Shopping cart

Magazines cover a wide array subjects, including but not limited to fashion, lifestyle, health, politics, business, Entertainment, sports, science,

Astrology

01 November 2024: Vaidik Panchang and Horoscope

Email :116

वैदिक पंचांग (Vaidik Panchang)
⛅दिनांक – 01 नवम्बर 2024
⛅दिन – शुक्रवार
⛅विक्रम संवत् – 2081
⛅अयन – दक्षिणायन
⛅ऋतु – हेमन्त
⛅मास – कार्तिक
⛅पक्ष – कृष्ण
⛅तिथि – अमावस्या शाम 06:16 तक तत्पश्चात प्रतिपदा
⛅नक्षत्र – स्वाती रात्रि 03:31 नवम्बर 02 तक तत्पश्चात विशाखा
⛅योग – प्रीति प्रातः 10:41 तक तत्पश्चात आयुष्मान्
⛅राहु काल – प्रातः 10:58 से दोपहर 12:23 तक
⛅सूर्योदय – 06:42
⛅सूर्यास्त – 06:06
⛅दिशा शूल – पश्चिम दिशा में
⛅ब्राह्ममुहूर्त – प्रातः 05:03 से 05:54 तक
⛅अभिजीत मुहूर्त – दोपहर 12:00 से दोपहर 12:46 तक
⛅निशिता मुहूर्त- रात्रि 11:58 नवम्बर 01 से रात्रि 12:49 नवम्बर 02 तक
⛅व्रत पर्व विवरण – दर्श अमावस्या, दीपावली, स्वामी रामतीर्थ जयंती व पुण्यतिथि
⛅विशेष – अमावस्या के दिन स्त्री-सहवास और तिल का तेल खाना और लगाना निषिद्ध है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)

🌷 अन्नकूट दिवस / गोवर्धन-पूजा 🌷
➡ 02 नवम्बर 2024 शनिवार को अन्नकूट दिवस एवं गोवर्धन-पूजा है ।
🙏🏻 धर्मसिन्धु आदि शास्त्रों के अनुसार गोवर्धन-पूजा के दिन गायों को सजाकर, उनकी पूजा करके उन्हें भोज्य पदार्थ आदि अर्पित करने का विधान है। इस दिन गौओ को सजाकर उनकी पूजा करके यह मंत्र करना चाहिये, गौ-पूजन का मंत्र –
🌷 लक्ष्मीर्या लोकपालानां धेनुरूपेण संस्थिता ।
घृतं वहति यज्ञार्थ मम पापं त्यपोहतु ॥
🐄 (धेनु रूप में स्थित जो लोकपालों की साक्षात लक्ष्मी है तथा जो यज्ञ के लिए घी देती है , वह गौ माता मेरे पापों का नाश करें । रात्रि को गरीबों को यथा सम्भव अन्न दान करना चाहिये ।
गोवर्धन पूजा का महत्व:
गोवर्धन पूजा, जो कि दीपावली के बाद पड़ती है, हिंदू धर्म में एक महत्वपूर्ण त्योहार है। इस त्योहार को अन्नकूट पूजा या गोवर्धन पूजा के नाम से भी जाना जाता है।

गोवर्धन पूजा का महत्व:

भगवान कृष्ण की विजय: गोवर्धन पूजा भगवान कृष्ण की विजय का प्रतीक है, जिन्होंने इंद्र देवता के प्रति क्रोध को रोकने के लिए गोवर्धन पर्वत को उठाया था।
कृषि और प्रकृति का सम्मान: गोवर्धन पूजा कृषि और प्रकृति के प्रति सम्मान और कृतज्ञता का प्रतीक है।
सामाजिक एकता: गोवर्धन पूजा सामाजिक एकता और सहयोग का संदेश देती है।
धर्म और नैतिकता: गोवर्धन पूजा धर्म और नैतिकता की रक्षा का महत्व दर्शाता है।
गोवर्धन पूजा के अवसर पर लोग:

