वैदिक पंचांग (Vaidik Panchang)
⛅दिनांक – 24 अक्टूबर 2024
⛅दिन – गुरुवार
⛅विक्रम संवत् – 2081
⛅अयन – दक्षिणायन
⛅ऋतु – हेमन्त
⛅मास – कार्तिक
⛅पक्ष – कृष्ण
⛅तिथि – अष्टमी रात्रि 01:58 अक्टूबर 25 तक तत्पश्चात नवमी
⛅नक्षत्र – पुष्य पूर्ण रात्रि तक
⛅योग – साध्य प्रातः 05:23 अक्टूबर 25 तक तत्पश्चात शुभ
⛅राहु काल – दोपहर 01:49 से 03:15 तक
⛅सूर्योदय – 06:42
⛅सूर्यास्त – 06:06
⛅दिशा शूल – दक्षिण दिशा में
⛅ब्राह्ममुहूर्त – प्रातः 05:00 से 05:50 तक
⛅अभिजीत मुहूर्त – दोपहर 12:01 से दोपहर 12:46 तक
⛅निशिता मुहूर्त – रात्रि 11:59 अक्टूबर 24 से रात्रि 12:49 अक्टूबर 25 तक
⛅व्रत पर्व विवरण – अहोई अष्टमी, राधा कुण्ड स्नान, कालाष्टमी, गुरु पुष्य अमृत योग (अहोरात्रि), सर्वार्थ सिद्धि योग (अहोरात्रि), अमृत सिद्धि योग (अहोरात्रि)
⛅विशेष – अष्टमी को नारियल का फल खाने से बुद्धि का नाश होता है। इस दिन स्त्री-सहवास और तिल का तेल खाना और लगाना निषिद्ध है । (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)
🔹कार्तिक मास में विशेष पुण्यदायी 🔹
🔸प्रात: स्नान, दान, जप, व्रत, मौन, देव – दर्शन, गुरु – दर्शन, पूजन का अमिट पुण्य होता है । सवेरे तुलसी का दर्शन भी समस्त पापनाशक है । भूमि पर शयन, ब्रह्मचर्य का पालन, दीपदान, तुलसीबन अथवा तुलसी के पौधे लगाना हितकारी है ।
🔸भगवदगीता का पाठ करना तथा उसके अर्थ में अपने मन को लगाना चाहिए । ब्रह्माजी नारदजी को कहते हैं कि ‘ऐसे व्यक्ति के पुण्यों का वर्णन महिनों तक भी नहीं किया जा सकता ।’
🔸श्रीविष्णुसहस्त्रनाम का पाठ करना भी विशेष लाभदायी है । ‘ॐ नमो नारायणाय ‘। इस महामंत्र का जो जितना अधिक जप करें, उसका उतना अधिक मंगल होता है । कम – से – कम १०८ बार तो जप करना ही चाहिए ।
🔸 प्रात: उठकर करदर्शन करें । ‘पुरुषार्थ से लक्ष्मी, यश, सफलता तो मिलती है पर परम पुरुषार्थ मेरे नारायण की प्राप्ति में सहायक हो’ – इस भावना से हाथ देखें तो कार्तिक मास में विशेष पुण्यदायी होता है ।
🔹सूर्योदय के पूर्व स्नान अवश्य करें🔹
🔸जो कार्तिक मास में सूर्योदय के बाद स्नान करता है वह अपने पुण्य क्षय करता है और जो सूर्योदय के पहले स्नान करता है वह अपने रोग और पापों को नष्ट करनेवाला हो जाता है । पूरे कार्तिक मास के स्नान से पापशमन होता है तथा प्रभुप्रीति और सुख – दुःख व अनुकूलता – प्रतिकूलता में सम रहने के सदगुण विकसित होते हैं ।
🔹पथरी व पेशाब संबंधी तकलीफों में…🔹
🔸कइयों का पेशाब आना बंद हो जाता है अथवा ठीक से नहीं आता तो डॉक्टर नली डाल देते हैं, थैली लटका देते हैं, उसमें पेशाब बूँद-बूँद गिरता रहता है और लोग बीमार बने रहते हैं । ऐसा करवाने की कोई जरूरत नहीं है । पेशाब संबंधी तकलीफें हों, पथरी की बीमारी हो, गुर्दे (kidney) की सूजन हो तो सरल-सीधे उपाय हैं :
🔸(१) मकई के भुट्टे में जो रेशम जैसे बाल होते हैं वे बाल और दाने निकालकर टुकड़े किये हुए भुट्टे सुखा दो । उनको जलाकर राख बना दो और कपड़े से छान के रख लो । १-१ ग्राम राख सुबह-शाम पानी से फाँको । पथरी की बीमारी में फायदा, पेशाब की कमी या और कुछ गड़बड़ है तो उन सबमें फायदा हो जायेगा ।
🔸(२) इष्टमंत्र या गुरुमंत्र का जप करो और मकई के भुट्टे के ५० ग्राम बालों को मसलकर २ लीटर पानी में धीमी आँच पर उबालो । १ लीटर पानी बच जाय फिर उसको छान लो । उस पानी को थोड़ा-थोड़ा करके दिनभर में पी लो । इससे गुर्दों की सूक्ष्म कोशिकाओं की शुद्धि होकर गुर्दों की सूजन, गुर्दों की अकर्मण्यता (kidney failure), पथरी, पेशाब में बार-बार होनेवाला संक्रमण आदि विकारों में चमत्कारिक लाभ होता । काहे को डायलिसिस कराना, काहे को गुर्दे है । (किडनियाँ) बदलवाना !
