, वे किसी भी चीज पर focus नहीं कर पाते। ऐसे लोग दिशाहीन होते हैं। हर काम को अधुरा छोड़ देते हैं। फलस्वरुप सफल नहीं हो पाते।
🧡दूसरों की असफलता पर आलोचना करना
बहुत से लोग दूसरों की असफलताओं की खिल्ली उड़ाते हैं , उनकी आलोचना करते हैं क्योंकि उन्होंने खुद कभी भी सफल होने के लिए प्रयास नहीं किए होते हैं।
🧡कड़ी मेहनत नहीं करना
सफलता के लिए कड़ी मेहनत जरुरी है। लेकिन बहुत से लोग मेहनत से कतराते हैं। उन्हें सफलता का शॉर्टकट चाहिए आसान सफलता चाहिए। फलस्वरुप असफल हो जाते हैं।
जिनका आज जन्मदिन है उनको हार्दिक शुभकामनाएं बधाई और शुभ आशीष
दिनांक 4 को जन्मे व्यक्ति का मूलांक 4 होगा। ऐसे व्यक्ति को जीवन में अनेक परिवर्तनों का सामना करना पड़ता है। जैसे तेज स्पीड से आती गाड़ी को अचानक ब्रेक लग जाए ऐसा उनका भाग्य होगा। लेकिन यह भी निश्चित है कि इस अंक वाले अधिकांश लोग कुलदीपक होते हैं।
इस अंक से प्रभावित व्यक्ति जिद्दी, कुशाग्र बुद्धि वाले, साहसी होते हैं। आपका जीवन संघर्षशील होता है। इनमें अभिमान भी होता है। ये लोग दिल के कोमल होते हैं किन्तु बाहर से कठोर दिखाई पड़ते हैं। इनकी नेतृत्त्व क्षमता के लोग कायल होते हैं।
शुभ दिनांक : 4, 8, 13, 22, 26, 31
शुभ अंक : 4, 8,18, 22, 45, 57
शुभ वर्ष : 2031, 2040, 2060
ईष्टदेव : श्री गणेश, श्री हनुमान
शुभ रंग : नीला, काला, भूरा
जन्मतिथि के अनुसार भविष्यफल :
मान-सम्मान में वृद्धि होगी, वहीं मित्र वर्ग का सहयोग मिलेगा। नवीन व्यापार की योजना प्रभावी होने तक गुप्त ही रखें। शत्रु पक्ष पर प्रभावपूर्ण सफलता मिलेगी। नौकरीपेशा प्रयास करें तो उन्नति के चांस भी है। यह वर्ष पिछले वर्ष के दुष्प्रभावों को दूर करने में सक्षम है। आपको सजग रहकर कार्य करना होगा। परिवारिक मामलों में सहयोग के द्वारा सफलता मिलेगी। विवाह के मामलों में आश्चर्यजनक परिणाम आ सकते हैं
आज का राशिफल
मेष🐐 (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)
आज के दिन का अधिकांश समय भी व्यर्थ के कार्यो में पड़कर नष्ट करेंगे। दिन का आरंभ पारिवारिक कलह से होगा इससे दिन भर मानसिक रूप से अशान्ति बनी रहेगी। महिलाये आज वाणी वर्तन पर विशेष ध्यान दें किसी भी बात का अध्ययन करने के बाद ही अपनी प्रतिक्रिया दें अन्यथा गलतफहमी में स्थिति गंभीर हो सकती है। व्यवसायी वर्ग आज आर्थिक कारणों से परेशान रहेंगे किसी से झगड़ा भी होने की सम्भवना है व्यवहारिक बने अन्यथा भविष्य के लाभ से हाथ धोना पड़ेगा। इधर उधर की बातों को छोड़ काम से काम रखें दिन भर की मेहनत धन लाभ के रूप में सन्ध्या के समय मिल सकती है। परिजनों के आगे आज मौन ही रहें। दवाओं पर खर्च करना पड़ेगा।
वृष🐂 (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)
आज का दिन आपके लिये कार्य व्यवसाय में नई संभावनाए जगायेगा। शारीरिक रूप से भी आज बेहतर अनुभव करेंगे कार्यो के प्रति गंभीरता दिखाएंगे लेकिन महिलाये आज अन्य दिन की अपेक्षा अधिक आलस्य में रहेंगी घर के कार्य भी अस्त-व्यस्त रहेंगे। व्यवसायी वर्ग को मध्यान तक ज्यादा परिश्रम करना पड़ेगा इसका फल संध्या बाद ही मिल सकेगा। नए कार्यो में निसंकोच होकर निवेश कर सकते है। नौकरी करने वाले लोग भी आज संध्या के समय मेहनत का उचित फल मिलने से पिछले दिनों की अपेक्षा बेहतर अनुभव करेंगे। धन लाभ मध्यान पश्चात हो हो सकेगा। पारिवारिक वातावरण आज स्थिर रहेगा। परिजनों को छोटी-मोटी गलती को अनदेखा करें।
मिथुन👫 (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)