गोवर्धन पर्वत का मॉडल बना कर पूजा करते हैं।
भगवान कृष्ण की पूजा करते हैं।
अन्नकूट की रस्मी अदा करते हैं।
परिवार और दोस्तों के साथ मिलकर त्योहार मनाते हैं।
यह त्योहार हमें प्रकृति के प्रति सम्मान, सामाजिक एकता, और धर्म और नैतिकता की रक्षा का महत्व सिखाता है।

🌷 कैसे करें नूतन वर्ष का स्वागत – पुण्यमय दर्शन व बलि प्रतिपदा
➡ बलि प्रतिपदा (वर्ष के प्रथम दिन)
🌿 पहले के जमाने में गाँवों में दीपावली के दिनों में वर्ष के प्रथम दिन नीम और अशोक वृक्ष के पत्तों के तोरण (बंदनवार) बाँधते थे, जिससे कि वहाँ से लोग गुजरें तो वर्ष भर प्रसन्न रहें, निरोग रहें । अशोक और नीम के पत्तों में रोगप्रतिकारक शक्ति होती है । उस तोरण के नीचे से गुजरकर जाने से वर्ष भर रोगप्रतिकारक शक्ति बनी रहती है । वर्ष के प्रथम दिन आप भी अपने घरों में तोरण बाँधो तो अच्छा है ।

🌷 नूतन वर्ष पर पुण्यमय दर्शन
🎇 दीपावली का दिन वर्ष का आखिरी दिन है और बाद का दिन वर्ष का प्रथम दिन है, विक्रम सम्वत् के आरम्भ का दिन है (गुजराती पंचांग अनुसार) । उस दिन जो प्रसन्न रहता है, वर्ष भर उसका प्रसन्नता से जाता है ।
🙏🏻 ‘महाभारत’ में भगवान व्यास जी कहते हैं-
यो यादृशेन भावेन तिष्ठत्यस्यां युधिष्ठिर।
हर्षदैन्यादिरूपेण तस्य वर्षं प्रयाति वै।।
🙏🏻 ‘हे युधिष्ठिर ! आज नूतन वर्ष के प्रथम दिन जो मनुष्य हर्ष में रहता है, उसका पूरा वर्ष हर्ष में जाता है और जो शोक में रहता है, उसका पूरा वर्ष शोक में व्यतीत होता है।’
🎇 नूतन वर्ष के दिन मंगलमय चीजों का दर्शन करना भी शुभ माना गया है, पुण्य-प्रदायक माना गया है। जैसेः
➡ उत्तम ब्राह्मण, तीर्थ, वैष्णव, देव-प्रतिमा, सूर्यदेव, सती स्त्री, संन्यासी, यति, ब्रह्मचारी, गौ, अग्नि, गुरु, गजराज, सिंह, श्वेत अश्व, शुक, कोकिल, खंजरीट (खंजन), हंस, मोर, नीलकंठ, शंख पक्षी, बछड़े सहित गाय, पीपल वृक्ष, पति-पुत्रवती नारी, तीर्थयात्री, दीपक, सुवर्ण, मणि, मोती, हीरा, माणिक्य, तुलसी, श्वेत पुष्प, फ़ल, श्वेत धान्य, घी, दही, शहद, भरा हुआ घड़ा, लावा, दर्पण, जल, श्वेत पुष्पों की माला, गोरोचन, कपूर, चाँदी, तालाब, फूलों से भरी हुई वाटिका, शुक्ल पक्ष का चन्द्रमा, चंदन, कस्तूरी, कुम- कुम, पताका, अक्षयवट (प्रयाग तथा गया स्थित वटवृक्ष) देववृक्ष (गूगल), देवालय, देवसंबंधी जलाशय, देवता के आश्रित भक्त, देववट, सुगंधित वायु शंख, दुंदुभि, सीपी, मूँगा, स्फटिक मणि, कुश की जड़, गंगाजी मिट्टी, कुश, ताँबा, पुराण की पुस्तक, शुद्ध और बीजमंत्रसहित भगवान विष्णु का यंत्र, चिकनी दूब, रत्न, तपस्वी, सिद्ध मंत्र, समुद्र, कृष्णसार (काला) मृग, यज्ञ, महान उत्सव, गोमूत्र, गोबर, गोदुग्ध, गोधूलि, गौशाला, गोखुर, पकी हुई फसल से भरा खेत, सुंदर (सदाचारी) पद्मिनी, सुंदर वेष, वस्त्र एवं दिव्य आभूषणों से विभूषित सौभाग्यवती स्त्री, क्षेमकरी, गंध, दूर्वा, चावल औऱ अक्षत (अखंड चावल), सिद्धान्न (पकाया हुआ अन्न) और उत्तम अन्न – इन सबके दर्शन से पुण्य लाभ होता है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, श्रीकृष्णजन्म खंड, अध्यायः 76 एवं 78)