कार्तिक माहात्म्य
एक बार सागर पुत्र जलन्धर अपनी पत्नी वृन्दा सहित असुरों से सम्मानित हुआ सभा में बैठा था तभी गुरु शुक्राचार्य का वहाँ आगमन हुआ। उनके तेज से सभी दिशाएँ प्रकाशित हो गई।
गुरु शुक्राचार्य को आता देखकर सागर पुत्र जलन्धर ने असुरों सहित उठकर बड़े आदर से उन्हें प्रणाम किया। गुरु शुक्राचार्य ने उन सबको आशीर्वाद दिया। फिर जलन्धर ने उन्हें एक दिव्य आसन पर बैठाकर स्वयं भी आसन ग्रहण किया।
सागर पुत्र जलन्धर ने उनसे विनम्रतापूर्वक पूछा:–
‘हे गुरुजी! आप हमें यह बताने की कृपा करें कि राहु का सिर किसने काटा था ?’
इस पर दैत्य गुरु शुक्राचार्य ने विरोचन पुत्र हिरण्यकश्यपु और उसके धर्मात्मा पौत्र का परिचय देकर देवताओं और असुरों द्वारा समुद्र मंथन की कथा संक्षेप में सुनाते हुए बताया–‘जब समुद्र से अमृत निकला तो उस समय देवरूप बनाकर राहु भी पीने बैठ गया। इस पर इन्द्र के पक्षपाती भगवान विष्णु ने राहु का सिर काट डाला।’
अपने गुरु के मुख से इस प्रकार के वचन सुनकर जलन्धर के क्रोध की सीमा न रही, उसके नेत्र लाल हो गये फिर उसने अपने धस्मर नामक दूत को बुलाया और उसे शुक्राचार्य द्वारा सुनाया गया वृत्तान्त सुनाया।
तत्पश्चात उसने धस्मर को आज्ञा दी कि ‘तुम शीघ्र ही इन्द्रपुरी में जाकर इन्द्र को मेरी शरण में लाओ।’
धस्मर जलन्धर का बहुत आज्ञाकारी एवं निपुण दूत था। वह जल्द ही इन्द्र की सुधर्मा नामक सभा में जा पहुँचा और जलन्धर के शब्दों में इन्द्र से बोला–‘हे देवताधाम! तुमने समुद्र का मन्थन क्यों किया और मेरे पिता के समस्त रत्नों को क्यों ले लिया ?
