वैदिक पंचांग (Vaidik Panchang)
दिनांक – 11 सितम्बर 2024
दिन – बुधवार
विक्रम संवत् – 2081
अयन – दक्षिणायन
ऋतु – शरद
मास – भाद्रपद
पक्ष – शुक्ल
तिथि – अष्टमी रात्रि 11:46 तक तत्पश्चात नवमी
नक्षत्र – ज्येष्ठा रात्रि 09:22 तक तत्पश्चात मूल
योग – प्रीति रात्रि 11:55 तक तत्पश्चात आयुष्मान
राहु काल – दोपहर 12:36 से दोपहर 02:09 तक
सूर्योदय – 06:28
सूर्यास्त – 06:44
दिशा शूल – उत्तर दिशा में
ब्राह्ममुहूर्त – प्रातः 04:52 से 05:39 तक
अभिजीत मुहूर्त – कोई नहीं
निशिता मुहूर्त- रात्रि 12:13 सितम्बर 12 से रात्रि 12:59 सितम्बर 12 तक
व्रत पर्व विवरण – बुधवारी अष्टमी (सूर्योदय से रात्रि 11:45 तक), राधा अष्टमी, महालक्ष्मी व्रत शुरू, दूर्वा अष्टमी, जयेष्ठ गौरी पूजा, मासिक दुर्गाष्टमी
विशेष – अष्टमी को नारियल का फल खाने से बुद्धि का नाश होता है | इस दिन स्त्री-सहवास और तिल का तेल खाना और लगाना निषिद्ध है । (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)
बुधवारी अष्टमी
➡ 11 सितम्बर 2024 बुधवार को (सूर्योदय से रात्रि 11:46 तक) बुधवारी अष्टमी है ।
👉🏻 मंत्र जप एवं शुभ संकल्प हेतु विशेष तिथि
🙏🏻 सोमवती अमावस्या, रविवारी सप्तमी, मंगलवारी चतुर्थी, बुधवारी अष्टमी – ये चार तिथियाँ सूर्यग्रहण के बराबर कही गयी हैं।
🙏🏻 इनमें किया गया जप-ध्यान, स्नान , दान व श्राद्ध अक्षय होता है। (शिव पुराण, विद्यश्वर संहिताः अध्याय 10)
राधा अष्टमी
🙏🏻 11 सितम्बर, बुधवार को श्रीराधा अष्टमी है। जन्माष्टमी के पूरे 15 दिन बाद ब्रज के रावल गांव में राधा जी का जन्म हुआ । भाद्रपद शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को राधाष्टमी व्रत रखा जाता है। पुराणों में राधा और रुक्मिणी को एक ही माना जाता है। जो लोग राधा अष्टमी के दिन राधा जी की उपासना करते हैं, उनका घर धन संपदा से सदा भरा रहता है।
➡ पुराणों के अनुसार राधा अष्टमी
🙏🏻 स्कंद पुराण के अनुसार राधा श्रीकृष्ण की आत्मा हैं। इसी कारण भक्तजन सीधी-साधी भाषा में उन्हें ‘राधारमण’ कहकर पुकारते हैं।
🙏🏻 पद्म पुराण में ‘परमानंद’ रस को ही राधा-कृष्ण का युगल-स्वरूप माना गया है। इनकी आराधना के बिना जीव परमानंद का अनुभव नहीं कर सकता।
🙏🏻 भविष्य पुराण और गर्ग संहिता के अनुसार, द्वापर युग में जब भगवान श्रीकृष्ण पृथ्वी पर अवतरित हुए, तब भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की अष्टमी के दिन महाराज वृषभानु की पत्नी कीर्ति के यहां भगवती राधा अवतरित हुई। तब से भाद्रपद शुक्ल अष्टमी ‘राधाष्टमी’ के नाम से विख्यात हो गई।
🙏🏻 नारद पुराण के अनुसार ‘राधाष्टमी’ का व्रत करनेवाला भक्त ब्रज के दुर्लभ रहस्य को जान लेता है।
🙏🏻 पद्म पुराण में सत्यतपा मुनि सुभद्रा गोपी प्रसंग में राधा नाम का स्पष्ट उल्लेख है। राधा और कृष्ण को ‘युगल सरकार’ की संज्ञा तो कई जगह दी गई है।🙏🏻 11 सितम्बर, बुधवार को श्रीराधा अष्टमी है। जन्माष्टमी के पूरे 15 दिन बाद ब्रज के रावल गांव में राधा जी का जन्म हुआ । भाद्रपद शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को राधाष्टमी व्रत रखा जाता है। पुराणों में राधा और रुक्मिणी को एक ही माना जाता है। जो लोग राधा अष्टमी के दिन राधा जी की उपासना करते हैं, उनका घर धन संपदा से सदा भरा रहता है।