🌷 कैसे करें नूतन वर्ष का स्वागत
🙏🏻 नूतन वर्ष के दिन सुबह जगते ही बिस्तर पर बैठे-बैठे चिंतन करना कि ‘आनंदस्वरूप परमात्मा मेरा आत्मा है । प्रभु मेरे सुहृद हैं, सखा हैं, परम हितैषी हैं, ॐ ॐ आनंद ॐ… ॐ ॐ माधुर्य ॐ…। वर्ष शुरू हुआ और देखते-देखते आयुष्य का एक साल बीत जायेगा फिर दीपावली आयेगी । आयुष्य क्षीण हो रहा है । आयुष्य क्षीण हो जाय उसके पहले मेरा अज्ञान क्षीण हो जाय । हे ज्ञानदाता प्रभु ! मेरा दुःख नष्ट हो जाय, मेरी चिंताएँ चूर हो जायें । हे चैतन्यस्वरूप प्रभु ! संसार की आसक्ति से दुःख, चिंता और अज्ञान बढ़ता है और तेरी प्रीति से सुख, शांति और माधुर्य का निखार होता है । प्रभु ! तुम कैसे हो तुम्हीं जानो, हम जैसे-तैसे हैं तुम्हारे हैं देव ! ॐ ॐ ॐ…
🙏🏻 फिर बिस्तर पर तनिक शांत बैठे रहकर अपनी दोनों हथेलियों को देखना –
🌷 कराग्रे वसते लक्ष्मीः करमध्ये सरस्वती ।
करमूले तु गोविंदः प्रभाते करदर्शनम् ।।
🙏🏻 अपने मुँह पर हाथ घुमा लेना । फिर दायाँ नथुना चलता हो तो दायाँ पैर और बायाँ चलता हो तो बायाँ पैर धरती पर पहले रखना ।
🙏🏻 इस दिन विचारना कि “जिन विचारों और कर्मों को करने से हम मनुष्यता की महानता से नीचे आते हैं उनमें कितना समय बरबाद हुआ ? अब नहीं करेंगे अथवा कम समय देंगे और जिनसे मनुष्य-जीवन का फायदा होता है – सत्संग है, भगवन्नाम सुमिरन है, सुख और दुःख में समता है, साक्षीभाव है… इनमें हम ज्यादा समय देंगे, आत्मज्योति में जियेंगे । रोज सुबह नींद में से उठकर ५ मिनट शिवनेत्र पर ॐकार या ज्योति अथवा भगवान की भावना करेंगे…।”

🔹स्वास्थ्य का आधार : पथ्य-अपथ्य विवेक🔹
पथ्ये सति गदार्तस्य किमौषधनिषेवणैः ।
पथ्येऽसति गदार्तस्य किमौषधनिषेवणैः ॥

🔹पथ्य हो तो औषधियों के सेवन की क्या आवश्यकता है ? पथ्य न हो तो चाहिए । औषधियों का कोई फल ही नहीं है । स्वास्थ्य अतः सदैव पथ्य का ही सेवन करना चाहिए ।

🔹पथ्य अर्थात् हितकर । हितकर का सेवन व अहितकर का त्याग करने हेतु पदार्थों के गुण-धर्मों का ज्ञान होना आवश्यक है ।

🔹चरक संहिता के यज्जः पुरुषीय अध्याय में ऐसे हितकर-अहितकर पदार्थों का वर्णन करते हुए श्री चरकाचार्यजी कहते हैं : धान्यों में लाल चावल, दालों में मूँग, शाकों में जीवंती (डोड़ी), तेलों में तिल का तेल, फलों में अंगूर, कंदों में अदरक, नमकों में सैंधव (सेंधा) व जलों में वर्षा का जल स्वभाव से ही हितकर हैं ।