ऐसा करके तुमने अच्छा नहीं किया। यदि तू अपना भला चाहता है तो उन सब रत्नों एवं देवताओं सहित मेरी शरण में आजा अन्यथा मैं तेरे राज्य का ध्वंस कर दूँगा, इसमें कुछ भी मिथ्या नहीं है।’
इन्द्र बहुत विस्मित हुआ और कहने लगा–‘पहले मेरे भय से सागर ने सब पर्वतों को अपनी कुक्षि में क्यों स्थान दिया और उसने मेरे शत्रु दैत्यों की क्यों रक्षा की ? इसी कारण मैंने उनके सब रत्न हरण किये हैं। मेरा द्रोही सुखी नहीं रह सकता, इसमें सन्देह नहीं।’
इन्द्र की ऐसी बात सुनकर वह दूत शीघ्र ही जलन्धर के पास आया और सब बातें कह सुनाई। उसे सुनते ही वह दैत्य मारे क्रोध के अपने ओष्ठ फड़फड़ाने लगा और देवताओं पर विजय प्राप्त करने के लिए उसने उद्योग आरम्भ किया फिर तो सब दिशाओं, पाताल से करोड़ों-करोड़ों दैत्य उसके पास आने लगे।
शुम्भ-निशुम्भ आदि करोड़ो सेनापतियों के साथ जलन्धर इन्द्र से युद्ध करने लगा। शीघ्र ही इन्द्र के नन्दन वन में उसने अपनी सेना उतार दी। वीरों की शंखध्वनि और गर्जना से इन्द्रपुरी गूंज उठी।
अमरावती छोड़ देवता उससे युद्ध करने चले। भयानक मारकाट हुई। असुरों के गुरु आचार्य शुक्र अपनी मृत संजीवनी विद्या से और देवगुरु बृहस्पति द्रोणागिरि से औषधि लाकर जिलाते रहे।
इस पर जलन्धर ने क्रुद्ध होकर कहा कि मेरे हाथ से मरे हुए देवता जी कैसे जाते हैं ? जिलाने वाली विद्या तो आपके पास है।
इस पर शुक्राचार्य ने देवगुरु द्वारा द्रोणाचार्य से औषधि लाकर देवताओं को जिलाने की बात कह दी। यह सुनकर जलन्धर और भी कुपित हो गया फिर शुक्राचार्य जी ने कहा–‘यदि शक्ति हो तो द्रोणागिरि को उखाड़कर समुद्र में फेंक दो तब मेरे कथन की सत्यता प्रमाणित हो जाएगी।
इस पर जलन्धर कुपित होकर जल्द ही द्रोनागिरि पर्वत के पास पहुंचा और अपनी भुजाओं से पकड़कर द्रोणागिरि पर्वत को उखाड़कर समुद्र में फेंक दिया। यह तो भगवान शंकर का तेज था इसमें जलन्धर की कोई विचित्रता नहीं थी।
तत्पश्चात यह सागर पुत्र युद्धभूमि में आकर बड़े तीव्र गति से देवताओं का संहार करने लगा। जब द्रोनाचार्य जी औषधि लेने गये तो द्रोणाचल को उखड़ा हुआ शून्य पाया। वह भयभीत हो देवताओं के पास आये और कहा कि युद्ध बन्द कर दो। जलन्धर को अब नहीं जीत सकोगे।
पहले इन्द्र ने शिवजी का अपमान किया था, यह सुन सेवता युद्ध में जय की आशा त्याग कर इधर-उधर भाग गये। सिन्धु-सुत निर्भय हो अमरावती में घुस गया, इन्द्र आदि सब देवताओं ने गुफाओं में शरण ली।
जिनका आज जन्मदिन है उनको हार्दिक शुभकामनाएं बधाई और शुभाशीष
दिनांक 24 को जन्मे व्यक्ति का मूलांक 6 होगा। आपमें गजब का आत्मविश्वास है। इसी आत्मविश्वास के कारण आप किसी भी परिस्थिति में डगमगाते नहीं है। आपको सुगंध का शौक होगा। इस अंक से प्रभावित व्यक्ति आकर्षक, विनोदी, कलाप्रेमी होते हैं।
आप अपनी महत्वाकांक्षा के प्रति गंभीर होते हैं। अगर आप स्त्री हैं तो पुरुषों के प्रति आपकी दिलचस्पी होगी। लेकिन आप दिल के बुरे नहीं है। 6 मूलांक शुक्र ग्रह द्वारा संचालित होता है। अत: शुक्र से प्रभावित बुराई भी आपमें पाई जा सकती है। जैसे स्त्री जाति के प्रति आपमें सहज झुकाव होगा।
