Saturday, April 26, 2025
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20 March 2025: Vaidik Panchang and Horoscope

वैदिक पंचांग (Vaidik Panchang)
🌤️ दिनांक – 20 मार्च 2025
🌤️ दिन – गुरूवार
🌤️ विक्रम संवत – 2081
🌤️ शक संवत -1946
🌤️ अयन – उत्तरायण
🌤️ ऋतु – वसंत ॠतु
🌤️ मास – चैत्र (गुजरात-महाराष्ट्र फाल्गुन)
🌤️ पक्ष – कृष्ण
🌤️ तिथि – षष्ठी 21 मार्च रात्रि 02:45 तक तत्पश्चात सप्तमी
🌤️ नक्षत्र – अनुराधा रात्रि 11:31 तक तत्पश्चात ज्येष्ठा
🌤️ योग – वज्र शाम 06:20 तक तत्पश्चात सिद्धि
🌤️ राहुकाल – दोपहर 02:17 से शाम 05:48 तक
🌤️ सूर्योदय 06:43
🌤️ सूर्यास्त – 06:48
👉 दिशाशूल – दक्षिण दिशा मे
🚩 *व्रत पर्व विवरण-
💥 *विशेष- षष्ठी को नीम की पत्ती, फल या दातुन मुँह में डालने से नीच योनियों की प्राप्ति होती है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)*

।। 🕉️जय पवनपुत्र श्रीरामदूत हनुमान ।।
ॐ नमो वायुपुत्राय भीमरूपाय धीमते।
नमस्ते रामदूताय कामरूपाय श्रीमते।।

ॐ भयंकर रूपधारी, बुद्धिमान, वायुपुत्र और स्वेच्छानुसार रूप धारण करने में समर्थ श्रीरामदूत हनुमान को नमस्कार है।

अपने इष्ट श्रीराम की कार्यसिद्धि के लिए रुद्र बने हनुमान। भगवान श्रीराम के कार्य-सम्पादन के लिए व दास्य-भक्ति का रस चखने के लिए परब्रह्म रुद्र ने हनुमानजी के रूप में शरीर धारण किया था। ॐकार में मकार उन्हीं का रूप है, मकार शिव का वाचक है-

मकाराक्षरसम्भूत: शिवस्तु हनुमान् स्मृत:।

हनुमानजी की विशेषता यह थी कि वे बड़े ही सुन्दर और विभिन्न प्रकार के रूप धारण कर लिया करते थे। श्रीहनुमान के रूप का निश्चित आकार-प्रकार नहीं है। कहीं वे अत्यन्त सूक्ष्म हैं तो कहीं बृहत् से भी बृहत्। हनुमानजी के विशाल शरीर की छाया दस योजन चौड़ी और तीस योजन लंबी तथा वेगयुक्त थी। ‘हनुमानजी का अनुसरण करने वाली उनकी वह छाया खारे पानी के समुद्र में पड़ी हुई श्वेत बादलों की पंक्ति के समान लगती थी।’ हनुमानजी के सूक्ष्म, विकट और भीम आदि अनेक रूपों का वर्णन विभिन्न धर्मग्रंथों में मिलता है। उन्होंने अशोकवाटिका में सीताजी को सूक्ष्मरूप दिखाया, विकटरूप धारणकर लंका जलायी तथा भीमरूप प्रकट कर असुरों का संहार किया-

सूक्ष्म रूप धरि सियहिं दिखावा।
बिकट रूप धरि लंक जरावा।।
भीम रूप धरि असुर संहारे।
(हनुमानचालीसा)

सीताजी का पता लगाने के लिए लंका जाते समय सुरसा के विशाल शरीर और मुख को देखकर हनुमानजी ने अत्यन्त लघुरुप धारण कर लिया-

’अति लघु रूप पवनसुत लयऊ।।’
(रामचरितमानस ५/१/५)

लंका में प्रवेश करते समय हनुमानजी ने मशक के समान अति लघुरूप धारण किया-

मसक समान रूप कपि धरी।
लंकहि चलेउ सुमिरि नरहरी।।
(रामचरितमानस ५/४/१)

अशोकवाटिका में सीताजी के समक्ष प्रकट होते समय हनुमानजी के रूप का बहुत ही भव्य वर्णन ‘श्रीरंगनाथ रामायण’ में किया गया है-