🔹जीवनीय द्रव्यों में देशी गाय का दूध, रसायन द्रव्यों में देशी गोदुग्ध-गोघृत का नित्य सेवन, आयु को स्थिर रखनेवाले द्रव्यों में आँवला, सदा पथ्यकर द्रव्यों में हर्रे (हरड़), बलवर्धन में षडरसयुक्त भोजन, आरोग्यवर्धन में समय पर भोजन, आयुवर्धन में ब्रह्मचर्य, थकान दूर करने में स्नान, आरोग्यवर्धक भूमि में मरुभूमि व शारीरिक पुष्टि में मन की शांति सर्वश्रेष्ठ है ।

🔹सर्वदा अहितकर पदार्थों में दालों में उड़द, शाकों में सरसों, कंदों में आलू, जलों में वर्षा ऋतु में नदी का जल प्रमुख हैं ।

🔹सर्व रोगों के मूल आम (अपक्व आहाररस) को उत्पन्न करने में अधिक भोजन, रोगों को बढ़ाने में दुःख, बल घटाने में एक रसयुक्त भोजन, पुंसत्वशक्ति घटाने में नमक का अधिक सेवन मुख्य कारण है ।

🔹अनारोग्यकर भूमि में समुद्र तट का प्रदेश व पूर्णतः अहितकर कर्मों में अत्यधिक परिश्रम प्रमुख है ।

🔹अपना कल्याण चाहनेवाले बुद्धिमान मनुष्य को हित-अहित का विचार करके हितकर का ही सेवन करना चाहिए ।

🔹आत्महत्या कभी नहीं करना🔹
🔹आत्महत्यारे घोर नरकों में जाते हैं और हजारों नरक-यातनाएँ भोगकर फिर देहाती सूअरों की योनि में जन्म लेते हैं । इसलिए समझदार मनुष्य को कभी भूलकर भी आत्महत्या नही करनी चाहिए । आत्महत्यारों का न तो इस लोक में और न परलोक में ही कल्याण होता है ।
(स्कंद पुराण, काशी खंड, पूर्वार्द्धः 12.12,13)

🔹आत्महत्या करने वाला मनुष्य 60 हजार वर्षों तक अंधतामिस्र नरक में निवास करता है । (पाराशर स्मृतिः 4.1-2)

जिनका आज जन्मदिन है उनको हार्दिक शुभकामनाएं बधाई और शुभाशीष

आज जन्मे व्यक्ति का मूलांक 1 होगा। आप साहसी और जिज्ञासु हैं। आपका मूलांक सूर्य ग्रह के द्वारा संचालित होता है। आप अत्यंत महत्वाकांक्षी हैं। आपकी मानसिक शक्ति प्रबल है। आपको समझ पाना बेहद मुश्किल है। आप आशावादी होने के कारण हर स्थिति का सामना करने में सक्षम होते हैं। आप सौन्दर्यप्रेमी हैं। आपमें सबसे ज्यादा प्रभावित करने वाला आपका आत्मविश्वास है। इसकी वजह से आप सहज ही महफिलों में छा जाते हैं। आप राजसी प्रवृत्ति के व्यक्ति हैं। आपको अपने ऊपर किसी का शासन पसंद नहीं है।

शुभ दिनांक : 1, 10, 19, 28

शुभ अंक : 1, 10, 19, 28, 37, 46, 55, 64, 73, 82

शुभ वर्ष : 2026, 2044, 2053, 2062

ईष्टदेव : सूर्य उपासना तथा मां गायत्री

शुभ रंग : लाल, केसरिया, क्रीम,

जन्मतिथि के अनुसार भविष्यफल :
स्वास्थ्य की दृष्टि से यह वर्ष उत्तम रहेगा। पारिवारिक मामलों में महत्वपूर्ण कार्य होंगे। पदोन्नति के योग हैं। बेरोजगारों के लिए भी खुशखबर है इस वर्ष आपकी मनोकामना पूरी होगी। यह वर्ष आपके लिए अत्यंत सुखद रहेगा। अधूरे कार्यों में सफलता मिलेगी। अविवाहितों के लिए सुखद स्थिति बन रही है। विवाह के योग बनेंगे। नौकरीपेशा के लिए समय उत्तम हैं।