➡ पुराणों के अनुसार राधा अष्टमी
🙏🏻 स्कंद पुराण के अनुसार राधा श्रीकृष्ण की आत्मा हैं। इसी कारण भक्तजन सीधी-साधी भाषा में उन्हें ‘राधारमण’ कहकर पुकारते हैं।
🙏🏻 पद्म पुराण में ‘परमानंद’ रस को ही राधा-कृष्ण का युगल-स्वरूप माना गया है। इनकी आराधना के बिना जीव परमानंद का अनुभव नहीं कर सकता।
🙏🏻 भविष्य पुराण और गर्ग संहिता के अनुसार, द्वापर युग में जब भगवान श्रीकृष्ण पृथ्वी पर अवतरित हुए, तब भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की अष्टमी के दिन महाराज वृषभानु की पत्नी कीर्ति के यहां भगवती राधा अवतरित हुई। तब से भाद्रपद शुक्ल अष्टमी ‘राधाष्टमी’ के नाम से विख्यात हो गई।
🙏🏻 नारद पुराण के अनुसार ‘राधाष्टमी’ का व्रत करनेवाला भक्त ब्रज के दुर्लभ रहस्य को जान लेता है।
🙏🏻 पद्म पुराण में सत्यतपा मुनि सुभद्रा गोपी प्रसंग में राधा नाम का स्पष्ट उल्लेख है। राधा और कृष्ण को ‘युगल सरकार’ की संज्ञा तो कई जगह दी गई है।
घर में सदैव आर्थिक परेशानी रहती है तो
🙏🏻 स्कंदपुराण और दूसरे ग्रंथों में बात आयी है कि जिन लोगों के घर में सदैव आर्थिक परेशानी रहती है उनके लिए भाद्र शुक्ल अष्टमी (11 सितम्बर, बुधवार) के दिन से लेकर आश्विन कृष्ण अष्टमी (गुजरात एवं महाराष्ट्र अनुसार भाद्रपद कृष्ण अष्टमी) माने 24 सितम्बर, मंगलवार तक महालक्ष्मी माता का पूजन विधान स्कंदपुराण, आदि ग्रंथो में बताया गया है और इस सरल विधान के अनुसार 11 सितम्बर से 24 सितम्बर तक नित्य प्रात: लक्ष्मी माता का सुमिरन करते हुए – ॐ लक्ष्मयै नम: ॐ लक्ष्मयै नम: ॐ लक्ष्मयै नम: मंत्र का 16 बार प्रति दिन जप करें और फिर लक्ष्मीमाता का पूजन करते हुए एक श्लोक पाठ करें । इससे समय, शक्ति खर्च नहीं होगी उल्टा पुण्य भी बढ़ेगा | श्लोक इस प्रकार है-
🌷 धनं धान्यं धराम हरम्यम, कीर्तिम आयुर्यश: श्रीयं,
दुर्गां दंतीन: पुत्रां, महालक्ष्मी प्रयच्छ मे ‘
“ॐ श्री महालक्ष्मये नमः” “ॐ श्री महालक्ष्मये नमः”
🔹शत्रुओं की बदनीयत विफल करने हेतु🔹
🔸जो शत्रुओं से घिरा है वह सद्गुरु के द्वार पर जब आरती होती हो तो उसका दर्शन करे, उसके सामने शत्रुओं की दाल नहीं गलेगी । – पूज्य बापूजी
🔹नजर दोष निवारण के लिए🔹
🔸घर में किसीको नजर लगी हो तो घर के आँगन में तुलसी का पौधा (गमले में या जैसी व्यवस्था हो) लगाकर उसके सामने रोज सायंकाल में दीपक प्रज्वलित करें ।
🔹लक्ष्मीप्राप्ति हेतु करें यह प्रयोग🔹
🔸धन का लाभ नहीं हो रहा हो तो, शुक्रवार से गोधूलि वेला में पूजाघर में या तुलसी के पौधे के सामने नित्य देशी गाय के घी का दीपक जलायें ।
🔹विवाह की बाधा दूर करने का उपाय🔹
🔸यदि किसी कन्या का विवाह न हो पा रहा हो तो पूर्णिमा को वटवृक्ष की १०८ परिक्रमा करने से विवाह की बाधा दूर हो जाती है । गुरुवार को बड़ या पीपल के वृक्ष को जल अर्पित करने से भी विवाह की बाधा दूर होती है ।
🔹दर्द- निवारण हेतु अनुभूत रामबाण प्रयोग🔹