‘हनुमानजी अंगुष्ठमात्र का आकार ग्रहण कर उस अशोकवृक्ष पर चढ़ गए। बालक के रूप में वटवृक्ष के पत्रों में शयन करने वाले भगवान विष्णु के समान वे श्रेष्ठ वानर उस वृक्ष की घनी शाखाओं में बड़ी कुशलता के साथ छिपकर बैठ गए और उन विशालाक्षी सीताजी को बार-बार ध्यान से देखने लगे।’

किष्किन्धा के लिए प्रस्थान करते समय सीताजी से चूड़ामणि लेने से पहले उनका विश्वास प्राप्त करने के लिए हनुमानजी ने अपना विश्वरूप दिखाया जो विन्ध्याचल के समान विशाल दीख पड़ता था।

वाल्मीकिरामायण में उनके शरीर को वज्र के समान सुदृढ़ बतलाया गया है, इसलिए उन्हें ‘वज्रकाय’ भी कहते हैं। वज्रदेहरूप में उनकी स्तुति का मन्त्र है-

‘विहंगमाय शर्वाय वज्रदेहाय ते नम:।।’

समुद्र लांघने के लिए हनुमानजी ने जो भयानक रूप धारण किया, उसका बहुत सुन्दर वर्णन वाल्मीकीय रामायण में किया गया है-

‘जिस प्रकार पूर्णिमा के दिन समुद्र बढ़ता है, उसी प्रकार भगवान श्रीराम की कार्यसिद्धि के लिए श्रीहनुमान बढ़ने लगे। समुद्र लांघने की इच्छा से उन्होंने अपने शरीर को बहुत बढ़ा लिया और अपनी भुजाओं एवं चरणों से जिस पर्वत को दबाया तो वह पर्वत कांप उठा। जब उन्होंने उछाल मारी तो उनकी जांघों के वेग से टूटे हुए वृक्ष इस प्रकार उनके पीछे चले, जैसे राजा के पीछे सेना चलती है।’

रामचरितमानस में गोस्वामी तुलसीदासजी कहते हैं कि ‘जिस पहाड़ पर हनुमानजी चरण रखते थे, वह उसी क्षण पाताल में चला जाता था’-

जेहिं गिरि चरन देइ हनुमंता।
चलेउ सो गा पाताल तुरंता।।
(रामचरितमानस ५/१/४)

हनुमानजी वानरसेना से कहते हैं-
‘जिनके नाम का एक बार स्मरण करने से ही मनुष्य अपार संसार-सागर को पारकर उनके धाम को चला जाता है, उन्हीं भगवान श्रीराम का दूत, उनके हाथ की मुद्रिका लिए हुए, हृदय में उन्हीं का ध्यान करता हुआ मैं यदि इस छोटे से समुद्र को लांघ जाऊं तो इसमें आश्चर्य ही क्या है।’

साहब तें सेवक बड़ो जो निज धरम सुजान।
राम बांधि उतरे उदधि लांघि गए हनुमान।।

हनुमानजी कहीं वानरदेह में तो कहीं मानवदेह में हुए प्रकट,गंधमादन पर्वत पर भीम हनुमानजी का विन्ध्यपर्वत के समान अत्यन्त भयंकर और अद्भुत शरीर देखकर घबरा गए। हनुमानजी ने भीम से कहा कि ‘हमलोग तो पशुयोनि के प्राणी है’। श्रीरामचरितमानस के अनुसार किष्किन्धा में श्रीराम से मिलने हनुमानजी विप्र-वेष धारण करके गए थे-

‘विप्र रूप धरि कपि तहँ गयऊ।’

हनुमानजी ने विप्ररूप धारणकर ही विभीषण से भेंट की थी-

बिप्ररूप धरि बचन सुनाए।
सुनत बिभीषण उठि तहँ आए।।

अध्यात्मरामायण के अनुसार हनुमानजी नन्दिग्राम में भरतजी को भगवान श्रीराम के आगमन का संदेश सुनाने मनुष्य-शरीर धारणकर गए थे।