आज का राशिफल
मेष🐐 (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)
आज आपका दिन व्यस्तता से भरा रहेगा। दिन का आरंभिक भाग सुस्ती भरा रहेगा इसके बाद कार्यो के प्रति गंभीर हो जाएंगे। कार्य व्यवसाय के साथ ही अधूरे घरेलू कार्य भी करने पड़ेंगे आज आप अपने कार्य में किसी का दखल देना पसंद नही करेंगे ना ही आज परेशान करने वालो को माफ करेंगे। व्यवसाय की स्थिति मध्यान तक धीमी रहेगी इसके बाद बिक्री बढ़ने से धन की आमद होने लगेगी जो रुक रुक कर अंत तक होती रहेगी। सरकारी कार्य अधिकारियों के नरम रवैये से पूर्ण कर लेंगे परन्तु इसमे खर्च ज्यादा होगा। पैतृक संबंधित कार्य भी आज करना बेहतर रहेगा विघ्न-विरोध कम आएंगे। सेहत को लेकर आज निश्चिन्त रहेंगे।

वृष🐂 (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)
आज के दिन आपको कुछ ना कुछ परेशानी में डालेगा। दिनचार्य व्यवस्थित रहेगी सभी कार्यो की योजना पूर्व में बना लेंगे फिर भी अन्य लोगो के कारण असुविधा होगी। दिन के आरंभ में जो भी योजना बनाएंगे निकट भविष्य में उसका फल धन लाभ के रूप में मिलेगा। कार्य क्षेत्र पर सहकर्मियों की कार्य शैली से असंतुष्ट रहेंगे फिर भी धन लाभ लेदेकर खर्च चलाने लायक हो जाएगा। नौकरी वाले जातक अधिकारी वर्ग से सतर्क रहें किसी अन्य की गलती पर आपको सुन्नी पड़ेगी। मित्र परिचितों से मेलजोल व्यवहारिकता मात्र रहेगी। आज आप केवल लाभ देने वाले प्रसंगों में ही अपना ध्यान केंद्रित रखेंगे अन्य लोगो की अनदेखी करेंगे। स्वास्थ्य में थोड़ा सुधार आएगा।

मिथुन👫 (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)
आज भी दिन आपके लिये कुछ खास नही रहेगा फिर भी बीते कल की अपेक्षा आज थोड़ी राहत मिलेगी। परन्तु जो बात बीत चुकी है उसे दोबारा हवा ना दे अन्यथा आज का दिन भी व्यर्थ के वाद विवाद में खराब होगा कार्य क्षेत्र पर भी आपका व्यवहार तीखा रहेगा लोग आपसे दूरी बना कर रहेंगे पीठ पीछे हंसी भी उड़ाएंगे शांत रहकर धैर्य के साथ दिन व्यतीत करें आज के दिन आप आध्यात्म का सहारा भी ले सकते है मानसिक शान्ति मिलेगी। धन लाभ के लिये किसी सहारे की आवश्यकता पड़ेगी। पारिवारिक वातावरण में आज स्वार्थ भरा रहेगा कामना पूरी होने पर ही शांति मिलेगी। संध्या बाद से स्थिति में सुधार आने लगेगा।

कर्क🦀 (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)
आज के दिन आपके अंदर अहम की भावना रहेगी इस कारण कार्य क्षेत्र अथवा घर मे टकराव की स्थिति बनेगी। कार्य क्षेत्र पर अपनी मनमानी करेंगे जिससे साथ काम करने वालो को असुविधा होगी। प्रत्येक क्षेत्र में अपने को बड़ा दिखाने की मानसिकता के कारण व्यवहारिक सम्बंधो में दूरी आएगी। व्यवसायी वर्ग बड़ी-बड़ी योजना बनाएंगे लेकिन किसी ना किसी अभाव के कारण अमल में नही ला सकेंगे। नौकरी करने वालो को ज्यादा दौड़-धूप करनी पड़ेगी अधिकांश कार्य आपके ऊपर जबरदस्ती थोपे जाएंगे जिन्हें उत्साहहीनता के साथ करना पड़ेगा। आज धन लाभ पाना चाहते है तो व्यवहार में नरमी रखे। पारिवार के बुजुर्ग किसी बात को लेकर नाराज रहेंगे।