🔸शरीर में जितनी जगह दर्द हो रहा है उसके अनुरूप प्याज लेकर कुचल लें । सोने से पहले सरसों का तेल और आवश्यकतानुसार हल्दी मिलाकर प्याज को भून लें । फिर सहने योग्य गरम रहते हुए इसे दर्द के स्थान पर कपड़े से बाँध लें । बिस्तर, कपड़े आदि खराब न हों इसलिए ऊपर से पॉलीथीन बाँध सकते हैं । इस अनुभूत रामबाण प्रयोग को कुछ दिन करने से दर्द में लाभ होता है ।
पंचक
सितंबर में पंचक का समय
पंचांग के अनुसार, पंचक का आरंभ सोमवार, 16 सितंबर के प्रातः के 05 बजकर 45 मिनट पर हो रहा है। जो गुरुवार, 19 सितंबर सुबह को 08 बजकर 05 मिनिट तक रहने वाले हैं। ऐसे में 16 से 19 तक पंचक रहने वाले हैं।
एकादशी
पद्मा एकादशी (भाद्रपद शुक्ल) 14 सितंबर 2024
इंदिरा एकादशी (अश्विन कृष्ण) 28 सितंबर 2024
प्रदोष
15 सितंबर 2024 रविवार, रवि प्रदोष व्रत (शुक्ल)
29 सितंबर 2024 रविवार, रवि प्रदोष व्रत (कृष्ण)
जिनका आज जन्मदिन है उनको हार्दिक शुभकामनाएं बधाई और शुभाशीष
दिनांक 11 को जन्मे व्यक्ति का मूलांक 2 होगा, इस मूलांक को चंद्र ग्रह संचालित करता है। चंद्र ग्रह मन का कारक होता है। आप अत्यधिक भावुक होते हैं। ग्यारह की संख्या आपस में मिलकर दो होती है इस तरह आपका मूलांक दो होगा। आप स्वभाव से शंकालु भी होते हैं। दूसरों के दु:ख दर्द से आप परेशान हो जाना आपकी कमजोरी है। चंद्र ग्रह स्त्री ग्रह माना गया है। अत: आप अत्यंत कोमल स्वभाव के हैं।
आपमें अभिमान तो जरा भी नहीं होता। चंद्र के समान आपके स्वभाव में भी उतार-चढ़ाव पाया जाता है। आप अगर जल्दबाजी को त्याग दें तो आप जीवन में बहुत सफल होते हैं। आप मानसिक रूप से तो स्वस्थ हैं लेकिन शारीरिक रूप से आप कमजोर हैं।
शुभ दिनांक : 2, 11, 20, 29
शुभ अंक : 2, 11, 20, 29, 56, 65, 92
शुभ वर्ष : 2027, 2029, 2036
ईष्टदेव : भगवान शिव, बटुक भैरव
शुभ रंग : सफेद, हल्का नीला, सिल्वर ग्रे
जन्मतिथि के अनुसार भविष्यफल :
किसी नवीन कार्य योजनाओं की शुरुआत करने से पहले बड़ों की सलाह लें। बगैर देखे किसी कागजात पर हस्ताक्षर ना करें। व्यापार-व्यवसाय की स्थिति ठीक-ठीक रहेगी। स्वास्थ्य की दृष्टि से संभल कर चलने का वक्त होगा। पारिवारिक विवाद आपसी मेलजोल से ही सुलझाएं। दखलअंदाजी ठीक नहीं रहेगी। लेखन से संबंधित मामलों में सावधानी रखना होगी।
आज का सुविचार
सुंदर शरीर में गंदा मन, सोने की थाली में लोहे की कील के समान है॥
आज का राशिफल
मेष🐐 (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)
आज आप जिस भी कार्य को करना आरंभ करेंगे या करने का विचार करेंगे उसमे कोई ना कोई बिना मांगे अपनी राय देगा जिससे कुछ समय के लिये दुविधा में पड़ेंगे। मध्यान तक आलस्य के कारण कार्यो की गति धीमी रहेगी इसके बाद भी कार्य व्यवसाय में रुचि होने पर भी किसी न किसी के कारण ठीक से ध्यान नही दे पाएंगे धन की आमद आज कार्य समय से करने पर भी विलंब से अथवा आगे के लिये टलेगी ऊपर से खर्च बढ़ने से आर्थिक संतुलन गड़बड़ायेगा। घर मे वातावरण पल पल में बदलेगा सहयोग की कमी के चलते अव्यवस्था बढ़ेगी। पिता अथवा किसी वृद्ध के स्वास्थ्य के ऊपर खर्च भी करना पड़ेगा लेकिन भविष्य के लिये उत्तम मार्गदर्शन भी मिलेगा। लम्बी यात्रा की योजना आज मन मे ही रहने की संभावना है फिर भी छोटी मोटी पर्यटन अथवा धार्मिक यात्रा अवश्य होगी।