आज का दिन मिला जुला फल देगा आज आपको दिन भर किसी न किसी कारण से मानसिक दबाव से गुजरना पड़ेगा। कार्य व्यवसाय में उतार चढ़ाव लगा रहेगा धन प्राप्ति के लिये आज कुछ नापसंद कार्य भी करना पड़ेगा। मध्यान तक कार्यो को लेकर उदासीन बने रहेंगे सहायता मांगने पर भी नही मिलेगी। इसके बाद ही स्थिति में सुधार आने लगेगा। नौकरी वालो को आज अधिकांश कार्यो में निराश होना पड़ेगा अधिकारी वर्ग आपकी क्षमता को कम आंकेंगे। मित्र रिश्तेदारों से मनमुटाव हो सकता है। परिजन किसी अन्य की गलती का जिम्मेदार आपको ठहराएंगे। संध्या बाद परिस्थितियां एक दम उलट होने से राहत अनुभव करेंगे। सेहत सामान्य रहेगी।
कर्क🦀 (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)
आज आपका स्वभाव मिलनसार रहेगा कैसी भी परिस्थिति मिले हंस कर निकाल देंगे लेकिन आपके मन मे कुछ अलग ही तिकड़म लगी रहेगी मन का भेद ना देने पर परिजनों से मामूली विवाद भी हो सकता है फिर भी आज आपकी किसी की भी परवाह किये बिना अपनी मस्ती में मस्त रहेंगे। दिन में कुछ समय के लिये आर्थिक कमी अनुभव होगी पर खर्च पर नियंत्रण रहने से ज्यादा खलेगी नही। सामाजिक कार्यो में कम रुचि लेंगे धार्मिक कार्यो में पूरा समय देंगे दान पुण्य करने के अवसर मिलेंगे। घर मे परिचितों के आवागमन से चहल-पहल रहेगी। संध्या के आस-पास आकस्मिक खर्च आएंगे। परिजन आपसे अकारण ही नाराज हो सकते है। शारीरिक कमजोरी अनुभव होगी।
सिंह🦁 (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)
आज के दिन आप प्रत्येक कार्य मे अधिक सतर्कता बरते आपकी अविवेकी मानसिकता भविष्य में परेशानी में डाल सकती है। दिन में ज्यादातर समय काम कम होने से आलस्य प्रमाद फैलाएंगे मध्यान के समय थोड़ा बहुत काम मिलने से व्यस्त रहेंगे आज महत्त्वपूर्ण कार्य एवं व्यवसाय में आर्थिक फैसले जानकारों से सलाह के बाद ही ले संध्या बाद हानि हो सकती है। धन लाभ निश्चित ना होकर आकस्मिक होगा महिलाये खर्च करने से बचे निकट भविष्य में आर्थिक उलझनों का सामना करना पड़ेगा। विरोधियों के प्रति लचीला व्यवहार भी कुछ ना कुछ हानि कराएगा। गृहस्थ में दिन भर शांति रहेगी लेकिन संध्या बाद शोक का वातावरण बनेगा। स्वास्थ्य के प्रति लापरवाही ना करें।
कन्या👩 (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)
आज का दिन आपको अवश्य धन लाभ कराएगा लेकिन आज आप फिजूल खर्ची पर नियंत्रण रखने में असफल रहेंगे पारिवारिक प्रसन्नता के लिए आवश्यकता से अधिक खर्च करेंगे धन लाभ समय पर होने से ज्यादा अखरेगा नही। काम-धंधे में आशानुकूल वृद्धि होगी फिर भी आज ज्यादा विस्तार ना करें संध्या बाद से कारोबारी मंदी आ सकती है निवेश भी देखभाल कर ही करें धन फंसने की सम्भवना है। सहकर्मी किसी बात को लेकर असंतोष जताएंगे फिर भी दिनचार्य सुचारू रूप से चलती रहेगी। संध्या बाद दिन भर के कार्य कलापो के आंकलन से संतोष में रहेंगे। बाहर घूमने पर्यटन आदि की योजना अंत समय मे टालने से परिजन नाराज होंगे।
तुला⚖ (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)
आज आपका स्वभाव संतोषी रहेगा लेकिन मित्र परिजनों के उकसावे में आकर बेमन से कार्य करेंगे इसका परिणाम आरम्भ में निराशाजनक रहेगा बाद में कुछ न अंकुश शुभ ही होगा। व्यवसायियों को मध्यान बाद प्रसन्नता दायक समाचार मिलेंगे धन लाभ की संभावनाएं बढ़ेंगी। सामाजिक क्षेत्र पर आज किसी उच्च पदस्थ अधिकारी से मेल जोल होगा इसका परिणाम निकट भविष्य में अवश्य मिलेगा। संध्या बाद धन लाभ होने से आवश्यक कार्य पूर्ण कर सकेंगे। महिलाओ की मनोकामना पूर्ण होने में आज भी अड़चन आएंगी फिर भी परिस्थितियों को देखते हुए परेशान नही होंगी। लेकिन संताने अवश्य ही किसी जिद के कारण माहौल खराब कर सकती है। धार्मिक यात्रा के प्रसंग बनेंगे।
वृश्चिक🦂 (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)