चित्रकूट में गोस्वामी तुलसीदासजी को श्रीराम-लक्ष्मण के दर्शन के बाद श्रीहनुमानजी ने प्रकट होकर बतलाया था कि उन्हें श्रीराम ने दर्शन दिया पर वे उन्हें पहिचान न सके। तुलसीदासजी ने हनुमानजी के रूप का बड़ा ही सुन्दर वर्णन किया है-

स्वर्न-सैल-संकास कोटि रबि- तरुन- तेज- घन।
उर बिसाल,भुजदंड चंड नख बज्र बज्रतन।।

पिंग नयन, भृकुटी कराल, रसना दसनानन।
कपिस केस,करकस लंगूर खल-दल- बल- भानन।।
(श्रीहनुमानबाहुक)

समर्थ गुरुरामदास को श्रीहनुमान ने दिखाया अपना महाकाय रूप। संत समर्थ रामदास प्रतिदिन ब्राह्ममुहूर्त से सूर्योदय तक गोदावरी के जल में खड़े होकर श्रीराम-नाम का जप किया करते थे। उस समय तट पर स्थित अशोकवृक्ष पर एक बंदर बैठा रहता था। बारह वर्षों तक यह क्रम चलता रहा। तेरह करोड़ जप पूर्ण होने पर रामदासजी को ध्यान में ऐसा अनुभव हुआ कि वह बंदर उनके सामने आकर उनके हृदय में प्रवेश कर गया। जब उन्होंने नेत्र खोले, तब सामने एक बंदर को देखा। कुछ ही देर में उस बंदर ने महाकाय रूप धारण कर लिया। इस प्रकार श्रीहनुमान ने रामदासजी को अपने स्वरूप का दर्शन करा कर कृतार्थ कर दिया। भगवान शंकर कहते हैं-

हनूमान सम नहिं बड़भागी।
नहिं कोउ राम चरन अनुरागी।।

गिरिजा जासु प्रीति सेवकाई।
बार बार प्रभु निज मुख गाई।।
(रामचरितमानस ७/५०/४-५)

स्वयं वानरकुल में जन्म लेने पर भी दास्य-भक्ति के प्रताप से हनुमानजी देवता बन गए। यह सिद्धि दूसरा अन्य कोई प्राप्त नहीं कर सका। ।।

🕉️मंदिर जाना जरूरी है🕉️

1.पहला कारण-:

मंदिर जाना इसलिए जरूरी है कि वहां जाकर आप यह सिद्ध करते हैं कि आप देव शक्तियों में विश्वास रखते हैं तो देव शक्तियां भी आपमें विश्वास रखेंगी। यदि आप नहीं जाते हैं तो आप कैसे व्यक्त करेंगे की आप परमेश्वर या देवताओं की तरफ है.? यदि आप देवताओं की ओर देखेंगे तो देवता भी आपकी ओर देखेंगे। और यह भाव मंदिर में देवताओं के समक्ष जाने से ही आते हैं।
2.दूसरा कारण-:

अच्छे मनोभाव से जाने वाले की सभी तरह की समस्याएं प्रतिदिन मंदिर जाने से समाप्त हो जाती है। मंदिर जाते रहने से मन में दृढ़ विश्वास और उम्मीद की ऊर्जा का संचार होता है। विश्वास की शक्ति से ही समृद्धि, सुख, शांति और कल्याण की प्राप्ति होती है।।
3.तीसरा कारण-:

यदि आपने कोई ऐसा अपराध किया है कि जिसे आप ही जानते हैं तो आपके लिए प्रायश्चित का समय है। आप क्षमा प्रार्थना करके अपने मन को हल्का कर सकते हैं। इससे मन की बैचेनी समाप्त होती है और आप का जीवन फिर से पटरी पर आ जाता है।।
4.चौथा कारण-:

मंदिर में शंख और घंटियों की आवाजें वातावरण को शुद्ध कर मन और मस्तिष्क को शांत करती हैं। धूप और दीप से मन और मस्तिष्क के सभी तरह के नकारात्मक भाव हट जाते हैं और सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।।
5.पांचवां कारण-:

मंदिर के वास्तु और वातावरण के कारण वहां सकारात्मक उर्जा ज्यादा होती है। प्राचीन मंदिर ऊर्जा और प्रार्थना के केंद्र थे।हमारे प्राचीन मंदिर वास्तुशास्त्रियों ने ढूंढ-ढूंढकर धरती पर ऊर्जा के सकारात्मक केंद्र ढूंढे और वहां मंदिर बनाए। मंदिर में शिखर होते हैं।शिखर की भीतरी सतह से टकराकर ऊर्जा तरंगें व ध्वनि तरंगें व्यक्ति के ऊपर पड़ती हैं। ये परावर्तित किरण तरंगें मानव शरीर आवृत्ति बनाए रखने में सहायक होती हैं।व्यक्ति का शरीर इस तरह से धीरे-धीरे मंदिर के भीतरी वातावरण से सामंजस्य स्थापित कर लेता है। इस तरह मनुष्य असीम सुख का अनुभव करता है।।
6.छटा कारण-:

मंदिर में उपस्थित व्यक्ति के मन में चंचलता चपलता कम होती है, और पवित्रता के विचार ज्यादा प्रबल होते हैं, चाहे वह ईश्वर के डर से या फिर ईश्वर के प्रति प्रेम व श्रद्धा के कारण। लेकिन इस तरह का निश्चल मन अपने आसपास के वातावरण को पवित्र बनाता है, इसलिए मंदिर में स्वत ही सकारात्मकता पवित्रता वाली ऊर्जा कुछ ज्यादा होती है जिसका लाभ वहां जाने वाले प्रत्येक व्यक्तियों को मिलता है।।
7.सातवा कारण-:

मंदिर में जाने से हम अपने आसपास के लोगों से मिलते जुलते हैं जिससे सामाजिक सौहार्द का वातावरण बनता है।और आपसी सामाजिक सौहार्द व एकता वर्तमान की परिस्थितियों को देखते हुए अति आवश्यक भी है।।
यदि हम सनातनी समय रहते हुए नहीं समझे- नहीं सुलझे तो आने वाला वक्त सनातन संस्कृति के लिए काफी भारी रहेगा। क्योंकि धीरे-धीरे हिंदुस्तान में सनातनियों की संख्या में गिरावट होती जा रही है, और अन्य संप्रदाय का विस्तार होते जा रहे हैं। और एक तो ऐसा संप्रदाय है जो प्राचीन समय से सनातन संस्कृति व आस्थाओं पर और सनातनीयों के तीर्थ स्थलों एवं मंदिरों पर हमेशा आक्रमण करता रहा है, वह सनातन संस्कृति को मिटाने पर तुला हुआ है, अतः समय रहते हुए प्रत्येक सनातनियों को संगठित व ताकतवर होना अति आवश्यक है। और यह सब मंदिर जाने से ही संभव हो पाएगा। अतः मंदिर जरूर जाएं और अपने साथ अपने बच्चों को भी लेकर जाएं, उन्हें भी अपनी संस्कृति व परंपराओं से अवगत कराएं।।
🕉️
🌷 व्यतिपात योग 🌷
➡️ 21 मार्च 2025 शुक्रवार को शाम 06:42 से 22 मार्च, शनिवार को शाम 06:37 तक व्यतिपात योग है।
🙏🏻 व्यतिपात योग की ऐसी महिमा है कि उस समय जप पाठ प्राणायम, माला से जप या मानसिक जप करने से भगवान की और विशेष कर भगवान सूर्यनारायण की प्रसन्नता प्राप्त होती है जप करने वालों को, व्यतिपात योग में जो कुछ भी किया जाता है उसका १ लाख गुना फल मिलता है।
🙏🏻 वाराह पुराण में ये बात आती है व्यतिपात योग की।