शुभ दिनांक : 6, 15, 24
शुभ अंक : 6, 15, 24, 33, 42, 51, 69, 78
शुभ वर्ष : 2022, 2026
ईष्टदेव : मां सरस्वती, महालक्ष्मी
शुभ रंग : क्रीम, सफेद, लाल, बैंगनी
जन्मतिथि के अनुसार भविष्यफल :
नौकरीपेशा व्यक्ति अपने परिश्रम के बल पर उन्नति के हकदार होंगे। बैक परीक्षाओं में भी सफलता अर्जित करेंगे। दाम्पत्य जीवन में मिली जुली स्थिति रहेगी। आर्थिक मामलों में सभंलकर चलना होगा। लेखन संबंधी मामलों के लिए उत्तम होती है। जो विद्यार्थी सीए की परीक्षा देंगे उनके लिए शुभ रहेगा। व्यापार-व्यवसाय में भी सफलता रहेगी। विवाह के योग भी बनेंगे। स्त्री पक्ष का सहयोग मिलने से प्रसन्नता रहेगी।
आज का राशिफल
🦌मेष
आपका आज का दिन कलह क्लेश की भेंट चढेगा आज घर एवं बाहर के लोगो का अमर्यादित आचरण आपको आवेश में रखेगा आपके अंदर भी धैर्य की कमी रहने के कारण बात बात पर किसी से भी उलझ पड़ेंगे। प्रातः काल मे ही आसपडोसी अथवा पारिवारिक सदस्य से कहासुनी होगी। अहम की भावना भी अधिक रहने से गलती करने पर भी मानेंगे नही करेंगे क्रोध में आकर जो मन मे आये बोल देंगे बाद में इसकी ग्लानि भी होगी। व्यावसायिक स्थिति भी आपके रूखे व्यवहार के चलते उतार चढ़ाव से भरी रहेगी। धन लाभ के लिए स्वभाव में नरमी रखना आवश्यक है अन्यथा भविष्य के लाभ से भी हाथ धो बैठेंगे। महिलाये परिवार के सदस्यों को एकजुट रखने की असफल कोशिश करेंगी।
🐂वृष
आज का दिन आपके लिये नई खुशिया लाएगा। आज आर्थिक रूप से स्थिति सुदृढ़ बनेगी फिर भी धन संबंधित मामलों में ज्यादा सावधानी बरतें अन्यथा आपके भाग्य का लाभ किसी और के हिस्से में भी जा सकता है। स्वभाव में अकड रहने से किसी से मन की बात नही कर सकेंगे। दोपहर से घर एवं बाहर का वातावरण अनुकूल होगा मन इच्छित कार्य कर सकेंगे। आलस्य रहेगा लेकिन जिम्मेदारियों को समय पर पूर्ण करेंगे। पारिवारिक जिम्मेदारी ज्यादा रहने से व्यवसाय में तालमेल बैठाने में थोड़ी मुश्किल रहेगी फिर भी इनपर विजय पा लेंगे। दैनिक उपभोग की वस्तुओं के साथ ही धार्मिक खर्च भी रहेंगे। महिलाये किसी कारण से नाराज रहेंगी।
👬मिथुन
आज के दिन आप जितना भी परिश्रम करेंगे निकट भविष्य में शीघ्र ही इसका लाभ धन अथवा अन्य उपहार सम्मान के रूप में मिलेगा। व्यवहारिकता में थोड़ी कमी रहेगी जिससे आपकी छवि अभिमानियों जैसी बनेगी। कार्य क्षेत्र पर आज अधिकारियो का प्रोत्साहन मिलने से उन्नति के मार्ग खुलेंगे। व्यवसाय में लाभ पाने के लिए थोड़ा परिश्रम करना पड़ सकता है इसका फल संध्या के आसपास आश्चर्य में डालने वाला रहेगा। अनैतिक कार्यो में पड़ने से मान हानि के योग बनेंगे इससे दूर रहें। परिजनों से मधुर भावनात्मक सम्बन्ध रहेंगे घरेलू समस्याओ को महिलाये अपने बल पर सुलझा लेंगी। संध्या के समय शुभ समाचार मिलेंगे। उत्तम भोजन वाहन मनोरंजन यात्रा से आनंद मिलेगा थकान भी होगी।
🦀कर्क