आज का दिन भी आपके लिये अनुकूल बना रहेगा दिन के आरंभ से ही शुभ संयोग बनेंगे आज आपके साथ अधिकांश घटनायें आकस्मिक घटेंगी। कार्य व्यवसाय में भी आज आकस्मिक काम आएगा तैयारी ना होने के कारण कुछ समय के लिये असहज रहेंगे लेकिन शीघ्र ही स्थिति को संभाल भी लेंगे। धन लाभ के साथ ही व्यवसाय में वृद्धि भी होगी लेकिन किसी की सहायता की आवश्यकता भी पड़ेगी। सहकर्मियों का व्यवहार मध्यान तक ठीक ठाक बना रहेगा इसके बाद किसी बात को लेकर मतभेद हो सकता है। आवश्यक कार्य मध्यान रहते कर ले इसके बाद कुछ ना कुछ विघ्न आते रहने से अधूरे रह सकते है। सेहत भी दिन भर ठीक रहेगी संध्या बाद आकस्मिक शारीरिक कष्ट होगा।
धनु🏹 (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)
आज का दिन भी आपको सावधानी से बिताने की सलाह है। किसी भी कार्य मे जोर-जबरदस्ती ना करें अन्यथा हाथ लगी पूंजी भी नष्ट हो सकती है। गृहणियां भी प्रत्येक कार्य देखभाल कर ही करें जल्दबाजी में बड़ा नुकसान होने की संभावना है। कार्य क्षेत्र पर किसी पुराने वैर के कारण लाभ आये सौदे हाथ से निकल सकते है। व्यवसायिक यात्रा में आज केवल आश्वासन से की कम चलाना पड़ेगा फिर भी प्रयासरत रहें संध्या से स्थिति आपके पक्ष में बनेगी। लेदेकर थोड़ा बहुत आर्थिक लाभ हो जाएगा लेकिन खर्च सोच समझ कर ही करें अन्यथा उधार लेने की नौबत आ सकती है। पारिवारिक में आज वैर विरोध की भावना अधिक रहेगी। सेहत अचानक बिगड़ सकती है।
मकर🐊 (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)
आज का दिन आपके लिये विशेष लाभदायक बन रहा है इसका फायदा उठाये वैसे तो आज आप व्यवहारिक ही रहेंगे परन्तु अपने स्वार्थ के लिये कुछ अनैतिक कार्य भी कर सकते है जिससे बाद में धन व मान हानि हो सकती है। कार्य व्यवसाय में पुराने सौदों से लाभ होगा नए अनुबंद भी मिल सकते है दुविधा में ना पढ़ें संध्या से पहले सभी आर्थिक कार्य पूर्ण करने का प्रयास करें इसके बाद परेशानी होगी। नौकरी वाले लोग भी आज अतिरिक्त आय बनाने में सफल होंगे। बेरोजगारों को नई कार्य नियुक्ति मिल सकती है। आज आपसे ईर्ष्या करने वाले भी अधिक रहेंगे इनको अनदेखा करें। पारिवारिक वातावरण में संध्या पश्चात किसी परिजन के उद्दंड व्यवहार से अशांति फैलेगी। थकान बनेगी।
कुंभ🍯 (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)
आज आप दिन के आरंभ में प्रत्येक कार्य को उत्साह से करेंगे व्यस्तता भी आज अन्य दिनों की अपेक्षा कुछ ज्यादा ही रहेगी परन्तु आज आपकी मानसिकता कार्यो में शीघ्र परिणाम पाने की रहेगी मेहनत का आशाजनक परिणाम इंतजार के बाद ही पर मिलेगा जरूर। आपको स्वयं के कार्य के साथ ही किसी अन्य का कार्य भी करना पड़ेगा इसमे तालमेल बैठाने में परेशानी आएगी बाद में मान बड़ाई मिलने से प्रसन्न रहेंगे। अधूरे सरकारी कार्य किसी कमी के कारण आज भी लटके रहेंगे हिम्मत ना हारें आज नही तो कल सफलता मिल ही जाएगी। अधिकारियो से जिद बहस करने से बचे। परिजनों का सहयोग कार्य क्षेत्र पर भी मिलेगा। संध्या बाद स्वास्थ्य शिथिल रहेगा।
मीन🐳 (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)
आज के दिन भी स्थिति आपके पक्ष में ही रहेगी लेकिन आज आपका सनकी मिजाज लाभ में विलंब करेगा। परिजनों की सही बात को गलत सिद्ध करने पर झगड़ा हो सकता है कुछ देर में ही शांति स्थापित हो जाएगी। सामाजिक क्षेत्र पर पूर्व में किये गए कार्यो से सम्मान मिलेगा। समाज के सम्मानित व्यक्तियों के साथ उठना-बैठना होगा। पौराणीक धार्मिक क्षेत्रो के दर्शन की लालसा रहेगी शीघ्र ही इसके फलीभूत होने की सम्भवना है। दानपुण्य पर खर्च करेंगे। संध्या के समय मानसिक शान्ति के लिए मित्र-परिजनों के साथ बाहर घूमने की योजना बनाएंगे। परिवार में शांति रहेगी।
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3 November 2024: Vaidik Panchang and Horoscope