🌷 भविष्य पुराण 🌷
🙏🏻 भविष्य पुराण में माना गया है कि हर इंसान को उसके शरीर, मन व बातों से किए गए पापों को भोगना पड़ता है। उसमें भी कुछ काम ऐसे हैं जिन्हें महापाप माना गया है। आइए जानते हैं पांच ऐसे ही महापापों के बारे में जिन्हें करने वालों को नरक में सबसे ज्यादा यातनाएं झेलनी पड़ती है।
➡ ये हैं 5 सबसे बड़े पाप, इन्हें करने वालें को नर्क में मिलती है सबसे ज्यादा सजा
1⃣ अनीति का धन
किसी को ठग कर गलत काम कर या किसी के हिस्से की वस्तु को चुराकर धन एकत्रित करना और धन का दान न करने वाले को भी भविष्यपुराण में महापापी माना गया है।
2⃣ गुरु से धोखाधड़ी
गुरु मनुष्य को अच्छे-बुरे का ज्ञान देते है। गुरु को पिता के समान मानना चाहिए। गुरु के साथ कभी भी कंपट एवं धोखाधड़ी नहीं करनी चाहिए। ऐसा करना सबसे बड़ा पाप माना गया है। ऐसे इंसान को उसके पापों की सजा मिलती है।
3⃣ पशुओं पर अत्याचार
पशुओं पर अत्याचार करना, ब्राह्मण की हत्या या उसका अपमान करना, नौकरों से बुरा व्यवहार करने वाले मनुष्य को भी कुंभीपाक नाम के नर्क की यातना सहनी पड़ती है। इसलिए भुलकर भी ये महापाप नहीं करना चाहिए।
4⃣ शराब पीना
शराब में तीन प्रकार के पाप बताएँ गए है।स्त्री हो या पुरुष सभी को शराब व अन्य मादक पदार्थों से दुर रहना चाहिए।किसी भी तरह की शराब पीने से मनुष्य महापाप का भागी बन जाता है।
5⃣ चोरी करना
जो मनुष्य दुसरों की वस्तु हड़पने या चुराने की कोशिश करता है, वह पापी माना गया है। चोरी करने वाले इंसान या ऐसे काम में साथ देने वाले को नर्क में दुःख भोगने पड़ते है।इसलिए मनुष्य को कभी भी ये महापाप नहीं करना चाहिए।

🌷 सफलता पाने हेतु 🌷
☺ सुबह उठो तो उससे थोड़ी देर विश्रांति पाकर प्रार्थना करके बाद में अपना जिस नथुने से श्वास चलता है वही हाथ मुंह को उसी तरफ घुमाकर वही पैर धरती पे रखोगे तो आपको कार्यों में भी सफलता की मदद मिलेगी…. विघ्न बाधाएँ आराम से टलेंगे । लेकिन ईश्वर केवल विघ्न बाधा टालने के लिए नहीं है ! ईश्वर तो पाने के लिये है ! आप सम्राट से चपरासी का काम ज्यादा दिन मत लेना।

पंचक

26 मार्च, 2025 (बुधवार) को दोपहर 3:14 बजे शुरू होकर 30 मार्च, 2025 (रविवार) को शाम 4:35 बजे समाप्त होगा.

जिनका आज जन्मदिन है उनको हार्दिक शुभकामनाएं बधाई और शुभ आशीष

दिनांक 20 को जन्मे व्यक्ति का मूलांक 2 होगा। आप अत्यधिक भावुक होते हैं। आप स्वभाव से शंकालु भी होते हैं। दूसरों के दु:ख-दर्द से आप परेशान हो जाना आपकी कमजोरी है। ग्यारह की संख्या आपस में मिलकर दो होती है इस तरह आपका मूलांक दो होगा। इस मूलांक को चंद्र ग्रह संचालित करता है। चंद्र ग्रह मन का कारक होता है।

चंद्र के समान आपके स्वभाव में भी उतार-चढ़ाव पाया जाता है। आप अगर जल्दबाजी को त्याग दें तो आप जीवन में बहुत सफल होते हैं। आप मानसिक रूप से तो स्वस्थ हैं लेकिन शारीरिक रूप से आप कमजोर हैं। चंद्र ग्रह स्त्री ग्रह माना गया है। अत: आप अत्यंत कोमल स्वभाव के हैं। आपमें अभिमान तो जरा भी नहीं होता।

शुभ दिनांक : 2, 11, 20, 29

शुभ अंक : 2, 11, 20, 29, 56, 65, 92

शुभ वर्ष : 2027, 2029, 2036

ईष्टदेव : भगवान शिव, बटुक भैरव

शुभ रंग : सफेद, हल्का नीला, सिल्वर ग्रे

जन्मतिथि के अनुसार भविष्यफल :

लेखन से संबंधित मामलों में सावधानी रखना होगी। बगैर देखे किसी कागजात पर हस्ताक्षर ना करें। किसी नवीन कार्य योजनाओं की शुरुआत करने से पहले बड़ों की सलाह लें। व्यापार-व्यवसाय की स्थिति ठीक-ठीक रहेगी। स्वास्थ्य की दृष्टि से संभल कर चलने का वक्त होगा। पारिवारिक विवाद आपसी मेलजोल से ही सुलझाएं। दखलअंदाजी ठीक नहीं रहेगी।