सिंह🦁 (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)
आज आपको सलाह है अपने आवश्यक कार्यो को लापरवाही छोड़ संध्या से पहले पूर्ण कर लें अन्यथा इसके बाद परिस्थिति बदलने पर केवल हानि ही हाथ लगेगी। आज आपका प्रातःकाल से ही टालमटोल वाला स्वभाव रहेगा किसी भी कार्य को एक बार में प्रसन्न होकर नही करेंगे महिलाओ का भी यही हाल रहेगा। कार्य व्यवसाय से जुड़ी महिलाये आज पुरुषों की तुलना में ज्यादा लाभ कमाने वाली रहेंगी। कारोबार एवं सार्वजनिक क्षेत्र से आज धन की की अपेक्षा सम्मान ज्यादा मिलेगा। लेकिन आज अधीनस्थों को ज्यादा छूट देना भारी पड़ सकता है इसका ध्यान रखें। संध्या बाद कोई अशुभ समाचार मिलेगा। सेहत अचानक खराब होगी

कन्या👩 (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)
आज के दिन आपकी आलसी प्रवृति प्रत्येक कार्य की गति मंद रखेगी। घर अथवा कार्य क्षेत्र पर इस वजह से फटकार भी लग सकती है। कार्य व्यवसाय में दिन भर की मेहनत का फल संध्या के आस-पास मिलेगा धन लाभ तो होगा लेकिन आशाजनक नही होने से निराश होंगे। आज आपका मनोरंजन करने के लिए कोई ना कोई उपस्थित रहेगा जिससे अन्य परेशानियां महसूस नही होंगी। आपकी पीठ पीछे बुराई करने वालो कि संख्या में वृद्धि होगी फिर भी आज आप इन सबसे बेपरवाह होकर मनमौजी जीवन जीना पसंद करेंगे। किसी के उद्दंड व्यवहार अथवा नुकसान करने पर भी रोकने की जगह शांति से देखते रहेंगे। हाथ पैरों में शिथिलता अनुभव होगी।

तुला⚖ (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)
आज के दिन आपकी सोची हुई योजनाए पूर्ण होने से उत्साह से भरे रहेंगे। कार्य व्यवसाय एवं पारिवारिक वातावरण दोनो ही आपके अनुकूल रहेगा। आज किसी बहुप्रतीक्षित मनोकामना के पूर्ण होने की संभावना है। धन लाभ भी आज आशासे बढ़कर होगा। नौकरी पेशा लोग अपनी कार्य कुशलता से अधिकारियों के खास बनेंगे। व्यवसायी वर्ग दिन के आरंभ में जिस कार्य को करने से डरेंगे मध्यान पश्चात उसी से लाभ होगा। महिलाये आज आदतानुसार अधिक बोलने की समस्या से ग्रस्त रहेंगी घरेलू कार्य इस कारण अस्त-व्यस्त भी रहेंगे। स्त्री संतान की उपेक्षा के बाद भी आज इनसे पूर्ण सुख मिलेगा।

वृश्चिक🦂 (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)
आज का दिन भी आपके लिए प्रतिकूल फलदायी है प्रातः काल से ही मन किसी अरिष्ट की आशंका से व्याकुल रहेगा। जहां से थोड़ी भी लाभ की उम्मीद दिखेगी वहां से निराशा ही मिलेगी। आज लोग आपको सांत्वना तो देंगे परन्तु सहायता के समय हाथ पीछे खींच लेंगे अथवा टालमटोल करेंगे। आर्थिक स्थिति भी दयनीय रहेगी कुछ भी करने का प्रयास करेंगे उसमे धन की कमी बाधा डालेगी। कार्य व्यवसाय में आज किसी भी प्रकार की जोर-जबरदस्ती का प्रयास ना करें हानि ही होगी। परिजन भी आपके असंतुष्ट रहेंगे परन्तु आपकी मनोदशा देखते हुए कुछ कहेंगे नही फिर भी घर के बुजुर्गो से विवाद हो सकता है।