वृष🐂 (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)
आज का दिन कुछ कार्यो को छोड़ व्यर्थ की भागदौड़ में बीतेगा घरेलू कार्यो को लेकर किसी से बहस होकर दिन का आरंभ होगा मध्यान तक इसका प्रभाव मस्तिष्क पर रहेगा इसके बाद ही स्थिति सामान्य हो पायेगी। आज आपके सामाजिक दायरे में वृद्धि होगी लेकिन दुष्ट प्रकृति के लोगो की संगत से बचे अन्यथा स्वयं के साथ परिजनों का भी अपमान करवाएंगे। महिलाए को आज अन्य दिनों की तुलना में अधिक कार्य करना पड़ेगा आवश्यकता के समय सहयोग ना मिलने पर मन मे झुंझलाहट आएगी जिससे घर मे थोड़ी देर के लिये अशांति होगी। दोपहर से लेकर संध्या बाद तक का समय मनोरंजन में बीतेगा खर्च भी आज आवश्यकता से अधिक करेंगे बाद में ग्लानि होगी। सेहत संध्या बाद अस्थिर बनेगी। धन लाभ अल्प होगा।
मिथुन👫 (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)
आज के दिन आप कोई नापसंद कार्य करने पर गुस्से में रहेंगे लेकिन कार्य क्षेत्र पर अनुकूल वातावरण भी मिलते रहेंगे। दिन का पूर्वार्ध धीमी गति से कार्य करने पर व्यर्थ जाएगा इसके बाद कई दिनों से लटके कार्यो को पूर्ण करने में परेशानी आएगी फिर भी पारिवारिक सदस्य का सहयोग मिलने से धीरे धीरे पूर्ण कर लेंगे। व्यवसाय से आज आशा के समय लाभ नही होगा जिस समय आराम अथवा अन्य कार्यो में व्यस्त होंगे तभी अकस्मात काम मिलने से दुविधा होगी लेकिन जोड़तोड़ कर इससे कुछ लाभ ही कमाएंगे। पिता को छोड़ घर के अन्य सदस्य आपसे प्रसन्न ही रहेंगे। घरेलू खर्च में आज वृद्धि होने से बजट प्रभावित होगा। मित्र परिचितों से उपहार स्नेह का आदान-प्रदान होगा। सेहत आज ठीक रहेगी वर्जित कार्यो से बचे।
कर्क🦀 (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)
आज के दिन परिजनों का व्यवहार आपके स्वभाव पर निर्भर रहेगा इसलिये सनकी मिजाज त्याग मिलनसार बने अन्यथा आज सुख चैन से नही बैठ पाएंगे। आज कार्य क्षेत्र के साथ घरेलू कार्य भी सर पर आने से असमंजस में रहेंगे रूखा व्यवहार रहने पर सहयोग की आशा भी ना रखे। घर मे पति पत्नी का स्वभाव पल पल में बदलने से कलह जैसी स्थिति बनेगी। कार्य क्षेत्र से आशा तो काफी रहेगी लेकिन पुर्व में कई गलतियों के कारण आज पश्चाताप होगा धन की आमद कम होने पर खर्च की पूर्ति भी नही कर पाएंगे। दोपहर बाद का समय अत्यंत खर्चीला रहेगा घरेलू आवश्यकताओं की पूर्ति में टालमटोल ना करें अन्यथा झगड़ा हो सकता। माता को छोड़ अन्य किसी से विचार मेल नही खाएंगे। स्वास्थ्य आज सामान्य रहेगा।
सिंह🦁 (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)