मेष दैनिक राशिफल (Aries Daily Horoscope)
आज का दिन आपके लिए समस्याओं से छुटकारा दिलाने वाला रहेगा। जीवनसाथी को तरक्की करते देख आपको खुशी होगी। विद्यार्थियों को शिक्षा में आ रही समस्याओं को लेकर कोई महत्वपूर्ण कदम उठाना होगा। आप माता-पिता को लेकर किसी धार्मिक यात्रा पर जा सकते हैं। जीवनसाथी और आपके रिश्ते में किसी बाहरी व्यक्ति के आने के कारण लड़ाई-झगड़े की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। राजनीति में कार्यरत लोग किसी पर भरोसा करने से बचें।

वृषभ दैनिक राशिफल (Taurus Daily Horoscope)
आज का दिन आपके लिए लंबे समय से चली आ रही समस्याओं से छुटकारा दिलाने वाला रहेगा। भविष्य को लेकर आप कुछ योजना बनाएंगे। जीवनसाथी की जरूरत की वस्तुओं भी खरीदारी पर भी आप अच्छा खासा धन व्यय करेंगे। आपको अपने पारिवारिक मामलों को घर में रहकर ही निपटना होगा। विद्यार्थियों को बौद्धिक और मानसिक बोझ से छुटकारा मिलेगा। आपके घर किसी नये मेहमान का आगमन हो सकता है।

मिथुन दैनिक राशिफल (Gemini Daily Horoscope)
आज का दिन आपके लिए मेहनत से काम करने के लिए रहेगा। नौकरी बदलने का प्रयास कर रहे लोगों को कोई खुशखबरी सुनने को मिल सकती है। आपको किसी को बिना मांगे सलाह देने से बचना होगा। आपको किसी की कहीसुनी बातों में आकर लड़ाई झगड़े में नहीं पड़ना है। आपको किसी पैतृक संपत्ति की प्राप्ति होने से आपका मन खुश रहेगा। आपकी कोई पुरानी गलती से पर्दा उठ सकता है।

कर्क दैनिक राशिफल (Cancer Daily Horoscope)
आज का दिन आपके लिए परोपकार के कार्य से जुड़कर नाम कमाने के लिए रहेगा। आप अपने कामों में काफी व्यस्त रहेंगे। आपके घर किसी नए मेहमान का आगमन हो सकता है। आप दोस्तों के साथ आनंदमय समय व्यतीत करेंगे। आप किसी से किए हुए वादे को भी पूरा करने की पूरी कोशिश करेंगे। आपकी सेहत में उतार-चढ़ाव रहने से आपका मन परेशान रहेगा। आप किसी समस्या को छोटा ना समझे। आपके शत्रु भी आप पर हावी रहेंगे।

सिंह दैनिक राशिफल (Leo Daily Horoscope)
आज का दिन आपके लिए मिलाजुला रहने वाला है। आपका कोई रुपए-पैसे से संबंधित मामला सुलझेगा। आपको अपने कामों को पूरा करने के लिए मेहनत अधिक करनी होगी। कुछ नया करने की कोशिश रंग लाएगी। संतान को तरक्की करते देख आपको खुशी होगी। आपके कुछ नए विरोधी उत्पन्न हो सकते हैं। आपने यदि किसी ससुराल पक्ष के किसी व्यक्ति को धन उधार दिया था, तो वह आपको वापस मिल सकता है।

कन्या दैनिक राशिफल (Virgo Daily Horoscope)
आज का दिन आपके लिए करियर में बड़ा बदलाव लेकर आने वाला है। आपको अपने करियर में अच्छा उछाल देखने को मिलेगा। आप अपने शौक मौज की चीजों पर अच्छा खासा धन व्यय करेंगे। आपकी कोई डील पार्टनरशिप में फाइनल होगी। आप किसी पर आंख मूंदकर भरोसा ना करें। आपको अपने पारिवारिक मामलों को भी निपटाने के लिए वरिष्ठ सदस्यों से बातचीत करनी होगी। विवाह में आ रही बाधा भी दूर होगी।