आज आपका स्वभाव अन्य दिनों की अपेक्षा शांत रहेगा। हास-परिहास करने से आस-पास का वातावरण हल्का बनाएंगे। लेकिन आज किसी परिजन के विपरीत व्यवहार पर क्रोध आने से कुछ समय के लिए अशांति बनेगी। आप प्रत्येक कार्य को बेहतर करने का प्रयास करेंगे। कार्य व्यवसाय से धन लाभ लेदेकर हो जाएगा। महिलाये आज अकस्मात किसी शुभसमाचार मिलने से आनंदित रहेंगी। बेरोजगार लोग भी आज हतोत्साहित ना हो प्रयास करने पर आशाजनक रोजगार से जुड़ सकते है। आर्थिक दृष्टिकोण से दिन अच्छा रहेगा खर्च भी आज कम रहने से धन संचय कर पाएंगे। स्वास्थ्य थोड़ा नरम रहेगा। आलस्य के कारण नींद आने की बीमारी से ग्रस्त रह सकते है।
🦁सिंह
आज का दिन आपके लिये हानिकर है प्रत्येक कार्य सोच समझ कर ही करें धन सम्बन्धित कार्य आज टालना ही बेहतर रहेगा। आज किसी से पुरानी उधारी मांगने पर विवाद भी हो सकता है ज्यादा बहस में ना उतरे डूबने की आशंका है। सेहत प्रातः काल से ही नरम रहेगी बाहर का खान-पान एवं शीतल प्रदार्थ ज्यादा गड़बड़ करेगा इनसे दूर रहेगें। नौकरी पेशा जातको को लापरवाही के कारण अधिकारियों की डांट सुन्नी पड़ेगी। व्यवसायी वर्ग भी समय से वादा पूर्ण ना करने पर अपमानित हो सकते है। व्यवसाय मे लगभग सभी कार्य आपकी सोच के विपरीत ही होंगे नए कार्यो में पैसा ना फ़सायें पहले अधूरे कार्य पूर्ण करें धन लाभ अल्प मात्रा में ही होगा। महिलाये शारीरिक क्षमता कम रहने से मामूली बातो से चिढ़ जाएंगी।
👰कन्या
आज भी दिन आपकी आशाओ पर खरा उतरेगा लेकिन आज आप संबंधों को ज्यादा महत्त्व दें अन्यथा धन की लालसा में लोगो से दूरी बना लेंगे आज आर्थिक स्थिति में स्वाभाविक बढ़ोतरी होगी ज्यादा हाथ पैर ना मारें। आज व्यवसाय अथवा अन्य जोखिम वाले कार्यो में निवेश निसंकोच होकर करें विलम्ब से ही सही नतीजे पक्ष में ही रहेंगे। व्यवसाय में दुविधा की स्थिति से बाहर निकलने के लिए किसी अनुभवी का मार्गदर्शन लें धन लाभ आज निश्चित होकर रहेगा। महिलाये आज मानसिक रूप से प्रसन्न रहेगी पारिवारिक वातावरण को भी महकाएंगी। दाम्पत्य जीवन मे भी आत्मीयता रहेगी। बेरोजगार नए कार्य से जुड़ेंगे व्यर्थ बहस वाले प्रसंगों से दूर रहें।
⚖तुला
आज का दिन हर तरह से पिछले दिन की अपेक्षा बेहतर रहेगा लेकिन आज आप किसी की बातों तो तुरंत उत्तर ना दे ना ही किसी से प्रतिशोध की भावना रखे अन्यथा अनुकूलता का लाभ मिलना मुश्किल रहेगा। बैठे बिठाए राय देने वाले भी आज अधिक मिलेंगे इनको अनदेखा कर अपनी बुद्धि का इस्तेमाल करें परिश्रम का उचित फल अवश्य मिलेगा। नौकरी वाले लोगो को भाग-दौड़ अधिक रहेगी अधिकारी वर्ग आपके निर्णयों से सहमत रहेंगे आज अधिकारियों से अपना काम निकालने के लिये भी दिन उपयुक्त है। धन लाभ जिस समय उम्मीद नही होगी तब अकस्मात होगा। महिलाये परिवार के लिए सहयोगी रहेंगी सेहत थोड़ी शिथिल होने पर भी कार्य समय पर पूर्ण कर लेंगी।
🦂वृश्चिक
आज का दिन सुख-समृद्धि दायक रहेगा। व्यवसाय में भी उन्नति होगी साथ ही मित्र परिचितों के बीच सम्मान बढेगा। आज धार्मिक गतिविधियों में हिस्सा लेने से मानसिक रूप से भी हल्कापन अनुभव करेंगे लेकिन नौकरी वाले लोग कार्य क्षेत्र पर अपने दुराचरण के कारण अपमानित हो सकते है। अचानक किसी की सहायता अथवा स्वभाव परिवर्तन देख कर आश्चर्य चकित रह जायेंगे। काम-धंधा आशाजनक रहेगा परन्तु उधारी वाले व्यवहारों से निजात पाना असंभव होगा इसी वजह से धन संचय करने में भी परेशानी आएगी। खर्च आज आसानी से निकाल लेंगे। सरकारी कार्य आगे बढ़ेंगे। महिलाये आज किसी कारण से पुरुषों के ऊपर आश्रित होंगी। सेहत लगभग सामान्य ही रहेगी।