आज के दिन भी आप अपने ही स्वभाव के कारण घर मे अशांति का कारण बनेंगे। घर मे स्त्री वर्ग से सावधान रहें आपकी छोटी-छोटी बातों को भी बक्सने वाली नही। मध्यान तक का समय व्यर्थ बोलने की आदत के चलते अशांत होगा बाद में इसका पछतावा भी होगा। दोपहर के बाद से स्थिति सामान्य होने लगेगी कार्य व्यवसाय में भी प्रतिस्पर्धियों को पछाड़ लाभ के सौदे अपने हक में करेंगे इसके लिये काफी माथा पच्ची भी करनी पड़ेगी। घर के सदस्यों को मनाने के लिये अधिक खर्च करना पड़ेगा यही प्रायश्चित करने का मौका भी रहेगा हाथ से जाने ना दे। संध्या बाद सभी प्रकार से सुखों की प्राप्ती होने पर मन आनंद से भरा रहेगा लेकिन स्वयं अथवा परिजन की सेहत में अकस्मात खराबी आने पर रंग में भंग की स्थिति बनेगी। आज खर्च करने में मितव्ययता बरते अन्यथा बाद में आर्थिक उलझने हो सकती है।
कन्या👩 (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)
आज परिस्थिति में थोड़ा सुधार अनुभव करेंगे लेकिन कामना पूर्ति में आज कोई न कोई अड़चन बनी रहेगी। मध्यान से पहले कोई भी महत्तवपूर्ण निर्णय ना ले अन्यथा अधूरा रह सकता है मध्यान बाद मन पर चंचलता हावी रहेगी इसलिये बिना किसी अनुभवी की सलाह धन अथवा पैतृक सम्बंधित कोई कार्य ना करे। व्यावसायिक अथवा सामाजिक क्षेत्र पर लोग आपको नीचा दिखाने का प्रयास करेंगे इनको अनदेखा करना ही बेहतर रहेगा अन्यथा मन मे नकारात्मकता जन्म लेने से आगे के लिये हानिकारक रहेगा। संध्या से पहले का समय राहत भरा रहेगा घर का वातावरण आंनदित रहेगा घर मे पूजा पाठ के आयोजन होंगे। स्वास्थ्य आज ठीक रहेगा फिर भी ठंडी वस्तु के सेवन से परहेज करें।
तुला⚖️ (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)
आज आप बीते कल की तुलना में कुछ संतोषि रहेंगे लेकिन महिला वर्ग इसके विपरीत अन्य लोगो से स्वयं एवं परिवार की तुलना करने पर कुछ समय के लिये उदास रहेंगी। दिन के पूर्वार्ध से मध्यान तक घरेलू कार्यो की व्यस्तता के चलते अन्य कार्यो में फेरबदल करनी पड़ेगी। कार्य क्षेत्र पर भी आज विलंब होगा लेकिन इसका ज्यादा प्रभाव नही पड़ेगा। व्यवसाय में दोपहर के बाद अकस्मात उछाल आने से कई दिनों से अटकी मनोकामना की पूर्ति कर सकेंगे लेकिन दैनिक खर्चो के अतिरिक्त खर्च आने से बचत संभव नही होगी। घर मे पति पत्नी के बीच भी आर्थिक विषय एवं मन मर्जी कलह का कारण बनेंगे। संध्या बाद का समय पिछले कई दिनों की तुलना में बेहतर रहेगा सुख में वृद्धि होगी। वाहन अथवा अन्य उपकरणों से दुर्घटना के योग है सावधान रहें।
वृश्चिक🦂 (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)
आज के दिन आपके व्यक्तित्त्व में निखार रहेगा लेकिन स्वभाव का जिद्दीपन अन्यलोगों विशेषकर परिजनों के लिये भारी पड़ेगा। जाने अनजाने में कोई अनैतिक कर्म करेंगे जिसे बाद में परिजनों को भुगतना पड़ेगा जिससे घर का शांत माहौल भी खराब होगा। कार्य व्यवसाय से लाभ की सम्भवना कम ही है आपके हिस्से का लाभ किसी अन्य के पक्ष में जा सकता है सतर्क रहें धन लाभ असमय और अकस्मात होने की सम्भवना है लापरवाही करी तो हाथ नही लगेगा। व्यवसाय में निवेश आज भूल से भी ना करें हानि ही होगी। घर मे कुछ समय को छोड़ उत्सव का वातावरण रहेगा। काम वासना अधिक रहेगी लेकिन ध्यान रहे कोई गलत काम सभी प्रकार से नुकसानदेह होगा। यात्रा अतिआवश्यक होने पर ही करें।
धनु🏹 (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)