तुला दैनिक राशिफल (Libra Daily Horoscope)
आज का दिन आपके लिए चिंताग्रस्त रहने वाला है। आपको एक साथ कई काम हाथ लगने से आपकी व्याकाग्रता बढ़ेगी। आप अपनी चतुर बुद्धि का प्रयोग करके अपने शत्रुओं को आसानी से मात देने की कोशिश करेंगे। आर्थिक स्थिति पहले से बेहतर रहेगी। घूमने-फिरने की आप योजना बना सकते हैं। आपको अपने भविष्य को लेकर कोई बड़ा इन्वेस्टमेंट करना होगा। माता-पिता आपके कामों में आपका पूरा साथ देंगे।

वृश्चिक दैनिक राशिफल (Scorpio Daily Horoscope)
आज का दिन आपके लिए मिश्रित रूप से फलदायक रहने वाला है। आपको कोई निर्णय थोड़ा सोच समझकर लेना होगा। आप अपने मन में नकारात्मक विचारों को न रखें। आपको संतान से किए हुए वादे को पूरा करना होगा। आपको उलझनों के बावजूद भी काफी हद तक राहत मिलेगी। आप अपने पिछले व्यापार को काफी हद तक संभालने की कोशिश में लगे रहेंगे। सामाजिक कार्यक्रमों से आपको जुड़ने का मौका मिलेगा।

धनु दैनिक राशिफल (Sagittarius Daily Horoscope)
आज का दिन आपके लिए सुख-सुविधाओं को बढ़ाने वाला रहेगा। आप अपने रोजमर्रा के कामों में कोई बदलाव बिल्कुल ना करें। व्यापार में आपको किसी अजनबी पर भरोसा करना नुकसानदायक रहेगा। आप अपनी शौक मौज की चीजों पर अच्छा खासा धन व्यय करेंगे। आपको घूमने-फिरने के दौरान आपको कोई महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त होगी। आपको अपनी सेहत पर पूरा ध्यान देने की आवश्यकता है।आपको किसी दूर रह रहे परिजन से कोई निराशाजनक सूचना सुनने को मिल सकते हैं।

मकर दैनिक राशिफल (Capricorn Daily Horoscope)
आज का दिन आपके लिए मिलाजुला रहने वाला है। आपके मन में शांति बनी रहेगी। आपके बड़े बुजुर्गों का पूरा साथ मिलेगा। वैवाहिक जीवन में खुशियां भरपूर रहेंगी। राजनीति से जुड़े लोगों को अच्छा प्रमोशन मिलेगा। आपको अपने किसी काम में बिना सोचे समझे हाथ बढ़ाने से बचना होगा। आपके दिए गए सुझाव कार्यक्षेत्र में लोगों के खूब काम आएंगे। आपके ऊपर काम का दबाव थोड़ा अधिक रहेगा।

कुंभ दैनिक राशिफल (Aquarius Daily Horoscope)
आज का दिन आपके लिए सामान्य रहने वाला है। आपके रुके हुए काम पूरे होंगे। भाई- बहनों के बीच में आपकी खूब पटेगी। परिवार के सदस्यों के साथ आप किसी धार्मिक आयोजन में सम्मिलित होंगे। आप किसी नए काम में सोच समझकर हाथ बढ़ाएं। संतान पक्ष की ओर से आपको कोई खुशखबरी सुनने को मिल सकती है। आपको किसी विपरीत परिस्थिति में भी धैर्य बनाए रखना होगा। आपको अपनी वाणी और व्यवहार पर संयम रखना होगा।

मीन दैनिक राशिफल (Pisces Daily Horoscope)
आज आपको किसी दूर रह रहे परिजन से कोई निराशाजनक सूचना सुनने को मिल सकती है। आपका मन परेशान रहेगा। आप टेंशनों में लगे रहेंगे, लेकिन जीवनसाथी को करियर में कोई अच्छी खशखबरी सुनने को मिल सकती है। आपका किसी बात से कार्यक्षेत्र में कोई लड़ाई झगड़ा होने की संभावना है। आपको अपने बिजनेस के कामों पर पूरा ध्यान देना होगा। आपको किसी विपरीत परिस्थिति मैं धैर्य बनाए रखना होगा।

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