🏹धनु
आज का दिन आपके लिये थोड़ा उठापटक वाला रहेगा। आज आर्थिक लाभ की संभवनाएं भी रहेंगी परन्तु आप अपने मन के विचार अथवा व्यवसाय का प्रचार संकोची वृति रहने के कारण खुल कर नही कर सकेंगे फिर भी आज आप दिन भर की गतिविधियों से संतोषी रहेंगे। आर्थिक विषयो को लेकर ज्यादा सरदर्दी नही लेंगे आवश्यकता अनुसार हो भी जाएगा। संतोषी स्वभाव रहने के कारण मानसिक रूप से भी शांत ही रहेंगे परन्तु किसी आवश्यक कार्य को करने में हड़बड़ी अवश्य करेंगे उसके बाद भी कार्य लंबित रहने पर निराशा होगी। महिलाये आज अपने मे ही मगन रहेंगी जिससे घरेलू कार्य थोड़े अस्त-व्यस्त होंगे। आकस्मिक कार्य पड़ने पर दिनचार्य में बदलाव करना पड़ेगा।
🐊मकर
आज के दिन आपकी दिनचार्य आनंद प्रदान करेगी। नौकरी पेशाओ को आज कार्य क्षेत्र पर अपनी प्रतिभा दिखाने का अवसर मिलेगा पद प्रतिष्ठा में शीघ्र ही वृद्धि होने की सम्भवना बनेगी। सरकारी कार्य भी आज जोड़ तोड़ कर आगे बढ़ने से राहत मिलेगी। व्यवसायी वर्ग के मन मे कुछ ना कुछ उथल पुथल लगी रहेगी धन लाभ के लिए जुगाड़ू प्रवृति अपनाएंगे फिर भी सफलता संदिग्ध ही रहेगी। महिलाये ले देकर अपना काम बना ही लेंगी घरेलू साज सज्जा पर खर्च भी करेंगी। मध्यान पश्चात का समय स्नेही जनों के साथ उत्तम भोजन लघु पर्यटन में आनंद से व्यतीत होगा। आपको घर के बुजुर्ग अथवा किसी वरिष्ठ अधिकारी से खरी खोटी भी सुनने को मिलेगी।
🏺कुंभ
आज का दिन आपके लिये विषम परिस्थितियों वाला रहेगा। कार्य भार अधिक रहेगा परन्तु सेहत आज नरम रहेगी। घर एवं कार्य क्षेत्र पर अव्यवस्था अधिक रहेगी। व्यवहार में भी उदासीनता रहेगी आकर्षण की कमी रहने के कारण लोगो से मेल जोल नही बना सकेंगे। लाभ के अवसर हाथ से निकाल देंगे बाद में इसकी ग्लानि भी होगी। पारिवारिक दायित्वों की पूर्ति हेतु धन को लेकर आज ज्यादा चिंतित रहेंगे आपकी परेशानी का हल शीघ्र ही निकल भी जाएगा महिलाये आर्थिक मामलों में मददगार रहेंगी। मित्र परिचित आवश्यकता पड़ने पर सहायता करेंगे जिससे मन को राहत मिलेगी। परिवारक सदस्यों का महत्त्व जानेंगे। सेहत ठीक रहेगी लेकिन फिर भी आलस्य करेंगे।
🐬मीन
आज का दिन आपकी बौद्धिक क्षमता में वृद्धि तो कराएगा परन्तु आज धैर्य की कमी रहने के कारण इसका लाभ नही उठा पाएंगे। कार्य क्षेत्र अथवा घर पर किसी गलतफहमी के कारण मन अशांत रहेगा लोगो को संदेह की दृष्टि से देखेंगे।मध्यान बाद महिला एवं पुरुष दोनों ही अपने निखरे हुए व्यक्तित्त्व के बल पर समाज से सम्मान पाने के अधिकारी बनेंगे। आर्थिक लाभ के भी कई अवसर मिलेंगे साथ ही मितव्ययी प्रवृति रहने से बचत भी कर सकेंगे लेकिन आज उधारी भूल से भी ना दें नया ही किसी से लें। स्त्री वर्ग भी आज आर्थिक मामलों में परिवार की मदद करेंगी। शारीरिक दर्द एवं सर्दी जुखाम की संभावना है
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