आज के दिन आपका व्यवहार ढुलमुल रहेगा मध्यान तक आप प्रत्येक कार्य मे आलस्य दिखाएंगे लेकिन बेमन से घरेलू कार्य करने ही पड़ेंगे। घर एव बाहर साहस का परिचय केवल बातो में ही देंगे लेकिन आवश्यकता के समय टालमटोल करेंगे। आज अधिक परिश्रम वाले कार्यो से बचने का प्रयास करेंगे फिर भी दोपहर तक किसी न किसी कारण से मेहनत करनी ही पड़ेगी। दोपहर बाद सेहत में नरमी आने लगेगी इसलिये आवश्यक कार्य पहले ही कर लें। कार्य व्यवसाय से परिश्रम के बाद ही लाभ की प्राप्ती होगी वह भी आज की जरूरत से कम ही। घर मे पति-पत्नी से वादाखिलाफी अथवा अन्य कारणों से कलह हो सकती है। संध्या बाद सेहत ठीक ना होने पर भी मनोरंजन के अवसर हाथ से नही जाने देंगे रात्रि के समय शरिरीक शिथिलता अधिक बनेगी सतर्क रहें।
मकर🐊 (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)
आज के दिन आपको बैठे बिठाये आकस्मिक लाभ की प्राप्ति होगी चाहे किसी भी रूप में हो। दिन का पहला भाग धीमी दिनचार्य के कारण खराब होगा लेकिन इसके बाद का अधिकांश समय अपने मन की ही करेंगे जिससे कही ना कही परेशानी भी होगी। आज भूमि भवन के रखरखाव अथवा अन्य प्रकार से अचल संपत्ति के उर खर्च करना पड़ेगा। घर का वातावरण धार्मिक रहेगा मित्र रिश्तेदारों के आगमन से उत्साह बढेगा। कार्य व्यवसाय में आज ज्यादा समय नही दे पाएंगे फिर भी थोड़े समय मे ही खर्च निकाल लेंगे। महत्तवपूर्ण कार्यो को आगे के लिये ना टाले अन्यथा पूर्ण होने में संदेह रहेगा। संध्या के समय उत्तम भोजन वाहन सुख मिलेगा लेकिन किसी न किसी से कलह भी हो सकती है वाणी का प्रयोग संतुलित करें।
कुंभ🍯 (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)
आज का दिन आपके लिये आरामदायक रहेगा लेकिन आज बेतुकी बयानबाजी से बचना होगा अन्यथा बैठे बिठाये अपमानित हो सकते है। दिन का आरंभ में सुस्ती रहेगी लेकिन घर मे आवश्यक कार्य होने के कारण बेमन से काम करना पड़ेगा। मनोरंजन को छोड़ अन्य किसी भी कार्य के लिये तैयार नही होंगे कार्य करते वक्त किसी के टोकने अथवा इच्छा पूर्ति में बाधा पहुचाने पर एक दम से उग्र हो जाएंगे। कार्य व्यवसाय में रुचि कम रहेगी फलस्वरूप सीमित आय से संतोष करना पड़ेगा। नौकरी पेशाओ को आज किसी न किसी की सुननी पड़ेगी। भाई बंधुओ को प्रसन्न देख मन मे ईर्ष्या बनेगी। सेहत सामान्य रहेगी जोखिम से बचें।
मीन🐳 (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)
आज आप किसी भी कार्य को लेकर गंभीर नही रहेंगे दिन के आरंभ से ही आलस्य और सुस्ती बनी रहेगी मध्यान बाद किसी आवश्यक कार्य को लेकर पिता अथवा घर के अन्य सदस्य से कहासुनी हो सकती है। मध्यान बाद का अधिकांश समय इधर उधर की करने में खराब करेंगे। कार्य व्यवसाय से आज ज्यादा उम्मीद ना रखे मध्यान तक आलस्य की भेंट चाहेगा इसके बाद जल्दबाजी में कार्य करेंगे फिर भी आवश्यकता अनुसार धन मिल ही जायेगा। संध्या के समय सेहत में दोबारा से नरमी बनेगी लेकिन अनदेखी करेंगे धार्मिक भावो में वृद्धि होगी धार्मिक क्षेत्र की यात्रा करेंगे। रात्रि का समय आनंद मनोरंजन में बीतेगा खर्च आज अनियंत्रित रहेंगे।
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