धनु🏹 (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)
आज के दिन परिस्थितियां आपके अनुकूल बन रही है इसका लाभ उठाएं अन्यथा आज जैसी सुविधा कल नही मिल सकेगी। कार्य व्यवसाय में आप आज जो भी कदम उठायेंगे उसमे हानि नजर आने के बाद भी आखरी समय पर स्थिति आपके पक्ष में हो जाएगी। नियमित के अलावा अतिरिक्त आय बनाने के साधन मिलेंगे नौकरी वाले लोग भी मेहनत का संतोषजनक फल मिलने से प्रसन्न रहेंगे लेकिन आज कोई वर्जित कार्य ना करें अन्यथा स्वयं के साथ परिजनों को भी परेशानी में डाल देंगे। आज आपका व्यवहार अन्य लोगो के समझ मे कम ही आएगा आपकी छवि स्वार्थी इंसानो वाली बनेगी फिर भी आज आपके हिस्से के धन लाभ को कोई नही रोक सकेगा।

मकर🐊 (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)
आज का दिन आपकी कल्पना को साकार रूप देने में सहायक रहेगा। प्रातः काल मन में किसी कार्य को लेकर दुविधा रहेगी परन्तु धीरे-धीरे स्थिति स्पष्ट होने लगेगी एक बार सफलता मिलने पर हर काम को आत्मविश्वास से पूर्ण कर लेंगे। कार्य क्षेत्र पर आज प्रतिस्पर्धा कम ही रहेगी लेकिन इसका आपके व्यवसाय पर ज्यादा प्रभाव नही पड़ेगा। नौकरी करने वालो से सहयोगी आज अपना काम निकालने के लिये मीठा व्यवहार करेंगे। विदेश संबंधित वस्तुओं के व्यवसाय में आज हानि हो सकती है इसमे निवेश से बचें। परिजनों का व्यवहार अपेक्षित रहेगा महिलाये थोड़ी चंचल रहेंगी। सेहत भी सामान्य बनी रहेगी। संतान से सुख मिलेगा।

कुंभ🍯 (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)
आज का दिन आपके लिए मिलाजुला रहेगा। दिन का आरंभ आध्यात्मिक गतिविधियों में व्यस्तता से होगा लघु धार्मिक यात्रा होगी तबियत में सुधार रहने से आज प्रत्येक कार्य को उत्साह से गंभीर होकर करेंगे। नौकरी वाले लोगो के मन मे भी धार्मिक भावनाये बढ़ी रहेंगी परन्तु समायावभाव के कारण समय नही दे पाएंगे। व्यवसायी वर्ग आज किसी ना किसी कारण से निराश रहेंगे गलत निर्णय के कारण हानि होने की संभावना है। सहकर्मियों का व्यवहार कुछ समय के लिये मानसिक अशांति करेगा परन्तु आज आपके आत्मनिर्भर रह के के कारण स्थिति स्वतः ही सामान्य हो जाएगी। धन लाभ आवश्यकता अनुसार हो जाएगा परन्तु इंतजार के बाद ही।

मीन🐳 (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)
आज का दिन आपको नए अवसर प्रदान करेगा लेकिन महत्त्वपूर्ण निर्णय लेने से पहले अनुभवियों की सलाह अवश्य लें काम-धंधा आज मंदा रहेगा लेकिन पुराने कार्यो से धन की आमद होने से आर्थिक समस्या नही बनेगी। आज किसी की बेमन से उधार देना पड़ेगा इसकी वापसी में परेशानी आएगी। शेयर सट्टे आदि में धन का निवेश शीघ्र लाभ देगा। नौकरी वाले जातक आज अतिरिक्त कार्यभार से परेशान रहेंगे आज अतिरिक्त आय बनाने के चक्कर मे ना पड़े समस्या खड़ी होगी। पारिवारिक वातावरण आज भी खुशहाल बना रहेगा एक दूसरे की भावनाओ को समझेंगे संताने बुजुर्गो की आड़ में मनमानी करेंगी शीत प्रदार्थो के सेवन ना करें।

Read more

31 October 2024: Vaidik Panchang and Horoscope

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Related Posts